Mass Suicide Attempt : नौकरी से निकालने पर 7 कर्मचारियों ने जहर खाया 

सभी अस्पताल में भर्ती, हालत सामान्य, दोनों मालिक फरार 

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Mass Suicide Attempt : नौकरी से निकालने पर 7 कर्मचारियों ने जहर खाया 

इंदौर। परदेसीपुरा थाना क्षेत्र स्थित एक निजी कंपनी में काम करने वाले सात कर्मचारियों ने जहर खाकर जान देने की कोशिश की। इन कर्मचारियों ने गुरुवार सुबह आत्महत्या करने की नियत से एक साथ जहरीले पदार्थ का सेवन कर लिया। बताया जा रहा है कि कंपनी ने हाल ही में सातों कर्मचारियों को काम से निकाल दिया था, जिसके चलते उन्होंने ये कदम उठाया।

सभी कर्मचारियों को इंदौर के एमवाय अस्पताल में भर्ती किया गया है, जहां इलाज जारी है। आत्महत्या करने वालों में जमनाधर विश्वकर्मा, दीपक सिंह, राजेश मेमियोरिया, देवीलाल करेडिया, रवि करेड़िया, जितेंद्र धमनिया और शेखर वर्मा हैं। घटना के बाद से कंपनी मालिक रवि बाफना और पुनीत अजमेरा लापता हैं।

फिलहाल परदेशीपुरा पुलिस मामले की जांच में जुटी है। अस्पताल में भर्ती सभी की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। सातों कर्मचारियों को मालिक ने कंपनी से अचानक निकाल दिया। जिससे कर्मचारियों ने डिप्रेशन में आकर यह कदम उठाया।

यह परदेशीपुरा की अजमेरा वायर कंपनी का है। कंपनी मॉड्यूलर किचन के सामान बनाने का काम करती है। यहाँ 15 से 20 कर्मचारी काम करते हैं।

कंपनी के एक कर्मचारी ने बताया कि दो दिन पहले कंपनी के मालिक रवि बाफना और पुनीत अजमेरा ने सातों कर्मचारियों को यह कहकर काम से निकाल दिया कि अब कंपनी में आपके लिए कोई काम नहीं है। ये सभी कर्मचारी पिछले 20 साल से इस कंपनी में काम कर रहे थे।

अचानक निकाले जाने सभी डिप्रेशन में आ गए जिसके चलते आज सुबह सभी कर्मचारी कंपनी के गेट पर पहुंचे और वह सभी ने एक साथ जहर खा लिया। साथी कर्मचारियों ने सभी को एमवाय अस्पताल में भर्ती कराया जहां सभी खतरे से बाहर है।

पुलिस के मुताबिक कंपनी में 20 कर्मचारी काम करते हैं और पिछले सात महीनों से कंपनी का काम बंद था और कर्मचारियों को मालिक ने सात महीने का वेतन भी नहीं दिया था। सातों कर्मचारियों को बाणगंगा स्थित उनकी दूसरी फैक्ट्री में काम करने के लिए शिफ्ट कर दिया, जिस कारण सभी ने जहर खा लिया।

जबकि, मरीजों के परिजनों का कहना है कि कंपनी मालिक ने नई कंपनी खोली है और निकाले गए कर्मचारियों को उस नई कंपनी में काम देने की बात कही थी, लेकिन ऐसा नहीं किया गया। दबाव में इन्होंने यह कदम उठाया।

जांच अधिकारी अजय सिंह कुशवाह ने बताया कि फिलहाल सभी कर्मचारियों का इलाज चल रहा है जिसके चलते पुलिस उनके बयान नहीं ले पाई! उनके बयान होने के बाद पुलिस आगे की कार्यवाही करेगी।