Mandsaur Assembly Elections: क्या इस बार फिर यशपाल जीतेंगे या विपिन विधानसभा जाएंगे?

भाजपा कांग्रेस में है टक्कर

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Mandsaur Assembly Elections: क्या इस बार फिर यशपाल जीतेंगे या विपिन विधानसभा जाएंगे?

मंदसौर से वरिष्ठ पत्रकार डॉ घनश्याम बटवाल की रिपोर्ट

जिला मुख्यालय मंदसौर विधानसभा (224) में चुनावी सरगर्मी तेज़ है इन दिनों, 17 नवम्बर को मतदान होना है और 15 शाम प्रचार थम जायेगा।

भाजपा कांग्रेस बसपा और निर्दलीयों सहित 9 प्रत्याशी मैदान में हैं। वर्तमान विधायक भाजपा के यशपालसिंह सिसोदिया लगातार चौथी बार उम्मीदवार हैं। तीन बार विधायक चुने हुए हैं। वहीं उनका मुकाबला इस बार जिला कांग्रेस अध्यक्ष और ग्राम पंचायत दलौदा सरपंच और जनपद पंचायत सदस्य भी रहे विपिन जैन से है। श्री जैन को पार्टी ने पहली बार प्रत्याशी घोषित किया है।

यूं तो कुल 9 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं पर मुख्य मुकाबला भाजपा कांग्रेस के मध्य होना है। मजेदार बात यह भी है कि निर्दलीयों में विपिन जैन ओर यशपाल नाम के उम्मीदवार भी समान नाम राशि के चुनाव मैदान में हैं। निश्चित ही प्रमुख दलों की रणनीति के तहत ही एकनाम राशि के उम्मीदवारों को उतारा गया है।

♦️ मंदसौर जनपद की सवा सौ ग्राम पंचायत इस विधानसभा क्षेत्र में आती है। मंदसौर नगर में सवा सौ साल की स्थापित नगर पालिका परिषद है।

राजनीतिक रूप से जागरूक क्षेत्र माना जाता है। कांग्रेस से लगातार 6 बार विधायक और श्रम मंत्री रहे हैं श्यामसुन्दर पाटीदार, जनसंघ, जनता पार्टी और भाजपा से सुंदरलाल पटवा, कैलाश चावला भी चुने गए जो मुख्यमंत्री और गृहमंत्री पद पर रहे।

2003 से 2023 आ गया भाजपा को जीत मिली है। अबकी बार कांग्रेस ने फिर चेहरा बदला है।

♦️क्षेत्र की सबसे बड़ी समस्या नगरीय क्षेत्र में सीवरेज लाइन, शिवना शुद्धि, जलस्त्रोत तेलिया तालाब संरक्षण, चिकित्सा सुविधाओं, यातायात दबाव और अनियमित यातायात, ओद्योगिक क्षेत्र विस्तार, नये उद्योगों, ओवर ब्रिज, शिवना ब्रिज, टाऊन एण्ड कंट्री प्लानिंग कार्यालय, डॉक्टरों की कमी, मास्टर प्लान, ओडिटोरियम, पार्किंग स्थल, पवित्र नगरी नियम पालन, गुमटियों की बहुलता, नगर निकायों, सहकारिता व शासकीय कार्यालयों में स्टॉफ की कमी, खाद्य प्रसंस्करण यूनिट, नियमित जल प्रदाय, बंद पड़ी आरटीपीसीआर मशीन, बेरोजगारी समेत कई हैं। कुछ पर काम हुआ है कुछ लंबित हैं और कुछ पर केवल चर्चा ही हो रही है।

अब देखना है कि आने वाले सालों में मंदसौर विधायक क्या बदलाव करते हैं।

♦️वर्तमान विधायक यशपालसिंह सिसोदिया (भाजपा) ने जनसंपर्क के दौरान की बातचीत में कहा कि जितना विकास और निर्माण बीते एक दशक में हुआ है उतना पिछले चार दशकों में नहीं हुआ। यह भी सही है कि जैसे जैसे प्रगति हुई है। नागरिकों की अपेक्षाओं में भी बढ़ोतरी होना स्वाभाविक है। जब काम होता है तभी अपेक्षा भी बढ़ती है। निश्चित ही समस्यायें हैं और कई योजनाओं पर कार्य प्रगति पर है जो आने वाले दिनों में मूर्त रूप लेगी।

पशुपतिनाथ मंदिर परिक्षेत्र में शिवना नदी शुद्ध प्रोजेक्ट पर काम वर्षा काल से रुका है। केंद्र सरकार से 28 करोड़ रुपए की राशि प्रथम चरण के लिए मंजूरी कराई है और धनराशि प्राप्त हो चुकी है। शीघ्र शिवना शुद्धि होगी यदि ओर राशि की जरूरत होगी वह भी लाकर यह काम पूरा करायेंगे।

श्री सिसोदिया ने कहा कि महाकाल लोक की तर्ज़ पर अष्टमुखी पशुपतिनाथ महादेव लोक का निर्माण स्वीकृत कराया है और इसके निर्माण के लिए 25 करोड़ रुपये की राशि भी प्राप्त हुई तथा मुख्यमंत्री द्वारा वर्चुअल शुरू भी कर दिया है। यह बड़ा प्रोजेक्ट शीघ्र आकार लेगा। इसके माध्यम से पर्यटन, आर्थिक, सामाजिक और आध्यात्मिक गति बढ़ने के साथ रोजगार और व्यापार में वृद्धि होगी।

चिकित्सा सेवाओं में डॉक्टरों की कमी पर श्री सिसोदिया ने कहा कि निश्चित रूप से जिला अस्पताल और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर डॉक्टरों की और विशेषज्ञों की कमी है। कुछ नियुक्तियां हुई हैं। इनमें से कुछ डॉक्टर ने जॉइन किया है। इसी कड़ी में केंद्र और राज्य के योगदान से 370 करोड़ से अधिक लागत का मेडिकल कॉलेज भवन निर्माणाधीन है यह 2024 में तैयार होगा। इसके बाद चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध होगी।

यातायात व पार्किंग प्रश्न पर आपने कहा नगरीय बसावट पुरानी है, अब शहर विस्तारित हो रहा है। कोई 60 अवैध कॉलोनियों को वैद्य कराया गया है। अब विकास शुल्क जमा कर नगरीय विकास और निर्माण कार्य हो सकेंगे।
श्री सिसोदिया कहते हैं आबादी बढ़ने के साथ बुनियादी सुविधाएं भी बढ़ाई गई है। नगर व जिले को जोड़ने में फोर लेन, सिक्स लेन और एट लेन एक्सप्रेस वे सड़कों का निर्माण कराया गया है जो सुविधाजनक है वहीं शिवना ब्रिज, संजीत मार्ग ओवर ब्रिज आदि निर्माण भी अंतिम चरण में है।

मंदसौर ही नहीं दलौदा सहित अन्य गांवों को भी सड़क मार्ग से जोड़ दिया है। ग्राम पंचायत दलौदा को नगर परिषद का दर्जा देकर उन्नत कराया है। कॉलेज बिल्डिंग बनवाने के साथ शिक्षण शुरू हो गया है।

पुरी विधानसभा क्षेत्र में इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलप किया है।

खेलों के विकास में अभूतपूर्व काम हुआ है 6 करोड़ की लागत से अंतरराष्ट्रीय स्तर का हॉकी एस्ट्रोटर्फ ग्राउंड, इनडोर सिंथेटिक बैडमिंटन कोर्ट, स्टेडियम निर्माण के साथ क्रिकेट ग्राउंड आदि उपयोग में आरहे है। नेशनल और इंटरनेशनल लेवल के खिलाड़ी तैयार होरहे हैं साथ ही नेशनल लेवल टूर्नामेंट मंदसौर में होरहे हैं। प्लेयर्स के लिए होस्टल निर्माण कराएंगे।

श्री सिसोदिया कहते हैं कि 118 गांवों के लिए ड्रिंकिंग वॉटर की सूक्ष्म जल योजना लागू कराना लक्ष्य है। 13 गांवों को यह मिलना तय है अब शेष ग्रामीण क्षेत्रों के लिए लाना है ताकि हर घर पेयजल पहुंचे।

नए उद्योगों के लिए प्रयास करेंगे, भाजपा के घोषणा पत्र और स्थानीय मुद्दों को सम्मिलित कर कार्य करेंगे।

श्री सिसोदिया ने कहा कि सदी की वैश्विक महामारी कोरोना काल मे दो वर्षों तक भारी परेशानियों का सामना हम सबको करना पड़ा इसके कारण कई कार्य योजनाओं पर प्रभाव पड़ा जो लंबित हो गई।

इस बार जीत की संभावना के प्रश्न पर श्री सिसोदिया कहते हैं कि यह चौथी बार चुनाव में हूं पर इस बार समर्थन उम्मीद से अधिक मिल रहा है विश्वास है मतदाताओं का आशीर्वाद मिलेगा और भाजपा को विजय प्राप्त होगी।

♦️ कांग्रेस प्रत्याशी जिला कांग्रेस अध्यक्ष विपिन जैन मूलतः ग्राम निम्बोद-दलौदा निवासी हैं और ग्राम पंचायत दलौदा के सरपंच रहे। कार्यकाल के दौरान नवाचारों और अच्छे क्रियान्वयन के लिए राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित हुए हैं।
विधानसभा के लिए पहली बार पार्टी ने उम्मीदवार बनाया है।

श्री विपिन जैन ने बातचीत में दावा किया कि जिस प्रकार ग्राम पंचायत दलौदा को नम्बर वन बनाया उसी प्रकार मंदसौर को नम्बर वन बनायेंगे।

पार्टी वचन पत्र के साथ क्षेत्र की समस्याओं का समाधान पहली प्राथमिकता होगी।

वे कहते हैं 20 साल के भाजपा राज में भ्रष्टाचार, बेरोजगारी और महंगाई बेतहाशा बढ़ी है। हालत इतनी खराब है कि किसानों को रासायनिक खाद के लिए दिन रात लाइन में खड़े रहना पड़ रहा है। सरकार और प्रशासन दावा करे पर हकीकत किसानों से पूछे।

दो-दो बार अल्पवर्षा और बाद में तेज़ वर्षा से फसलों को भारी क्षति हुई पर किसानों को केवल बयानबाज़ी ही मिली कोई मुआवजा और राहत नहीं दी गई।

श्री जैन कहते हैं जो भी बड़े निर्माण, सड़कों का निर्माण हुआ उनमें जमकर कमीशनखोरी हुई। एक ही कॉन्ट्रेक्टर को ठेके मिले। गुणवत्ता विहीन काम हुए हैं।

आपने आरोप लगाया कि चंबल नदी योजना, शिवना शुद्ध योजना, काला भाटा डेम योजना, पेयजल टंकी निर्माण योजना, तेलिया तालाब संरक्षण योजना, दलौदा शुगर मिल भूमि योजना, पुल पुलिया निर्माण योजना सभी में जमकर भ्रष्टाचार हुआ और असफल हुई हैं। टेक्निकल गलतियों के कारण और मानक स्तर का निर्माण नहीं होने से करोड़ों रुपए बर्बाद हुए हैं। अब क्षेत्र वासी बदलाव चाहता है। भाजपा से ऊब चुका है।

श्री जैन ने कहा मंदसौर जिला मुख्यालय पर नागरिकों को शिवना नदी, तेलिया तालाब, मिर्जापुरा डेम, चंबल नदी के जलप्रदाय के बावजूद प्रतिदिन पेयजल सप्लाई नहीं मिल रही यह दुर्भाग्य है। ओद्योगिक क्षेत्र में पर्याप्त सुविधाओं की कमी है। नए उद्योगों की स्थापना नहीं हो रही। डॉक्टरों की कमी से सामान्य रोगी को भी रेफर किया जा रहा है।

आपने आरोप लगाया कि शिवना नदी शुद्धि के लिए 20 सालों से प्रयोग किये जारहे हैं करोड़ों व्यय के बाद भी शिवना प्रदुषित होती जारही है।

पवित्र क्षेत्र मंदिर क्षेत्र घोषित हुआ पर यहां मांस मछली शराब आदि के साथ प्रदूषण होरहा यह उपहास हो रहा है।

नगर के सभी वर्गों के साथ मिलकर आदर्श नगर की कल्पना साकार करेंगे। नए उद्योगों के साथ रोजगार के नए अवसर उपलब्ध कराएंगे।

बंद पड़े ट्रैफिक सिग्नल चालू कराएंगे। प्रचलित योजनाओं में तकनीकी त्रुटियों को दूर कर सुधार करेंगे ताकि वास्तविक लाभ मिले। शिक्षा केंद्र के रूप में विकसित करेंगे।

♦️मंदसौर की सांख्यिकी

कुल मतदाता 2 लाख 60 हजार 359
पुरूषमतदाता 1लाख 31 हजार 386
महिलामतदाता 1 लाख 28 हजार 967

18 से 38 आयु के 1 लाख 28 हजार मतदाता हैं जो निर्णायक सिद्ध होंगे।

कुल मतदान केन्द्र 276

सन 2013 में 78 प्रतिशत मतदान हुआ।
सन 2018 में 79 प्रतिशत मतदान दर्ज़ हुआ।

2013 में 16 उम्मीदवार चुनाव लड़े। भाजपा के यशपालसिंह सिसोदिया 49.69 प्रतिशत मतों के साथ विजयी रहे और कांग्रेस के महेंद्र सिंह गुर्जर को हराया।

2018 में 8 उम्मीदवार मैदान में थे। भाजपा के यशपालसिंह सिसोदिया ने कांग्रेस प्रत्याशी और पूर्व मंत्री नरेंद्र नाहटा को 18 हजार 370 मतों से पराजित किया। श्री सिसोदिया को 52 प्रतिशत से अधिक मत हांसिल हुए। अन्य उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई ।

अब 2023 के विधानसभा चुनाव में मतदाताओं की संख्या में 2018 की तुलना में लगभग 65 हजार की वृद्धि दर्ज़ हुई है। वहीं 9 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं।

जनसंपर्क पूरे परवान पर है और औसतन 12 से 18 गांवों का भ्रमण भाजपा और कांग्रेस प्रत्याशी कर रहे हैं। दोनों को ही राजी नाराजगी का सामना भी करना पड़ रहा है वहीं स्वागत सत्कार भी पुरजोर हो रहा है। दोनों उम्मीदवार और दोनों प्रमुख दल भरोसे में हैं कि जीत उसकी होगी?

मतदाताओं में जिज्ञासा है जनसंपर्क में मिल जुल रहा है पर पक्ष विपक्ष के बारे में केवल मुस्कुरा रहा है। हां, समस्याओं के प्रति जरूर मुखर होकर बोल रहा है।

त्यौहार का समय भी है वर्ष के सबसे बड़ा दीपावली पर्व मतदान के ठीक पहले है। व्यापारी वर्ग और किसान व्यस्त हैं। कृषि उपज मंडी में अवकाश की सूचना चस्पा हो गई है। मंडी में 9 से 19 नवम्बर तक अवकाश रहेगा। इधर मतदान के ठीक बाद लग्नसरा वैवाहिक गतिविधियों का क्रम है। इस दृष्टि से चुनाव के प्रति बहुत उत्सुकता नहीं है। सब अपनी प्राथमिकता में लगे हैं।

स्टार प्रचारकों की जनसभाओं में भी लोग उमड़े हैं पर सब उसके पक्ष में मतदान भी करेंगे स्पष्ट नहीं है। यह अवश्य है कि भाजपा संगठनात्मक रूप से योजना बद्ध ढंग से कार्य कर रही है वहीं कांग्रेस उस तुलना में पिछड़ रही है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर आरोप प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है। चुनावी चटखारे के मज़े लिए जा रहे हैं। डमी अकाउंट माध्यम से एक दूसरे की छीछालेदर भी हो रही जमकर।

प्रशासन और पुलिस, साथ निर्वाचन प्रेक्षक, निर्वाचन कार्यालय अपनी जिम्मेदारियों में व्यस्त हैं। तैयारियों में जुटा हुआ है। जिले की सीमावर्ती क्षेत्रों से जुड़े 22 मतदान केंद्र चिन्हित किये हैं। मंदसौर विधानसभा में 77 मतदान केन्द्र संवेदनशील और 4 अति संवेदनशील चिन्हित हैं। तदनुसार व्यवस्था की जा रही है।

पुलिस फ़ोर्स के साथ आईटीबीपी सुरक्षा बल के दल नगरीय और ग्रामीण क्षेत्रों में गश्त कर रहे हैं। चेकिंग सभी स्थानों पर विशेष रूप से गठित एसएसटी टीमों द्वारा की जा रही है। मतदान केन्द्र तैयार किये जा रहे हैं। ईवीएम मशीनें मतदान केन्द्र रवाना हो गई हैं। ड्यूटी निर्वाचन अधिकारियों कर्मचारियों की लगाई गई है। स्वीप प्लान के तहत मतदाता जागरूकता अभियान भी चलाया जारहा है। स्वयं सेवी संगठन, खेल संगठन और नागरिकों के साथ सामाजिक संगठन भी भूमिका निर्वहन कर जागरूक कर रहे हैं।