Metro Politics : इंदौर में मेट्रो चली नहीं, श्रेय का झंडा लेने की होड़ लगी!
Indore : अभी इंदौर में मेट्रो रेल शुरू नहीं हुई, ट्रायल रन होने वाला है। गुरुवार को मेट्रो के तीन कोच इंदौर में प्रस्तावित मेट्रो की पटरी पर उतार दिए गए। अभी मेट्रो चली नहीं, पर इसका श्रेय लेने की राजनीति धुंआधार गति से दौड़ने लगी। मेट्रो को लेकर विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस और भाजपा के बीच राजनीति चलने लगी। भाजपा इसे शिवराज सरकार की उपलब्धि बता रही, जबकि कांग्रेस का दावा है कि ‘मेट्रो ट्रेन प्रोजेक्ट’ की बुनियाद पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के कार्यकाल में रखी गई।
14 सितंबर को इंदौर में मेट्रो ट्रेन का ट्रायल रन होना प्रस्तावित है। मेट्रो के तीन कोच बुधवार देर रात इंदौर पहुंचे और गुरुवार को उन्हें पटरी पर उतार दिया। भाजपा के नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे ने कहा कि मेट्रो ट्रेन शहर के लिए सौगात है। उन्होंने मेट्रो ट्रेन को इंदौर के विकास में मील का पत्थर बताते हुए इसे भाजपा सरकार की बड़ी उपलब्धि बताया।
नींव कमलनाथ ने रखी
भाजपा के इस दावे पर कांग्रेस ने भाजपा सरकार पर हमला बोला। कांग्रेस के प्रदेश सचिव राकेश यादव ने कहा कि जिस मेट्रो ट्रेन का श्रेय भाजपा ले रही है, उसकी नींव कांग्रेस सरकार में तत्कालीन मुख्यमंत्री कमलनाथ में रखी थी। भाजपा फिजूल का श्रेय ले रही है, ये कोई उपलब्धि नहीं है। कमलनाथ होते तो अब तक जनता मेट्रो ट्रेन में चल रही होती। उन्होंने कहा अगस्त 2024 तक भी मेट्रो नहीं चल पाएगी। सीएमआरएस को अभी तक लेटर नहीं भेजा गया तो मेट्रो कैसे चलेगी। ये सिर्फ वोट की राजनीति है और कुछ नहीं।
ट्रायल रन भी राजनीति के लिए
भाजपा विधानसभा चुनाव से पहले मेट्रो रन का टोटका करके 14 सितंबर को सुपर कॉरिडोर पर ट्रायल रन किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मौजूद रहेंगे। करीब 6 किलोमीटर लंबे ट्रायल रन के लिए ट्रैक पर 24 घंटे काम हो रहा है। पहले चरण में मेट्रो के 17.5 किलोमीटर लंबे ट्रैक पर काम चल रहा है। इंदौर में मेट्रो ट्रेन की 38 स्टेशन बनेंगे। सरकार की मंशा है कि अप्रैल में में 2024 में यात्री मेट्रो ट्रेन में सफर करना शुरू कर दें।