Mandsaur News – भाजपा – कांग्रेस चुनावी रंग में – जमावट में जुटे दोनों दल और नेता
मंदसौर से डॉ घनश्याम बटवाल की रिपोर्ट
मंदसौर । यूं तो अंतिम चरण में मंदसौर संसदीय क्षेत्र में 13 मई को मतदान होना है पर लोकसभा निर्वाचन के लिए दोनों प्रमुख दल भाजपा और कांग्रेस की गतिविधियों में गर्मी के साथ सरगर्मियां बढ़ने लगी हैं ।
कोई एक माह पहली सूची में भाजपा ने पुनः वर्तमान सांसद सुधीर गुप्ता को उम्मीदवार घोषित कर दिया था और वे पूरे संसदीय क्षेत्र की आठों विधानसभा सीटों पर संगठन के बूते दस्तक देरहे हैं । मंगलवार बुधवार को भी वे पिपलियामंडी , मल्हारगढ़ , नारायणगढ़ , कुकड़ेश्वर , रामपुरा , सिंगोली , रतनगढ़ , डीकेन , सरवानिया महाराज , जावद आदि स्थानों पर जनसंपर्क करते हुए कार्यकर्ताओं से संवाद करेंगे । इसी बीच वे मंदसौर नीमच जावरा सहित प्रमुख स्थानों पर सामाजिक , सांस्कृतिक , स्वयं सेवी संगठन आदि से रूबरू होकर प्रत्यक्ष संवाद कर संबंध ताजा करने में जुटे हैं ।
बसपा ने भी उम्मीदवार घोषित किया है पर अबतक गतिविधियों की कोई जानकारी मतदाताओं के सामने नहीं आई है समझा जाता है आने वाले दिनों में बसपा भी गांव गांव दस्तक देगी ।
भाजपा संगठन की जमावट लोकसभा चुनाव दृष्टि से पहले ही पूरी बनी हुई देखी गई है और उसी आधार पर बूथ लेवल तक अप्रोच कर रहे हैं । तीन और चार अप्रैल को कैबिनेट मंत्री एवं उज्जैन संभाग क्लस्टर प्रभारी विश्वास सारंग , संभाग संगठन इंचार्ज जीतू जिराती व जिला भाजपा अध्यक्ष नानालाल अटोलिया एवं वरिष्ठ नेता आठों विधानसभा सीटों पर पहुंच कर पार्टी कार्यकर्ताओं , नेताओं को सक्रिय कर टास्क देंगे ।
जिला मुख्यालय पर कोई दो दर्ज़न टेलिकालिंग युवाओं के माध्यम से सीधे भाजपा मुख्यालय से जुड़कर स्थानीय लेवल पर संपर्क और संवाद विस्तारित करने में लगे हैं ।
उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा , राज्यसभा सांसद बंशीलाल गुर्जर , पूर्व मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा , हरदीपसिंह डंग , विधायक राजेन्द्र पाण्डेय , दिलीप सिंह परिहार , अनिरुद्ध माधव मारू , चंदर सिंह सिसोदिया , पार्टी प्रदेश प्रवक्ता यशपालसिंह सिसोदिया , चुनाव प्रभारी पूर्व विधायक देवीलाल धाकड़।पूर्व मंत्री कैलाश चावला अनिल कियावत मदनलाल राठौड़ समेत अपने अपने क्षेत्र में सक्रिय होगये हैं । बताते हैं कि एक लक्ष्य पर फ़ोकस है कि कम से कम 370 मत अधिक हांसिल करना है ।
इन सबके बीच यह भरोसा पार्टी को है कि 2019 में पोने चार लाख मतों के अंतर से भाजपा को विजय मिली थी वह इस बार बढ़ कर पांच लाख से ऊपर पहुंचे ।
प्रेक्षकों का मानना है कि जीत की संभावना अवश्य है पर अति विश्वास में गफलत नहीं हो जाय ? क्योंकि मूल भरोसा प्रधानमंत्री मोदी का है ऐसे में वर्तमान सांसद जो तीसरी बार लड़ रहे हैं उनके प्रति नाराजगी भी देखने में आई है पर सशक्त विकल्प का अभाव भी सामने है ।
बहरहाल मंथन के बाद कांग्रेस ने भी लोकसभा उम्मीदवार घोषित कर नया संचार कर दिया है ।
नागदा – खाचरोद के पूर्व विधायक दिलीप सिंह गुर्जर को प्रत्याशी बनाया है । एक सप्ताह में ही श्री गुर्जर ने जोरदार आमद देते हुए मंदसौर , नीमच , मल्हारगढ़ , पिपलियामंडी , नारायणगढ़ , संजीत , धुंधड़का आदि स्थानों पर पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं में जोश भरा है । एक लाभ की स्थिति यह देखने में आई है कि भिन्न भिन्न गुटों में बंटी कांग्रेस पूर्व विधायक श्री गुर्जर के समर्थन में एकजुट होकर चुनाव लड़ने के लिए सक्रिय दिखाई देरहे हैं ।
मंदसौर कांग्रेस जिलाध्यक्ष विपिन जैन नीमच जिलाध्यक्ष अनिल चौरसिया भी योजना बनाने में जुट गए हैं ताकि उत्साह का संचार हो ।
लोकसभा के लिए नियुक्त प्रभारी इस क्षेत्र की पूर्व सांसद मीनाक्षी नटराजन , पूर्व मंत्री नरेंद्र नाहटा दोनों अनुभवी हैं और गुर्जर – गायरी समाज के साथ अल्पसंख्यक मतदाताओं की बड़ी संख्या कांग्रेस को भरोसा दिला रही है कि इस बार पार्टी टक्कर में है ।
इसके आधार भी सामने हैं 2019 में पोने चार लाख मतों का अंतर 2023 के विधानसभा चुनावों में घट कर पोने दो लाख पर आगया है और जिला मुख्यालय मंदसौर की विधानसभा सीट कांग्रेस ने जीती वहीं जावद विधानसभा पर मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा बमुश्किल विजय प्राप्त कर सके ।
पूर्व मंत्री सुभाष सोजतिया ,नवकृष्ण पाटिल , नंदकिशोर पटेल , राजेश रघुवंशी ,प्रकाश रातड़िया पुष्पा भारतीय राकेश पाटीदार परशुराम सिसोदिया , अनिल शर्मा , दीपक सिंह चौहान , सुनील बसेर , रूपल अशांशु संचेती , मनजीत सिंह मनी , कमलेश सोनी , भानु प्रताप राठौड़ , तरुण बाहेती , अजीत कांठेड़
महेंद्र सिंह गुर्जर , अजय लोढ़ा , राघवेंद्र सिंह तोमर , ओम सिंह भाटी , गोविंद सिंह पंवार , इष्टा भाचावत , आदि की सक्रियता देखने में आरही है । वहीं प्रत्याशी श्री गुर्जर के समर्थन में नागदा – खाचरोद क्षेत्र के कार्यकर्ता और नेता भी मंदसौर नीमच जिले में आमद देरहे हैं बताया जाता है कि नीमच जिले में श्री गुर्जर का ससुराल भी है जो उनके लिए लाभ का सौदा बताया जा रहा है ।
हां , यह महत्वपूर्ण है कि जिस रफ़्तार से प्रदेश के अन्य जिलों में कांग्रेस नेताओं का भाजपा में प्रवेश होरहा है उस तुलना में मंदसौर संसदीय क्षेत्र में बदलाव नहीं हुआ । गिने चुने नेताओं कार्यकर्ताओं ने ही भाजपा जॉइन की है ।
बताते चलें गुर्जर – गायरी मतदाताओं की निर्णायक बहुलता को ध्यान में रखते हुए ही भाजपा ने अपनी चाल पहले ही चल दी जब मंदसौर के किसान नेता भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बंशीलाल गुर्जर को राज्यसभा सदस्य चयनित किया और नीमच से हाल ही में कांग्रेस से विधानसभा चुनाव लड़े उम्मीदवार उमरावसिंह गुर्जर को भोपाल में भाजपा में प्रवेश दिलाया ।
अब जैसे जैसे गर्मी बढ़ेगी चुनावी सरगर्मी भी बढ़ती जाएगी क्योंकि चार बार के विधायक रहे कांग्रेस उम्मीदवार दिलीप सिंह गुर्जर अपने आधार वोटों को पक्ष में करने की कसर बाकी नहीं रखेंगे क्योंकि उनको और कांग्रेस को कुछ खोना नहीं है चेलेंज तो भाजपा के लिए है कि 2019 से बड़ी जीत प्राप्त करती है या 2023 विधानसभा चुनाव मतों को भी खो देती है ?
प्रशासन चुनावी तैयारी में लगातार जुटा है । मंगलवार को ही जिला निर्वाचन अधिकारी एवं कलेक्टर दिलीप कुमार यादव ने कॉलेज परिसर में स्ट्रॉग रूम व्यवस्था निरीक्षण किया और एसडीएम शिवलाल शाक्य , तहसीलदार रमेश मझारे , पुलिस फोर्स को आवश्यक निर्देश दिये और सी सी टी वी कैमरों की निगरानी में लेने का बताया है ।