Bulandshahr (UP) : भाजपा के राज में भाजपा सरकार की नीतियों की खुली आलोचना करने वाले मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने अब कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ों यात्रा’ की खुलकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि देश के लिए इस यात्रा के अच्छे नतीज निकलेंगे। राजपथ का नाम बदलकर कर्तव्य पथ किए जाने को लेकर मलिक ने तंज कसा और कहा कि पीएम हर तीसरे दिन कोई न कोई उद्घाटन करते रहते हैं। शायद उस दिन कुछ नहीं होगा इसलिए ‘राजपथ’ का नाम बदल दिया।
कई मौकों पर पीएम नरेंद्र मोदी और उनकी नीतियों की सत्यपाल मलिक आलोचना करते रहते हैं। इस बार भी मलिक ने न सिर्फ राहुल गांधी की तारीफ बल्कि पीएम मोदी पर निशाना भी साधा। उन्होंने यह भी कहा कि जब से किसान आंदोलन शुरू हुआ, तब से उन्होंने अपना इस्तीफा जेब में लिखकर रखा है। जब भी प्रधानमंत्री उनसे ऐसा करने के लिए कहेंगे, वह अपना इस्तीफा सौंप देंगे।
उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले के मूढ़ी बाकापुर गांव में एक कार्यक्रम के दौरान एक सभा को संबोधित करते हुए सत्यपाल मलिक ने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी अच्छा काम कर रहे हैं। मालिक ने उनके प्रयासों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि अगर मैं उनके प्रयास की सराहना कर रहा हूं, तो आप इसे राहुल गांधी के लिए मेरी शुभकामनाएं मान सकते हैं।
उन्होंने कहा कि आजादी से पहले और बाद में देश में कई यात्राएं हुई हैं और उन सभी के अच्छे परिणाम मिले हैं। मुझे उम्मीद है कि भारत जोड़ो यात्रा का भी देश के लिए कुछ अच्छा परिणाम निकलेगा। मलिक ने स्पष्ट किया कि वे पीएम के खिलाफ नहीं थे, लेकिन उन्होंने जो मुद्दे उठाए, वे पीएम के फायदे में होंगे, अगर उन्होंने उन पर कार्रवाई की तो।
मालिक ने कहा कि उनके पास कुछ भी नहीं है अन्यथा प्रवर्तन निदेशालय और आयकर विभाग पहले ही उन पर छापा मार चुके होते। केंद्र की अग्निपथ योजना की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा कि अगर देश की सेना और किसान मजबूत नहीं होते तो देश की सुरक्षा प्रभावित होती।
नाम बदलने की जरूरत क्यों
मेघालय के राज्यपाल ने आगे कहा कि ‘राजपथ’ का नाम बदलने की फ़िलहाल कोई जरुरत नहीं थी। क्योंकि, जैसा कि उन्होंने दावा किया यह नाम देश के पहले पीएम पंडित जवाहरलाल नेहरू ने दिया था, न कि अंग्रेजों ने। ‘राजपथ’ राष्ट्रपति भवन और इंडिया गेट के बीच सड़क का विस्तार है। लेकिन, केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना के हिस्से के रूप में इसका नाम बदलकर ‘कर्तव्य पथ’ कर दिया गया है। राज्यपाल ने व्यंग्य करते हुए कहा कि पीएम हर तीसरे दिन उद्घाटन करते हैं और शायद गुरुवार को कुछ भी निर्धारित नहीं था और इसलिए “राजपथ” का नाम बदल दिया गया और उन्होंने इसका उद्घाटन किया।
किसान और युवाओं पर गहरा संकट
राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने आगे कहा कि देश में किसान और युवा गहरे संकट में हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने MSP समिति के अध्यक्ष के रूप में एक व्यक्ति को नियुक्त किया, जिसने तीन विवादास्पद कृषि कानून तैयार किए। अगर MSP के मुद्दे पर कुछ नहीं होता है, तो इससे किसानों और सरकार के बीच एक बड़ी लड़ाई होगी।