फिल्म अभिनेता जैकी श्रॉफ से हुई मुलाकात ने किसान की बदली जिंदगी, जानिए क्या है पूरी कहानी

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खरगोन से आशुतोष पुरोहित की रिपोर्ट

फिल्म अभिनेता जैकी श्रॉफ से हुई मुलाकात ने किसान की बदली जिंदगी, बिस्टान के किसान अविनाश सिह दांगी जैकी श्रॉफ के सुझाव से कर रहे हैं लाखों रूपये की जैविक खेती, पेस्टीसाइड का कारोबार भी छोड़ा

खरगोन: खरगोन जिले के बिस्टान के एक किसान की फिल्म अभिनेता जैकी श्रॉफ से हुई मुलाकात ने उसकी जिंदगी ही बदल दी। किसान अविनाश सिंह दांगी अपनी पैतृक विरासत मिली खेती किसानी के साथ पेस्टी साइड का कारोबार करते थे। लेकिन मुम्बई में जैकी श्राफ से हुई मुलाकात के दौरान किसान को जैकी दादा ने रसायनिक उर्वरक और खाद का उपयोग कर उत्पादित होने वाली जहरीली फसल को छोड़ कर जैविक प्राकृतिक खेती कर फसल पैदा करने के की सलाह दी।

 

अपने आइडियल हीरो की सलाह पर अविनाश उर्फ मन्टू ने 25 एकड़ में लाखों रूपये की प्राकृतिक खेती कर अब लखपति किसान हो गये है। पेस्टी साइड का कारोबार छोड़ दिया। युवा किसान अविनाश ने प्रदेश ही नहीं देश में जैविक खेती करने वाले आत्मनिर्भर किसान के रूप में कई पुरस्कार हासिल कर अपनी अलग पहचान बनाई है।

अविनाश अब एक हैक्टेयर ढाई एकड़ में 70 तरह की विभिन्न फसलें कर रहे हैं। जैविक पद्धति से इस नए मॉडल की शुरुआत जून 2021 में की है। जून 2022 तक 22 तरह की सब्जी, 32 तरह के फल,‌ 4 तरह के मसाला फसलें इसमें शामिल है। अपने तरह के इस माडल प्रयोग 21 कतारों में अलग-अलग फसलें लगाई जा रही है। अगर सब ठीक-ठाक रहा तो यह माडल किसान को आत्मनिर्भर बनायेगा और सरकार की मंशा के अनरूप खेती को लाभ धन्धा भी बनायेगा।

देखिये फिल्म अभिनेता जैकी श्राफ के जन्मदिन पर मीडियावाला की खास ग्राउन्ड रिपोर्ट

आमतौर पर फिल्मो में कलाकारों के अभिनय को देखकर युवा पीढी देखकर अपने जीवन में आत्मसात करने की कोशिश करती है। लेकिन खरगोन जिले के बिस्टान में प्रबुद्ध किसान परिवार में जन्मे किसान अविनाश सिंह दांगी ने 1983 में रिलीज हुई जैकी श्राॅफ की फिल्म हीरो को देखकर इतने प्रभावित हुए की मात्र 12 वर्ष की उम्र में अपने आप को जैकी दादा समझने लगे। फिल्म में अभिनेता जैकी श्राॅफ के किरदार की तरह ही अपने आप ही एक्टिंग करने लगे।

 

इस दौरान लोगों का उनको जैकी दादा कहना भी पसन्द आने लगा। इस दौरान खेती किसानी उनको बिल्कुल पसंद नहीं आती थी। मायानगरी मुम्बई के कई चक्कर लगाने के बाद भी जैकी श्राफ के इस प्रशंसक अविनाश उर्फ मन्टू की मुलाकात नहीं हुई। अखिरकार लगातार संघर्ष के बाद अभिनेता जैकी दादा से इस दिवाने की मुलाकात दिसम्बर 1999 में हो ही गई। मुलाकात का दौर एक बार शुरू हुआ तो जब भी अविनाश चाहते हैं जैकी दादा से मिलने में कोई परेशानी नहीं होती है।

शुरूआती मुलाकात में अभिनेता जैकी श्राफ ने ऐसा गुरूमंत्र दिया की 50 वर्षीय इस किसान की जिंदगी ही बदल गई।

मीडियावाला से खास बातचीत में अविनाश ने बताया कि जैविक खेती की प्रेरणा फिल्म अभिनेता जैकी श्रॉफ से मिली।

शुरूआती मुलाकात में जैकी श्रॉफ ने पूछा कि क्या करते हैं? मैंने बताया मैं एक किसान हूं और हमारा परिवार खेती करता है। इस दौरान जैकी दादा ने सुझाव दिया फसलें बच्चों की तरह होती हैं और अपने बच्चों को रासायनिक कीटनाशक जहर मत खिलाओ। बस उसके बाद से मैंने 25 एकड़ में जैविक खेती शुरू कर दी।

खुद फिल्म अभिनेता जैकी श्राफ अविनाश से उनके सुझाव मानने पर इतने खुश हैं कि अविनाश को बधाई देते देते कई बार वेलडन वेलडन कहते हैं। अपने मित्र और परिवार के लोगों को बताते हैं कि देखो मैंने कहा और इसने मानकर ज़िन्दगी बदल ली।

 

अपने बड़े बेटे की फिल्म अभिनेता जैकी श्राॅफ के प्रति दीवानगी से शुरूवात में परेशान बिस्टान इलाके के प्रबुद्ध किसान दीवान सिंह दांगी को अब अपने बेटे पर नाज है। दीवान सिंह दांगी का भी मानना है कि अभिनेता जैकी श्राफ ने मेरे बेटे की जिंदगी बदल दी। दांगी का कहना है कि खेती हमारे परिवार को विरासत में मिली है। अगर बेटा तरक्की करता है तो माता पिता को सबसे ज्यादा खुशी होती है। अभिनेता जैकी श्राॅफ के सुझाव पर पहले हमने परिवार के लिये जैविक खेती की अब लोगों के स्वास्थ्य के लिये समाज और देश के हित में जैविक खेती कर रहे हैं।

बिस्टान के पास में भातूड गांव में करीब 25 एकड़ में फिल्म अभिनेता जैकी श्राॅफ के सुझाव पर वर्षों से जैविक खेती कर रहे 50 वर्षीय किसान अविनाश सिंह दांगी अब कुछ नया कर खेती के क्षेत्र को आत्मनिर्भर बनाने के लिये किसानों को संदेश देना चाहते हैं। जैविक खेती की बारीकियों को समझने के लिये कई चुनौतियों का सामना किया लेकिन हार नहीं  मानी। फिल्म अभिनेता के कहे अनुसार परंपरा से चली आ रही खेती को बदल दिया। अब जैविक खेती में नए आयाम स्थापित करते जा रहे हैं। अविनाश उर्फ मन्टू ने जैविक खेती करने का नया मॉडल स्थापित किया है।

अविनाश ने मीडियावाला को बताया कि मात्र एक हैक्टेयर ढाई एकड़ में 70 तरह की विभिन्न फसलें लगाने जा रहे हैं। जैविक पद्धति के इस नए मॉडल की शुरुआत जून 2021 में की थी। जून 2022 तक इसमें 22 तरह की सब्जी, 32 तरह के फल,‌ 4 तरह के मसाला फसलों का उत्पादन होगा। 21 कतारों में अलग-अलग फसलें जून से दिसंबर तक हरा धनिया, मूंगफली, उड़द, गेंदा, स्वीट कॉर्न की फसलों का उत्पादन होगा। खेती के मॉडल को मल्टी लेयर, मल्टी क्रॉप, फ्रूट फॉरेस्ट, फैमिली फार्मिंग मॉडल नाम दिया गया है।

 

खेती किसानी आज के समय में किसानों के लिये चुनौती बनी हुई है। ऐसे समय में कभी पीछे मुड़कर नहीं देखने वाले अभिनेता जैकी श्राॅफ के इस दीवाने ने जैकी दादा के सुझाव को आत्मसात किया। बल्कि चुनौतियों के बीच लगातार कड़ी  मेहनत और जज्बे से अविनाश आगे बढ़ता जा रहा है और अपनी जिंदगी में ही बदलाव कर दिया है। अविनाश आज भी जैकी श्राॅफ का ऐसा दीवाना है कि खेती में काम के दौरान जैकी दादा की स्टाइल और झलक दिखाता है।