Mahakaushal : 8 जिलों की 38 सीटों पर भाजपा या कांग्रेस कौन रहेगा आगे!3 दिग्गज नेताओं के परिणामों पर सबकी नजर
भोपाल: प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के महाकौशल में इस बार कांग्रेस भारी रहेगी या भाजपा इस पर प्रदेश भर की नजर है। कांग्रेस ने पिछले चुनाव में यहां पर जबरदस्त बढ़त ली थी। कमलनाथ के गढ़ छिंदवाड़ा की सभी सातों सीटों पर कांग्रेस उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की थी। इस बार भाजपा ने अपने दो केंद्रीय मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल और फग्गन सिंह कुलस्ते को भी इस क्षेत्र से विधानसभा के चुनाव में उतारा है। इस क्षेत्र में आने वाले आठ जिलों की 38 सीटों पर किसे कितने सीट मिलेंगी इस पर पूरे प्रदेश की नजर है। दरअसल प्रदेश की सत्ता तक के शिखर पर पहुंचने के लिए इस क्षेत्र को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है।
कमलनाथ- प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ छिंदवाड़ा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। वर्ष 2018 में वे चुनाव नहीं लड़े थे, लेकिन उनका प्रभाव साफ तौर पर इस जिले में दिखाई दिया। जिले की सभी सीटें कांग्रेस ने जीत ली थी। बाद में नाथ ने उपचुनाव छिंदवाड़ा सीट से लड़ा था। इस बार कमलनाथ कांग्रेस की तरफ से मुख्यमंत्री का चेहरा हैं, इसलिए न सिर्फ उनकी सीट छिंदवाड़ा पर लोगों की नजर है, बल्कि उनके जिले की हर सीट पर प्रदेश के नजर गड़ी हुई है।
प्रहलाद सिंह पटेल- केंद्रीय मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल नरसिंहपुर से चुनाव लड़ रहे हैं। उनके भाई जालम सिंह पटेल इस क्षेत्र से विधायक हैं। केंद्रीय मंत्री और प्रदेश भाजपा के दिग्गज नेताओं में शुमार प्रहलाद पटेल के चुनाव परिणामों को लेकर कांग्रेस और भाजपा के नेताओं के साथ प्रदेश भर सभी नेताओं की नजर हैं।
फग्गन सिंह कुलस्ते- केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह निवास विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। वर्ष 2018 में यह सीट कांग्रेस ने जीती थी। भाजपा में आदिवासियों के सबसे बड़े नेता माने जाने वाले कुलस्ते को लेकर भी सभी की नजर है। महाकौशल में आने वाली आदिवासी बाहुल्य सीटों पर कुलस्ते के चुनाव मैदान में उतरने से कितना असर पड़ेगा, इस पर भी दोनों ही राजनीतिक दलों की भी नजर है।
इन पर भी है नजर
इन तीन दिग्गज नेताओं के अलावा सांसद राव उदय प्रताप सिंह, पूर्व मंत्री संजय पाठक, अजय विश्नोई, ओमप्रकाश धुर्वे, गौरीशंकर बिसेन, ओमकार सिंह मरकाम, हीना कांवरे, एनपी प्रजापति, पूर्व सांसद बोध सिंह भगत के चुनाव नतीजों पर भी सभी की नजर है।
अभी यह है स्थिति
भाजपा के पास इस क्षेत्र में अभी 14 सीटें हैं, जिसमें उन्हें वारासिवनी से निर्दलीय जीते प्रदीप जायसवाल का भी समर्थन प्राप्त है। जबकि कांग्रेस के पास 24 सीटें हैं।