समय पर चुनावी खर्च का ब्यौरा नहीं दे पाए राजकुमार पटेल सहित कई उम्मीदवार, अब 3 साल तक नहीं लड़ सकेंगे चुनाव
भोपाल:विधानसभा चुनाव लड़े राजकुमार पटेल सहित कई उम्म्मीदवारों ने जिला निवार्चन अधिकारी को चुनाव खत्म होंने के बाद तय समयसीमा के भीतर चुनावी खर्च का ब्यौरा नहीं दिया है। अब चुनाव आयोग ने उनके सहित विधायक पद के कई अन्य उम्मीदवारों को तीन साल के लिए किसी भी प्रकार का चुनाव लड़ने के अयोग्य घोषित कर दिया है।
देवतालाब विधानसभा सीट से चुनाव लड़े राकुमार पटेल उर्फ दादा भाई ने चुनाव लड़ा पर अपने चुनावी खर्च का ब्यौरा नहीं दिया। देवबालाब विधानसभा निर्चााचन क्षेत्र के रिटर्निंग अधिकारी ने तीन दिसंबर 2023 को वहां का परिणम घोषित कर दिया था। राजकुमार पटेल को चुनावी खर्च का निर्वाचन व्यय लेखा दाखिल करने के लिए अंतिम समय सीमा दो जनवरी 2024 थी। उन्होंने तय समयसीमा के भीतर चुनावी खर्च का ब्यौरा नहीं दिया और न ही वे यह बता पाए कि ऐसा करने में वे क्यों असफल रहे। इसके बाद 19 जुलाई 2024 को जिला निर्वाचन अधिकारी भोपाल और उप मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने इस मामले में तमाम तथ्यों की पड़ताल कर राजकुमार पटेल को निर्वाचन व्यय प्रस्तुत नहीं करने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया था। राजकुमार पटेल उर्फ दादा भाई को नोटिस के बीस दिनों के अंदर लेखा जोखा प्रस्तुत करने को कहा था। जिला निर्वाचन अधिकारी रीवा ने उन्हें नोटिस दिया था इसके बाद भी पटेल ने कोई जवाब नहीं दिया और विफलता के लिए कोई कारण और स्पष्टीकरण नहीं दिया। इसके बाद निर्वाचन आयोग ने इस मामले में यह मानते हुए कि पटेल निर्वाचन व्ययों का लेखा जोखा समयसीमा में प्रस्तुत करने में असफल रहे है। इसके लिए कोई न्यायोचित कारण भी वे नहीं बता पए है इसलिए उन्हें तीन वर्ष के लिए चुनाव लड़ने के लिए अयोग्य घोषित कर दिया है।
इसी तरह सिरमौर विधनसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ी सरिता पाण्डेय , त्योंथर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ी रामकली, देवतालाब विधानसभा से चुनाव लड़े बंशरुप कठेल, गुढ़ विधानसभा सीट से चुनाव लड़े राकेश कुमार पाण्डेय भी चुनाव सम्पन्न हो जाने और परिणामों की घोषणा के बाद भी तय समयसीमा में चुनावी खर्च का ब्यौरा नहीं दे पाए। इन्हें जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा नोटिस देकर सुनवाई का मौका दिया गया लेकिन वहां भी वे न तो चुनावी खर्च का ब्यौरा दे सके और न ही समय पर खर्च का ब्यौरा न देने के लिए कोई स्पष्ट कारण बता पाए। इसलिए इन सभी को तीन साल के लिए चुनाव लड़ने के लिए अयोग्य घोषित कर दिया है।