अगरजी मंदिर पर चल रहें निर्माण कार्य रुकवाने सनातन धर्म सभा के सदस्यों ने की कलेक्टर से मुलाकात, जताई आपत्ति!
Ratlam : सनातन धर्म सभा एवं महारुद्र यज्ञ समिति का प्रतिनिधिमंडल सोमवार को कलेक्ट्रेट पंहुचा और कलेक्टर से मुलाकात करते हुए शहर के अगरजी के मंदिर में चल रहें अनुमति के बगैर कार्य किए जाने का विरोध किया। प्रतिनिधि मंडल ने जिलाधीश को ज्ञापन प्रस्तुत करते हुए बागड़ो का वास स्थित अगरजी के मंदिर में विधी-विरुद्ध निर्माण कार्य कराए जाने पर आपत्ति प्रकट करते हुए बताया कि इस बात को लेकर संपूर्ण सनातन समाज में आक्रोश व्याप्त हैं।
प्रतिनिधिमंडल ने अपने लिखित ज्ञापन में जिलाधीश को विगत 70 वर्ष से चल रहें इस विवाद की पृष्ठभूमि से अवगत कराते हुए इस शासकीय मंदिर में जैन समाज के कुछ कतिपय लोगों द्वारा कराए जा रहें निर्माण कार्य को रोके जाने की मांग की।
सनातन धर्मसभा के प्रतिनिधिमंडल ने प्रशासन को अवगत कराया कि मरम्मत कराने की आड़ मे जैन समाज के लोगों ने भगवान कृष्ण के भित्तिचित्र जैसे अनेकों प्रमाणों को हटा दिया हैं तथा कई महत्वपूर्ण साक्ष्यों को नष्ट कर कानून की अवहेलना कर दंडनीय अपराध किया है।
इस पर जिलाधीश राजेश बाथम ने प्रतिनिधि मंडल की बात को ध्यान से सुना एवं अनुविभागीय अधिकारी तथा तहसीलदार को निर्देशित किया कि उच्च न्यायालय में शासन का पक्ष दृढ़ता से रखते हुए इस प्रकरण की वास्तविक स्थिति की जानकारी प्राप्त की जाए।
प्रतिनिधि मंडल ने जिलाधीश से मांग की हैं की मंदिर में जिस स्थान पर शिवलिंग स्थापित था और वर्षों से जो स्थान रिक्त रखा गया था उसे स्थान पर वर्तमान में जैन समाज द्वारा मूर्ति रख दी गई है, जो की न्यायालय की अवहेलना की श्रेणी में आता हैं तथा उनके विरुद्ध कार्रवाई करते हुए उस मूर्ति को वहां से हटाने की मांग की। प्रतिनिधिमंडल ने यह भी निवेदन किया कि मंदिर में पुजारी तथा कर्मचारियों की नियुक्त की जाएं तथा साफ-सफाई इत्यादि की व्यवस्था की जाएं।
इसके उपरांत प्रतिनिधिमंडल अनुविभागीय अधिकारी (एसडीएम) अनिल भाना से मिले और उन्हें कहा कि उच्च न्यायालय में शासन की और से पक्ष में स्थानीय अभिभाषक प्रकरण में संपूर्ण जानकारी रखते हैं, उन्हें उच्च न्यायालय में चल रहें प्रकरण में तारीखों पर उपस्थित रहने की व्यवस्था की जाएं। जिलाधीश से मिलने पहुंचे प्रतिनिधि मंडल में सनातन धर्म सभा के संरक्षक पूर्व विधायक कोमल सिंह राठौड़, रमेश व्यास, बाबूलाल त्रिपाठी, बंसीलाल शर्मा, रामचंद्र शर्मा, सनातन धर्म सभा अध्यक्ष अनिल झालानी उपाध्यक्ष राजेंद्र शर्मा आदि मौजूद रहें।
*क्या हैं पूरा मामला!*
शहर के बागडों का वास स्थित अगरजी के मंदिर में सनातन समाज और जैन समाज के बीच वर्षों से विवाद चला आ रहा हैं जो कि न्यायालय में विचाराधीन है। इसमें न्यायालय के प्रतिबंध के बावजूद जैन समाज द्वारा मंदिर में निर्माण कार्य किए जाने से सनातन समाज में आक्रोश व्याप्त है। निर्माण कार्य को लेकर सनातन धर्मसभा के अध्यक्ष एवं पूर्व विधायक कोमल सिंह राठौर ने धरना देकर विरोध जताया था। तहसीलदार ने निर्माण कार्य रुकवाया था और राठौर का अनशन भी तुड़वाया। बता दें कि प्रतिवर्षानुसार सनातन धर्मसभा के पदाधिकारी, सदस्य एवं श्रद्धालु प्रसिद्ध श्री चौमुखा महादेव मंदिर (अगरजी का मंदिर) पहुंचे थे। यहां निर्माण कार्य होता देख और प्राचीन धार्मिक चिह्नों को खंडित देख उन्होंने आपत्ति दर्ज कराई। सनातन धर्म सभा के अध्यक्ष एवं पूर्व विधायक कोमल सिंह राठौर तो उक्त कृत्य के विरोध में अनशन पर ही बैठ गए थे। उन्होंने प्रतिबंध और हाईकोर्ट में मामला विचाराधीन होने के बावजूद मंदिर के अंदर निर्माण कार्य किए जाने पर घोरतम आपत्ति जताई थी। सनातन धर्म सभा का आरोप है कि मंदिर के अंदर निर्माण कार्य जैन समाज से जुड़े लोगों द्वारा करवाया जा रहा है जबकि यह शासकीय मंदिर है। यह कार्य जिर्णोद्धार के लिए निर्धारित अवधि जून 2024 में ही पूर्ण होने के बाद भी किया जा रहा था। बता दें कि इस मंदिर में भगवान शिवजी और जैन समाज के भगवान भी विराजित हैं।