भोपाल: प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के क्रियान्वयन में मध्यप्रदेश देश में सबसे आगे हो गया है। मध्यप्रदेश में इस योजना के तहत 23 लाख 58 हजार 731 महिलाओं को लाभ दिया गया है।
केन्द्र सरकार द्वारा संचालित प्रधानमंत्री मातृत्व योजना के तहत गर्भवती कामकाजी महिलाओं को मजदूरी के नुकसान की भरपाई करने के लिए सरकार द्वारा मुआवजा दिया जाता है। उनके उचित आराम और पोषण की व्यवस्था सुनिश्चित काई जाती है। गर्भवती माताओं और स्तनपान कराने वाली माताओं के स्वास्थ्य में सुधार लाने के लिए नगदी प्रोत्साहन के माध्यम से अधीन पोषण के प्रभाव को कम करने की कवायद की जाती है।
इस योजना से गर्भवती और स्तनपान कराने वाली माताओं को पहले जीवित बच्चे के जन्म के दौरान फायदा हो रहा है। योजना की लाभ राशि डीबीटी के माध्यम से लाभार्थी के बैंक खाते में सीधे भेज दी जाती है। गर्भावस्था के दौरान पंजीकरण करवाने पर योजना के तहत एक हजार रुपए दिए जाते है।
लाभार्थी के गर्भावस्था के बाद कम से कम एक प्रसवपूर्व जांच कराने पर दो हजार रुपए दिए जाते है और बच्चे के जन्म का पंजीकरण कराने पर दो हजार रुपए दिए जाते है और बच्चे को बीसीजी,ओपीवी, डीपीटी तथा हेपेटाईटिस बी सहित पहले टीके का चक्र शुरु किया जाता है। केन्द्र और राज्य सरकार तथा किसी सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम में नियमित रोजगार करने वाली महिलाओं और अन्य योजना या कानून के तहत समान लाभ लेने वाली महिलाओं को इस योजना की पात्रता नहीं है।