
Many Hearts Received The Gift Of Breath : विवाह समारोह में नवदम्पत्ति ने किया मानव-सेवा का राज्याभिषेक, कई दिलों को मिली सांसों की सौगात!
समारोह के मेहमानों ने 21 यूनिट रक्तदान कर रचा इतिहास!
Ratlam : शनिवार का दिन रतलाम की धरती पर प्रेम, त्याग और करुणा के एक ऐसे महामिलन का साक्षी बना, जिसने वैवाहिक उत्सवों के अर्थ को ही बदलकर रख दिया। डॉ. फैंथ और डॉ. नीलू ने अपने सात फेरों के साथ-साथ, मानवता की 7 पीढ़ियों को जीवनदान देने का संकल्प लिया। शहर के बरबड़ रोड़ स्थित श्री जी पैलेस पर आयोजित उनके विवाह समारोह के दौरान एक अभूतपूर्व विशाल रक्तदान शिविर आयोजित हुआ जिसमें 21 मेहमानों ने रक्तदान कर आयोजन में चार चांद लगा दिए।

पद्मश्री डॉ. लीला जोशी ने इस कार्य को युगों-युगों तक याद रखा जाने वाला आदर्श बताते हुए हृदय से अभिनंदन किया। उन्होंने कहा कि जहां शादियां प्रदर्शन और अपव्यय का प्रतीक बन चुकी हैं, वहां इन युवाओं ने अपनी खुशियों को हजारों लोगों की सांसों में बांट दिया हैं। यह विवाह हमें सिखाता है कि जीवन का सबसे बड़ा निवेश मानव जीवन में होना चाहिए। मैं इस दिव्य संकल्प को प्रणाम करती हुं।
रक्तमित्रों की अमर विरासत!
यह शिविर केवल रक्त संग्रहण का केंद्र नहीं बल्कि गहनतम भावना का प्रकटीकरण था। यह आयोजन उन महान पुण्यात्माओं स्वर्गीय हकीममुद्दिन जीवाखान और स्वर्गीय जैनुद्दीन वली और विशेष रूप से रक्तदान आंदोलन के पुरोधा जिन्होंने 105 मर्तबा रक्तदान कर इतिहास रचा जिनका एक सप्ताह पूर्व ही निधन हो गया उनकी अमर स्मृतियों को समर्पित रहा। इस नेक कार्य में रक्त केंद्र जिला चिकित्सालय रतलाम की पूरी टीम ने अपना सहयोग दिया। टीम से कमलेश यादव, मीनाक्षी शर्मा, सुरपाल चारेल, गोवर्धन एवं जितेंद्र ने वैज्ञानिक पद्धति से रक्त संग्रहण का कार्य सफलता पूर्वक किया। दिलीप भंसाली के नाम पर बही हर बूंद आज रक्त की अविरल धारा बनकर लौटी, जिसने थैलीसीमिया से जूझते मासूमों, प्रसूता माताओं और गंभीर मरीजों के जीवन में नवचेतना का सूर्योदय किया।

सेवा के मौन अग्रदूतों के अटूट बंधन में इस ऐतिहासिक सफलता का संपूर्ण श्रेय डॉ. मिराज जीवा खान और मिसेज शबाना जीवाखान तथा उनके पूरे परिवार को जाता हैं जो हेल्पिंग हैंड्स रतलाम वेलफेयर सोसायटी के आधार-स्तंभ हैं। ग्रुप के समर्पित सहयोगी राकेश पाटीदार, प्रदीप परमार एवं अन्य सदस्यों ने अपनी निःस्वार्थ और निःशुल्क सेवा से यह सुनिश्चित किया कि हर रक्तदाता को सम्मान मिलें और दान की प्रक्रिया सुव्यवस्थित रहें। इस अद्वितीय उपलब्धि के बाद, हेल्पिंग हैंड्स ग्रुप ने सभी नागरिकों के लिए एक हृदयस्पर्शी और अत्यंत प्रेरणादायक संदेश जारी किया।
आइए, रक्तदान करें और दूसरों का जीवन बचाएं!
यह आपकी सबसे बड़ी विरासत है, जिसे आप बिना खोए, किसी और को दे सकते हैं। रतलाम ने दिखाया है कि सच्चा प्रेम केवल दो लोगों तक सीमित नहीं रहता वह पूरी मानवता के लिए धड़कता है। यह मशाल हेल्पिंग हैंड्स रतलाम वेलफेयर सोसायटी के माध्यम से पूरे भारत में सदैव प्रज्वलित रहें। डॉ. फैंथ और डॉ. नीलू का यह विवाह आज एक अमर गाथा बन चुका है, जिसने यह सिद्ध कर दिया है कि प्रेम, जब करुणा से जुड़ता है तो वह केवल 2 लोगों का नहीं, बल्कि पूरे समाज का भाग्य बदल देता है!





