Mahakal Corridor : लाखों की भीड़ में भी महाकाल के दर्शन आधे घंटे में!
Ujjain : महाकालेश्वर मंदिर में मंगलवार शाम लोकार्पित कॉरिडोर को देश का सबसे लंबा कॉरिडोर माना जा रहा है। कॉरिडोर को कुछ इस तरह से डिजाइन किया जा रहा है कि एक लाख लोगों की भीड़ होने पर भी श्रद्धालुओं को 30 से 45 मिनट में दर्शन हो जाएंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कल शाम इस ‘श्री महाकाल कॉरिडोर’ का लोकार्पण किया। यह 920 मीटर लंबा है, जबकि वाराणसी का काशी विश्वनाथ मंदिर की लंबाई 300 मीटर है। इस पूरे कॉरिडोर को घूमने के लिए एक व्यक्ति को लगभग पांच घंटे लगेंगे। इस मंदिर को हर तरफ से खुला बनाया जा रहा है।
उज्जैन का महाकाल मंदिर इन दिनों चर्चा में बना हुआ है। वजह है महाकाल कॉरिडोर का पुनर्विकास। महाकाल मंदिर के प्रति श्रद्धालुओं की आस्था को देखते हुए कॉरिडोर का पूर्ण विकसित किया जा रहा है। महाकाल मंदिर के कॉरिडोर के पहले चरण का काम लगभग खत्म हो गया। प्रधानमंत्री ने इसका उद्घाटन कल किया।
इसकी भव्यता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि इसके विकास पर सरकार करीब 800 करोड़ रुपए का इंवेस्टमेंट कर रही है। पहले चरण में अभी 316 करोड़ के खर्च से किया गया है। अद्भुत और अलौकिक महाकाल मंदिर में बन रहा यह कॉरिडोर भक्तों के बीच आकर्षण का केंद्र होगा।
पहले चरण का काम पूरा हो चुका है। जिसमें महाकाल पथ, महाकाल वाटिका, महाकाल प्लाजा, मिडवे जोन, महाकाल थीम पार्क का डवलपमेंट किया गया है। दूसरे चरण में महाराजवाड़ा, रुद्र सागर जीर्णोद्धार, छोटा रुद्र सागर झील के किनारे, राम घाट का सौंदर्यीकरण, पार्किंग एवं पर्यटन सूचना केंद्र, हरि फाटक पुल व रेलवे अंडरपास का चौड़ीकरण, रुद्र सागर पर फुटब्रिज, महाकाल गेट, बाग-बाग मार्ग, रुद्र सागर पश्चिमी सड़क और महाकाल एक्सेस रोड को लिया जाएगा।