Mahapour Kesari Dangal : ‘महापौर केसरी’ दंगल आज से, 14 साल बाद फिर जोर आजमाइश!

विभिन्न आयु और वजन वर्ग के कई पहलवानों के कई मुकाबले!

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Mahapour Kesari Dangal : ‘महापौर केसरी’ दंगल आज से, 14 साल बाद फिर जोर आजमाइश!

Indore : महापौर पुष्यमित्र भार्गव के प्रयास से करीब 14 साल बाद नगर निगम का ‘महापौर केसरी’ दंगल प्रतियोगिता 23 से 26 फरवरी तक छोटा नेहरू कुश्ती स्टेडियम में आयोजित की जा रही है। शहर की परम्परा और भारतीय खेलों के प्रति जागरूकता को दृष्टिगत रखते हुए महापौर के निर्देशन में शहर व आस-पास के अन्य शहरों के विभिन्न आयु और वजन के पहलवानों के लिए इंदौर महापौर केसरी व मध्य प्रदेश महापौर केसरी प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है।
लंबे समय से बदहाल पड़े छोटा नेहरू स्टेडियम की हालत सुधार दी गई। क्योंकि, यहां ‘महापौर केसरी’ दंगल होना है। इस आयोजन के चलते स्टेडियम का गेट बनाने के साथ कुश्ती एरिना के ऊपर पारदर्शी शीट लगाई गई है, ताकि धूप-पानी से एरिना बचा रहे। इन कामों के साथ अन्य कई काम भी किए गए हैं।

Mahapour Kesari Dangal : 'महापौर केसरी' दंगल आज से, 14 साल बाद फिर जोर आजमाइश!

करीब 14 साल बाद शहर में ‘महापौर केसरी’ दंगल होने जा रहा है। इसकी तैयारी जोर-शोर से चल रही है, क्योंकि शहर के साथ प्रदेश और देश के पहलवान दंगल में अपने दांव-पेंच दिखाएंगे। 23 से 26 फरवरी तक छोटा नेहरू स्टेडियम में होने वाले दंगल को लेकर सारी तैयारी अंतिम दौर में चल रही है। नगर निगम ने लंबे समय से बदहाल पड़े नेहरू स्टेडियम की काया दंगल के लिए पलटकर रख दी।

Mahapour Kesari Dangal : 'महापौर केसरी' दंगल आज से, 14 साल बाद फिर जोर आजमाइश!

गैलरी की हालत सुधरी
इसके चलते स्टेडियम के आसपास जहां रोड बना दी गई है वहीं दर्शकों को बैठने के लिए गैलरी की हालत सुधार दी गई है। महिलाओं और पुरुषों के लिए अलग-अलग शौचालय व मूत्रालय का निर्माण किया गया है। प्रशासनिक कक्ष को सुधार दिया गया है। स्टेडियम की दीवारों पर आकर्षक पेंटिंग बनाई जा रही हैं। इसमें देश के विख्यात पहलवानों की तस्वीर, सूर्य नमस्कार और व्यायाम शामिल हैं। गर्मी में धूप से और बरसात में पानी से कुश्ती एरिना सुरक्षित रहे इसके लिए उसके ऊपर पारदर्शी शीट लगाई गई है।

मिट्टी को भी मुलायम किया गया
दंगल के चलते नेहरू स्टेडियम को पूरी तरह संवार दिया गया है। गौरतलब है कि कुश्ती एरिना में मिट्टी को मुलायम करने के लिए तेल, हल्दी, दही और छाछ को पिछले दिनों डाला गया था ताकि कुश्ती लड़ने वाले पहलवानों को चोट नहीं लगे। स्टेडियम में लंबे अंतराल के बाद कुश्ती एरिना की मिट्टी को तैयार किया गया है, क्योंकि पिछले 25 से 30 वर्षों मिट्टी का नवीनीकरण नहीं हुआ था।