महात्मा और दीनदयाल, सब भाजपा के…है न कमाल…

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महात्मा और दीनदयाल, सब भाजपा के…है न कमाल…

आज यानि 17 सितंबर 2022 का दिन मोदी का है, देश का है, मध्यप्रदेश का है और कमल का है। मोदी का इसलिए, क्योंकि उनका जन्मदिन है। देश का इसलिए, क्योंकि वह प्रधानमंत्री हैं। मध्यप्रदेश का इसलिए, क्योंकि कुनो राष्ट्रीय पार्क को अफ्रीकी चीतों की सौगात देते हुए मोदी मध्यप्रदेश में ही अपना जन्मदिन मना रहे हैं और कमल का इसलिए, क्योंकि कमल पूरे देश में खिला है और मध्यप्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल की हरदा से अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन 25 दिसंबर से शुरू की गई अभिनव पहल ‘आपकी समस्या का हल आपके घर अभियान’ का नाम ‘मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान’ रख पूरे मध्यप्रदेश में लागू की जाएगी। तो यह दिन मोदी का है, देश का है, मध्यप्रदेश का है और कमल का भी है।

महात्मा और दीनदयाल, सब भाजपा के...है न कमाल...

कमल का वक्त फिलहाल अच्छा चल रहा है। कमल का ही कमाल है कि सारे महापुरुष, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और देश की आजादी के मसीहा…जो खुद को कांग्रेस से जुड़ा मानते थे…आज वह सब चेहरे भाजपा के हो गए हैं। सितंबर की बात करें तो प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने मोदी के जन्मदिन 17 सितंबर से महात्मा गांधी के जन्मदिन 2 अक्टूबर तक देशभर की तरह मध्यप्रदेश भाजपा संगठन द्वारा सेवा पखवाड़ा के रूप में मनाने की बात कही है। इसी बीच 25 सितंबर को जनसंघ के संस्थापक सदस्य पंडित दीनदयाल उपाध्याय की भी जयंती पर सेवा कार्य जारी रहेंगे। यानि राष्ट्रपिता भी भाजपा के और दीनदयाल तो हैं ही। सरदार वल्लभभाई पटेल भी भाजपा के और अंबेडकर भी। सुभाष चंद्र बोस भाजपा के और लाल बहादुर शास्त्री से भी परहेज नहीं। कांग्रेस के वर्तमान सभी नेताओं का भी भाजपा में हर स्वरूप में स्वागत है, सिवाय गांधी परिवार के सदस्यों को छोड़कर। वैसे सोनिया, राहुल और प्रियंका भी यदि यह कह दें कि हम भी भाजपा की सदस्यता लेने को तैयार हैं, तो हो सकता है कि मोदी भारी मन से या उछल उछल कर यह प्रस्ताव भी स्वीकार कर लें। और कांग्रेस मुक्त भारत की अपनी उपलब्धि का ढोल ढमाकों के साथ ऐलान भी कर दें। राहुल को गले लगाते हुए भावुक होकर यह भी कह दें कि मुझे पता था कि एक न एक दिन राहुल बाबा नरेंद्र मोदी के प्रेम की डोर से खिंचे चले आएंगे और कमलमय हो केसरिया रंग में रंग जाएंगे। और चुटकी लेकर यह भी पूछ लें कि जीजाजी वाड्रा साहब कुशल से हैं न…।

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तो बात वही कि कांग्रेस को दौड़ा दौड़ा कर थकाने और भाजपा की सदस्यता दिलाने का एक महत्वपूर्ण दौर मोदी के आने के बाद से ही शुरू हुआ है। और इसी रणनीति के तहत कांग्रेस के दिग्गजों की भारत जोड़ो यात्रा के दौर में भी कमल दल में आने या कोई अन्य दल बनाने का सिलसिला जारी है। वहीं कृषि मंत्री कमल पटेल भावुक हैं और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का आभार जता रहे हैं कि उन्होंने हरदा के अभियान को रोल मॉडल मानते हुए पूरे प्रदेश में इसे चलाने का निर्णय लिया है।

Modi birthday 1

खैर मोदी 73वें साल में प्रवेश कर खुशी-खुशी स्वस्थ रहकर देश का मान बढ़ाते रहें। तो गरीबों के हितरक्षक बन महंगाई भी घटाते रहें। रोजगार बढ़ाते रहें। तो मध्यप्रदेश के कुनो में अफ्रीकी चीतों का कुनबा बढ़कर रिकार्ड बनाता रहे। वहीं कमल पटेल प्रदेश हित में अभिनव पहल करते रहें और पूरे प्रदेश में किसानों की आय दोगुनी हो। तो सच में आज यानि 17 सितंबर का दिन मोदी का है, देश का है, मध्यप्रदेश का है और कमलदल संग कमल का है। महात्मा से मोदी तक सभी महान आत्माओं की आत्मा फिलहाल भाजपा में बसने का दौर चल रहा है। भाजपा यही साबित कर रही है और यही कमाल है…।