

Meeting Between RSS & BJP Tomorrow : संघ और भाजपा के बीच 22 अप्रैल को महत्वपूर्ण बैठक, कई चौकाने वाले फैसलों की संभावना!
New Delhi : भाजपा और संघ के बीच कल 22 अप्रैल को नई दिल्ली स्थित ‘केशव कुंज’ में महत्वपूर्ण बैठक होने वाली है। इसमें कई चौंकाने वाले फैसले हो सकते हैं। संघ अपनी समीक्षा पर आधारित एक रिपोर्ट भाजपा नेतृत्व के समक्ष रखेगा। इसके अलावा भविष्य के तीन वर्षों में सरकार का क्या एजेंडा रहेगा इस पर भी दोनों संगठन चर्चा करने वाले हैं। संघ ने 2022 से 2024 के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार और जेपी नड्डा के नेतृत्व में हुए संगठन के कामकाज की गहराई से समीक्षा की है। यह लगभग तय है कि इस बैठक के बाद भाजपा संगठन और सत्ता में बड़े पैमाने पर फेरबदल की प्रक्रिया प्रारंभ होगी।
जानकारी के अनुसार, राष्ट्रीय अध्यक्ष के बाद सबसे महत्वपूर्ण पद राष्ट्रीय संगठन महामंत्री के पद पर संघ के मौजूदा अखिल भारतीय सह बौद्धिक प्रमुख दीपक विस्पुते को लाए जाने के संकेत हैं। इसके अलावा 74 वर्षीय आरिफ मोहम्मद खान को राज्यसभा के जरिए संसद में लाकर केंद्रीय मंत्री भी बनाए जाने पर विचार सकता है। कहा तो यहां तक जा रहा कि यदि संघ सहमत हुआ, तो प्रधानमंत्री मोदी बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान को भाजपा के पहले मुस्लिम राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में भी लाने पर विचार कर रहे हैं।
Read More…
BJP MP in Trouble : बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे की मुश्किल बढ़ी, दो वकीलों ने उनके खिलाफ मोर्चा खोला!
यह संघ की रूटीन सामन्वय बैठक नहीं है, क्योंकि इसमें भाग लेने के लिए सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबले, सभी 6 सह सरकार्यवाह कृष्ण गोपाल, मुकुंद सीआर, अरुण कुमार, रामदत्त चक्रधर, अतुल लिमये और आलोक कुमार के अलावा पांच क्षेत्रों के क्षेत्र प्रचारक, अखिल भारतीय कार्यकारिणी के सदस्य सुरेश सोनी केशव कुंज में कैंप किए हैं।
संघ प्रमुख मोहन भागवत के भी कार्यक्रम मथुरा और उसके आसपास रखे गए हैं, ताकि आवश्यकता पड़ने पर वो 1 घंटे के भीतर केशव कुंज पहुंच सके। 5 दिनों से संघ प्रमुख मथुरा मंडल यानी ब्रज प्रांत में हैं। जाहिर है इस बैठक में भविष्य की योजनाओं का खाका तैयार होगा। इसमें भावी भाजपा अध्यक्ष, केंद्रीय मंत्रिमंडल में किसे हटाना है किसे लाना है, के साथ ही ‘वन नेशन वन इलेक्शन’ और यूसीसी सहित सभी महत्वपूर्ण एजेंडे पर चर्चा होगी। पहली बार संघ की विस्तृत टीम बैठक के लिए ‘केशव कुंज’ में कैंप किए ₹ हैं। आमतौर पर समन्वय बैठकों में संघ के तीन-चार से अधिक पदाधिकारी हिस्सा नहीं लेते हैं।
आरिफ मोहम्मद खान की भूमिका बदलेगी
आरिफ मोहम्मद खान अभी बिहार के राज्यपाल हैं। लेकिन, प्रधानमंत्री और संघ के पदाधिकारियों का एक वर्ग चाहता है कि उन्हें केंद्रीय मंत्री के रूप में लाकर देशभर में वक्फ कानून को समझाने के लिए प्रमोट किया जाए। ऐसे में उन्हें केंद्रीय शिक्षा मंत्री बनाया जा सकता है। इनके अलावा केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव, डॉ धर्मेंद्र प्रधान और मनोहर लाल खट्टर के बारे में भी इस बैठक में बड़े निर्णय होने के आसार हैं।