Mandsaur News – –
प्रत्यक्ष कर का देश के विकास में अहम योगदानः आयकर अधिकारी श्री संजीव कुमार
मंदसौर से डॉ घनश्याम बटवाल की रिपोर्ट
मन्दसौर। आयकर कार्यालय मन्दसौर, में 24 जुलाई सोमवार को 63वाँ आयकर दिवस मनाया गया ।
इस उपलक्ष्य में लोटस वैली स्कूल के विद्यार्थियों को आयकर कार्यालय का भ्रमण कराया गया इस दौरान आयकर अधिकारी श्री संजीव कुमार द्वारा राष्ट्र के निर्माण में आयकर के योगदान के बारे में अवगत कराया ।
आयकर अधिकारी श्री संजीव कुमार ने आयकर दिवस के अवसर पर आयोजित समारोह में विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रत्यक्ष कर के संग्रहण से देश में राजस्व प्राप्ति होती है यह राजस्व विकास के कार्यो में खर्च होता है। इस प्रकार प्रत्यक्ष कर का विकास कार्यो में अहम योगदान होता है। देश के हर नागरिक को अपनी कर योग्य आय के हिसाब से राजस्व देकर राष्ट्र निर्माण में भागीदार बनना चाहिये। वित्तीय जागरूकता आज सबसे बड़ी जरूरत है, बच्चें आगे पढे़ं और अच्छी नौकरी व्यवसाय कर देष की प्रगति में योगदान देवें ।
इस अवसर पर विद्यालय छात्रों ने कर प्रणाली संबंधित अपनी जिज्ञासा को भी रखा जिसका समाधान आयकर निरीक्षक श्री तरूण शर्मा ने किया। कार्यक्रम के दौरान आयकर परिसर में स्टूडेंट्स एवं अधिकारियों द्वारा पौधेरोपण भी किया गया। कार्यक्रम के अंत में श्री लोकेश मीणा द्वारा आभार व्यक्त किया गया।
♦️कर सलाहकारों एवं सी ए चैप्टर ने समय बढ़ाने का मुद्दा रखा
आयकर दिवस अवसर पर मंदसौर कर सलाहकार संघ एवं चार्टर्ड अकाउंटेंट चैप्टर ने इस प्रतिनिधि से चर्चा में स्पष्ट किया कि हर स्तर पर आर्थिक गतिविधियों में वृद्धि हुई है और देश की सकल आय वृद्धि के साथ करदाताओं द्वारा आयकर देने से विकास दर में भी इजाफ़ा हुआ है ।
सी ए चैप्टर मंदसौर अध्यक्ष वीरेन्द्र जैन , वरिष्ठ सी ए विकास भंडारी ने बताया कि आयकर विभाग और करदाता दोनों राष्ट्र निर्माण और विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं । विभाग द्वारा सरलीकरण एवं डिजिटल व्यवस्था से आसानी हुई है और करदाताओं की संख्या भी बढ़ रही है ।
आपने बताया कि आयकर दिवस अच्छा मौका है जब करदाताओं और नागरिकों के हितों की बात सरकार और विभागों के समक्ष रखना श्रेयस्कर होगा । वर्तमान व्यवस्था में सारे विवरण एवं डेटा जून तक मिल पारहे हैं और आयकर विवरणी प्रस्तुत करने की अवधि 31 जुलाई तक ही रखी गई है जो कम है । इसे प्रारंभ से ही दो माह या 31 अगस्त तक किया जाना चाहिए ।
आपने तर्क दिया कि वर्तमान राजनीतिक एवं प्रशासनिक
व्यवस्थाओं के चलते बैंकों और वित्तीय संस्थाओं पर अतिरिक्त कार्य है और नागरिकों एवं करदाताओं को डॉक्युमेंट्स एकत्रीकरण में ही बहुत समय लग रहा है ।
यह भी एक तरह का तनाव है जबकि केन्द्र सरकार और आयकर विभाग सरलीकरण के साथ अधिक लोगों को जोड़ने का प्रयास कर रहा है , समय बढ़ जाने से सभी वर्गों को सुविधा होगी और तैयारी से आयकर विवरणों को एकत्र कर विवरणिका दाखिल कर सकेगा ।
आपने आशा व्यक्त की है कि इसके फलस्वरूप आयकर दाताओं की संख्या में अपेक्षित बढ़ोतरी होगी और
विभाग व शासन की आय में भी वृद्धि होगी ।
आपने आयकर दिवस अवसर पर समस्त करदाताओं का सम्मान करते हुए बधाई दी और कहा कि आय के साथ कर चुकाने से देश आर्थिक और अधोसंरचना क्षेत्रों में प्रगति कर रहा है