LS Election: तीसरे चरण में सिंधिया, दिग्विजय की प्रतिष्ठा सबसे ज्यादा दांव पर, भिंड में त्रिकोणीय संघर्ष के आसार
भोपाल. प्रदेश में तीसरे चरण का मतदान सात मई को होने जा रहा है। प्रदेश की नौ सीटों पर होने वाले मतदान का प्रचार रविवार की शाम थम गया। अब प्रत्याशियों का द्वार-द्वार दस्तक दी जा रही है।
तीसरे चरण के चुनाव में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की प्रतिष्ठा सबसे ज्यादा दांव पर लगी हुई है। वहीं भिंड में रोचक मुकाबला को गया है। मुरैना में कांटे की टक्कर मानी जा रही है।
तीसरे चरण का चुनाव दिलचस्प हो गया है। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया गुना लोकसभा क्षेत्र से भाजपा के उम्मीदवार हैं। यहां पर उनका मुकाबला कांग्रेस के यादवेंद्र सिंह यादव से है। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के भी भाग्य का फैसला 7 मई को राजगढ़ की जनता ईवीएम में कैद कर देगी। यहां पर उनका मुकाबला दो बार के सांसद रोड मल नागर से है। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपनी पारंपरिक सीट पर 2004 के बाद बीस साल बाद भाग्य अजमा रहे हैं। वे इस सीट से पांच बार सांसद रह चुके हैं। उनका मुकाबला प्रताप भानु शर्मा से है। प्रताप भानु 1980 और 1984 में सांसद रहे, लेकिन वे यहां से तीन बार लोकसभा का चुनाव हार चुके हैं। इसके बाद वे 21 साल पहले विधानसभा का भी एक चुनाव हारे थे।
भाजपा की परम्परागत सीट मानी जाने वाली भोपाल में भी सात मई को मतदान हैं। यहां पर पिछला चुनाव पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह हारे थे। इस बार यहां पर भाजपा और कांग्रेस ने नए चेहरो को उम्मीदवार बनाया है। भाजपा से पूर्व महापौर आलोक शर्मा और कांग्रेस के अरुण श्रीवास्तव प्रत्याशी है। कांग्रेस ने कायस्थ कार्ड खेलने का यहां पर प्रयास किया है। मुरैना में मुकाबला रोचक है,यहां पर शिवमंगल सिंह तोमर और सत्यपाल सिंह सिकरवार के बीच मुकाबला है। इस सीट पर कांग्रेस के रामनिवास रावत जैसे नेता पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हो चुके हैं। वे छठवीं बार के विधायक हैं। उनके जाने से कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। वहीं भिंड में इस बार बसपा भी मुकाबले में मानी जा रही है। पिछला चुनाव कांग्रेस के टिकट पर लड़े आशीष जरारिया इस बार बसपा से मैदान में हैं। जबकि कांग्रेस ने विधायक फूल सिंह बरैया को उम्मीदवार बनाय है और भाजपा ने यहां की सांसद संध्या राय को फिर से मौका दिया है।