Mandsaur News –कठघरे में शिवना शुद्धिकरण योजना:मंत्री, सांसद के बाद विधायक ने सवाल उठाए
मंदसौर से डॉ घनश्याम बटवाल की रिपोर्ट
मंदसौर । बड़ी उम्मीद के साथ अद्वितीय अष्टमुखी पशुपतिनाथ महादेव मंदिर, सहस्त्र लिंगमहादेव, रामघाट, गजेंद्र घाट , बड़ी पुलिया , मुक्ति धाम अलावदाखेड़ी मिर्जापुरा महावीर सागरश्रवण नाला आदि क्षेत्रों से बहने वाली शिवना नदी प्रदूषण से समय रहते मुक्त होगी इसके लिए विधायक यशपालसिंह सिसोदिया , सांसद सुधीर गुप्ता सीतामऊ विधायक एवं पर्यावरण मंत्री हरदीपसिंह डंग नपाध्यक्ष रमादेवी गुर्जर सहित पक्ष विपक्ष और स्वयं सेवी संगठनों , श्रद्धालुओं नागरिकों ने बहुत प्रयास किये की नगरीय क्षेत्र की प्रदूषित शिवना नदी शुध्दि हो और निर्मल स्वच्छ बहे । केंद्र सरकार द्वारा लगभग 28 करोड़ रुपये की राशि प्रथम चरण में मंजूर की है ।
इसकी निर्माण एजेंसी पीआईयू को बनाया गया कार्य आरम्भ के साथ ही कार्ययोजना स्पष्ट सामने नहीं आई ।
नगर पालिका परिषद अध्यक्ष श्रीमती रमादेवी गुर्जर , हुडको डायरेक्टर बंशीलाल गुर्जर , पार्षद दल , कांग्रेस संगठन पदाधिकारियों , स्वयं सेवी संगठन एवीएस मनीष भावसार , दशपर जागृति संगठन , जनअभियान परिषद , गायत्री परिवार सहित अन्य ने मौके पर पहुंच कर चल रहे कार्यों पर आपत्ति दर्ज़ कराई ।
जिला कलेक्टर की उपस्थिति में हुई बैठक में मंत्री श्री डंग सांसद श्री गुप्ता ने योजना के ब्लूप्रिंट , थ्रीडी प्रेजेंटेशन
विस्तृत योजना सबके समक्ष रखने के निर्देश दिये ।
इस बीच काम चलता रहा , वर्षा काल भी शुरू होगया । इस महत्वपूर्ण योजना में अपेक्षित सुधार नहीं होने की शिकायत आती रही ।
आज शनिवार को जब वरिष्ठ विधायक श्री यशपालसिंह सिसोदिया स्वयं निरीक्षण करने पहुंचे और बरती जारही लापरवाही और ख़ामियों की ओर ध्यान आकर्षित किया है ।
कोई दो घंटे से अधिक समय रिमझिम बरसते पानी में विधायक ने शिवना परिक्षेत्र का भ्रमण किया ।
मौके पर मौजूद पीआईयू निर्माण एजेंसी , कार्यरत कॉन्ट्रेक्टर व अन्य के समक्ष आपत्ति दर्ज़ कराते हुए नाराजगी भी जताई ।
*शनिवार को वरिष्ठ विधायक श्री यशपाल सिंह सिसोदिया ने शिवना शुद्धिकरण योजना के अंतर्गत चल रहे कार्य का अवलोकन किया और विस्तृत अवलोकन के पश्चात ठेकेदार द्वारा बरती जा रही लापरवाही एवं खामियों को लेकर जिला कलेक्टर मंदसौर श्री दिलीप कुमार यादव को पत्र लिखकर अवगत कराया।*
*श्री सिसोदिया ने पत्र में कहा कि दिनांक 8 जुलाई को मैंने पी आई यू के अधिकारियों के दल, निर्माण एजेंसी के ठेकेदार के सहयोगी, जनप्रतिनिधि, सामाजिक एवं समाजसेवी संगठन से जुड़े लोगों एवं पत्रकारों के साथ शिवना शुद्धिकरण कार्य का निरीक्षण किया।
काश्तकार रेस्टोरेंट के नीचे दो चेंबर के बाद एक पाइप से दूसरे पाइप को नहीं जोड़े जाने की लापरवाही इस दौरान सामने आई। क्षेत्रवासियों ने मुझे अवगत करवाया कि तीन छतरी बालाजी, खानपुरा तथा भावसारों की बगीची तक कई स्थानों पर ठेकेदार ने पाइप को जॉइंट नहीं किया है तथा खुला छोड़कर मिट्टी से पाइप ऊपर भराव कर दिया है!*
*इस संदर्भ में मैंने अधिकारियों से चर्चा की तो उन्होंने मुझे अवगत करवाया कि कॉन्टैक्टर एक पाइप को दूसरे पाइप से कॉलर के साथ जॉइंट करने में ना नाकुर कर रहा है। मुझे यह जवाब सुनकर बड़ा आश्चर्य हो रहा है, अगर एक पाइप अगर दूसरे पाइप से जुड़ेगा ही नहीं तो पानी अलावदाखेड़ी मुक्तिधाम तक बाय ग्रेविटी कैसे पहुंचेगा?*
*विधायक ने कहा केंद्र राज्य की इस योजना पर एप्को भोपाल की निगरानी भी है और कार्य योजना पर अमल कराने का काम किया पी आई यू के तकनीकी अधिकारियों का है, ठेकेदार के मना करने पर कार्य रूप में परिणित नहीं होगा, ठेकेदार को डीपीआर अनुबंध आदि को पूरा करने की जिम्मेदारी है। उक्त योजना पर ₹28 करोड़ खर्च हो रहे हैं।
आपने बताया शिवना मैया सिर्फ नदी नहीं है, बल्कि आस्था का केंद्र बिंदु है। इतनी बड़ी कार्य योजना और इतना बड़ा बजट होने के बाद भी यदि कमियां और खामियां रह जाएंगी, तो शासन एवं प्रशासन की बदनामी होगी।*
*विधायक ने कलेक्टर को लिखा आपसे मेरा अनुरोध है कि ठेकेदार ने जहां-जहां पाइप को कॉलर के साथ जॉइंट ना करते हुए खुला छोड़ दिया है, उसे पूरा कराया जाना नितांत आवश्यक है। अन्यथा गंदा पानी फिर नदी के आस पास ही रहेगा और फिल्टर प्लांट मुक्तिधाम अलावदाखेड़ी तक पहुंच नहीं पायेगा।*
सालों बाद मंजूर हुई इस महती शिवना नदी पर्यावरण संरक्षण परियोजना के तहत शुध्दि योजना पर सही से अमल होना नितांत आवश्यक है । कोई दो दशकों से शिवना शुध्दि के नाम प्रयोग होते रहे हैं और नई कार्ययोजना पर काम चल रहा है जो गारंटी नहीं देरहा कि सब सही चल रहा । नागरिकों की आशंका है कि फ़िर शुध्दि करण की राशि शिवना नदी में ना बह जाए ? शिकायत यह भी सामने आई की अंडर ग्राउंड लगाये जारहे सीमेंट पाइप मानक स्तर से कम और डायमीटर भी कम बताते हैं
समझा जाता है कि इस विषय में विधायक श्री सिसोदिया द्वारा श्री मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के संज्ञान में मामला लाया गया है ।