Mandsaur News -जिला चिकित्सालय मंदसौर को मिला एन क्यू ए एस ( NQAS ) गुणवत्ता प्रमाण पत्र
ग्यारह बिंदुओं परीक्षण पर 90 प्रतिशत अंकों से मिली उपलब्धि
मंदसौर से डॉ घनश्याम बटवाल की रिपोर्ट
मंदसौर। जिले को क्षेत्र में महत्वपूर्ण उपलब्धि मिली है । 6 दिसम्बर को राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन अंतर्गत भारतीय सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के अपर सचिव एवं मिशन निदेशक एल एस चांगसन ने प्रदेश शासकीय चिकित्सा केंद्र एवं जिला अस्पताल की सूची जारी की है ।
इसमें मंदसौर जिला चिकित्सालय के साथ शिवपुरी एवं बाल्दी किल्लोद खंडवा शामिल हैं ।
भारत सरकार द्वारा स्वास्थ्य सेवाओ के उच्चतम गुणवत्ता स्तर के मापदंड की कसौटी पर जिला चिकित्सालय मंदसौर की स्वास्थ्य सेवाओं ने NQAS मानक के 19 विभागों में से 11 के लिए अपनी तैयारी पूर्ण कर उच्च स्तर पर भेजी थी जिसको मानक स्तर पर जांचने और कार्य गुणवत्ता का आंकलन करने हेतु माह सितम्बर में 18 से 20 तक केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा गठित 3 राष्ट्रीय पर्यवेक्षकों का सदस्यीय दल मंदसौर आया था। जिनके द्वारा 11 विभागों को बिंदुवार 100 अंको के मानक स्तर पर देखा गया, कार्य व्यवस्था को लेकर स्टाफ के साथ जानकारी ली गई, रिकार्ड चेक किये गए, सभी तरह की पालिसी का अवलोकन किया गया। आम जन और भर्ती मरीजों से अस्पताल की सेवा कार्य के बारे में सवाल किए जाकर जानकारी ली गई साथ ही अन्य भौतिक सत्यापन किए गए।
कड़े मापदंडों पर खरे उतरते हुए 11 विभागों में 70 से ऊपर अंक हासिल किए गए जिसका परिणाम यह रहा कि जिला चिकित्सालय मंदसौर को 90 प्रतिशत अंको के साथ नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड प्रमाण पत्र प्राप्त हुआ है।
इस उपलब्धि के साथ ही अब राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की योजना अनुसार मंदसौर जिला चिकित्सालय को आगे लगातार 3 वर्ष तक तकरीबन 5 हजार की राशि प्रति बेड प्रति वर्ष के अनुसार प्राप्त होगी जिससे जिला अस्पताल की कार्य गुणवत्ता को बनाए रखने के साथ ही नई नई स्वास्थ्य सेवाओ को आमजन व रोगियों को प्रदाय करने में काफी मदद मिलेगी।
उल्लेखनीय है की इस प्रमाण पत्र मिलने से राष्ट्रीय स्तर पर जिला चिकित्सालय मंदसौर अब उन अस्पतालों की सूची में शामिल हो गया है जहां सुरक्षित प्रसव और उच्च गुणवत्ता की मातृत्व सुरक्षा का “लक्ष्य” दक्षता का प्रमाण पत्र भी है और NQAS प्रमाणित होने का प्रमाण पत्र भी है।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की सूची में शिवपुरी जिला चिकित्सालय को भी 90 प्रतिशत अंकों के साथ प्रथम वरियता दी है वहीं खंडवा के बालदी किल्लोल को 81 प्रतिशत प्राप्तांकों के साथ तीसरा स्थान दिया है ।
मंदसौर जिला चिकित्सालय का लोकार्पण 26 जनवरी 1956 को हुआ और निरंतर सुधार की प्रक्रिया को बनाए रखते हुए वर्ष 2023 में इस राष्ट्रीय स्तर के प्रमाण पत्र तक पहुंचना आसान नही था किंतु टीम के लगातार प्रयास और सबके समर्पण भाव से यह उपलब्धि प्राप्त हुई है जिसका श्रेय सिविल सर्जन डा डी के शर्मा ने अपनी पूरी टीम डॉक्टरों , नर्सिंग स्टॉफ , मेडिकल स्टॉफ और जिला प्रशासन , जनप्रतिनिधियों के सतत सहयोग और मार्गदर्शन को दिया है। ज्ञातव्य है कि कोरोना संक्रमण के दौरान पीड़ितों के उपचार करते हुए स्वयं सिविल सर्जन डॉ शर्मा , अन्य चिकित्सक , कंपाउंडर , नर्सिंग स्टॉफ भी कोरोना संक्रमित हुए पर भर्ती मरीजों की
24 × 7 सेवाएं प्रदान की । ब्लड बैंक सुविधाओं से मंदसौर नगर व जिला ही नहीं समीपवर्ती जिलों में भी ब्लड ऑन कॉल उपलब्ध कराया जारहा है ।
सीमित संसाधनों और चिकित्सकों की कमी के बावजूद बेहतर देने का कार्य किया जारहा है । यह मानक प्रमाण पत्र सेवाओं के लिए उपलब्धि है । इससे मनोबल बढ़ेगा सारे मेडिकल स्टॉफ का । नई चिकित्सा सुविधाएं भी जुटाई जारही हैं और मंदसौर में मेडिकल कॉलेज भवन निर्माणाधीन है आगामी वर्ष में बिल्डिंग तैयार होगी ।
जिला कलेक्टर श्री दिलीप कुमार यादव , सीईओ कुमार सत्यम , जिले के स्वास्थ्य अधिकारी डॉ गोविंदसिंह चौहान ने जिला चिकित्सालय को प्राप्त प्रमाणित उपलब्धि पर सिविल सर्जन सहित मेडिकल स्टॉफ को बधाई दी है ।