Many Rivers in Spate : भारी बारिश से मध्य प्रदेश में कई नदियां उफान पर!
Bhopal : प्रदेश के कई जिलों में तेज बारिश के कारण बाढ़ जैसे हालात बन गए। कई नदियां उफान पर हैं, तो कहीं डैम ओवरफ्लो हो गए। गुरुवार रात और शुक्रवार अलसुबह भोपाल-इंदौर समेत कई जिलों में तेज बारिश हुई। बड़वानी में नर्मदा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। बैतूल में पारसडोह डैम के गेट खोलने से ताप्ती नदी का जलस्तर बढ़ गया। सारणी के सतपुड़ा डैम के भी तीन गेट खोले गए हैं। प्रदेश में अभी मौसम के चार सिस्टम एक्टिव हैं।
भोपाल के बड़ा तालाब का जलस्तर भी बढ़ गया। गुरुवार को मंडला में 9 घंटे में डेढ़ इंच पानी गिरा। जबकि, धार में 1 इंच के करीब बारिश हुई। इसके अलावा उज्जैन, रायसेन, जबलपुर और सिवनी में भी पानी गिरा। इंदौर में पिछले 24 घंटों में 3 इंच बरसात हुई। शुक्रवार को कई जिलों में अति या भारी बारिश का अलर्ट है। इनमें नर्मदापुरम, बैतूल और रतलाम ऐसे जिले हैं, जहां 24 घंटे में 8 इंच तक बारिश हो सकती है। भोपाल, उज्जैन समेत 16 जिलों में तेज बारिश हो सकती है।
इंदौर में गुरुवार रात से हो रही भारी बारिश के चलते कलेक्टर डॉ. इलैया राजा टी ने शुक्रवार को सभी स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी है। साथ ही स्कूल संचालकों को छात्रों के सुरक्षा के संबंध में एहतियात बरतने के निर्देश दिए हैं। सीहोर के इछावर में शुक्रवार सुबह 3 घंटे में 5 इंच बारिश हुई। घरों में पानी भरा गया। 45 गांव का संपर्क जिले से टूट गया है। आष्टा में रात से ही बारिश हो रही है। पार्वती नदी, सीप और कोलार नदी उफान पर है। इंदौर-भोपाल सड़क मार्ग बंद हो गया है।
इस वजह से भारी बारिश का अंदेशा
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक, बंगाल की खाड़ी, नॉार्थ आंध्रप्रदेश, साउथ ओडिशा पोस्ट पर सिस्टम एक्टिव है। जिसका असर मध्यप्रदेश में भी है। इसके अलावा, साउथ छत्तीसगढ़ में साइकोनिक सर्कुलेशन है। एक मानसून ट्रफ लाइन कोटा, रायसेन, सिवनी, रायपुर, ओडिशा होते हुए गुजर हो रही है। वहीं, पूर्वी-पश्चिमी हवाएं भी आपस में मिल रही है। इस कारण दक्षिण मध्य प्रदेश से लगे इलाकों में इसका असर है। इन सभी सिस्टम की वजह से प्रदेश में बारिश का दौर जारी रहेगा।