Metro Project : सिंहस्थ तक सुपर कॉरिडोर वाले हिस्से तक ‘मेट्रो’ चलाने की योजना!

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Metro Project : सिंहस्थ तक सुपर कॉरिडोर वाले हिस्से तक ‘मेट्रो’ चलाने की योजना!

 

पीथमपुर और उज्जैन तक मेट्रो चलाने में लंबा समय लगेगा!

 

Indore : मेट्रो ट्रेन प्रोजेक्ट के दूसरे चरण का काम रोबोट चौराहे से शुरू हो गया। इसके पहले मेट्रो ट्रेन कारपोरेशन ने गांधीनगर स्थित डिपो से लेकर सुपर कारीडोर तक करीब 6 किलोमीटर का ट्रायल रन किया था। ट्रायल रन में तीन कोच की मदद ली गई। सिंहस्थ (2028) तक मेट्रो ट्रेन को सुपर कारीडोर वाले हिस्से तक चला दिया जाएगा। मेट्रो के अभी पूरी तरह संचालन में लंबा समय लगेगा। पीथमपुर और उज्जैन तक मेट्रो चलाने में कितना समय लगेगा, इस बारे में कोई नहीं कह सकता।

कारपोरेशन से जुड़े अधिकारी ने बताया कि इसकी लागत 7500 करोड़ रुपए है। मेट्रो ट्रेन के लिए 37 स्टेशन बनाए जा रहे हैं। इसमें डिपो से लेकर विजयनगर, रोबोट चौराहा, खजराना से पलासिया तक ऊपर तथा इसके आगे राजबाड़ा होते हुई बड़ा गणपति तक अंडरग्राउंड लाइन बिछाई जाएगी। अंडरग्राउंड लाइन के स्टेशन निर्माण के लिए मिट्टी का परीक्षण हो चुका है।

सितंबर में ट्रायल रन सितम्बर में होने के बाद कारपोरेशन ने सुपर कारीडोर के सभी 8 स्टेशनों का काम लगभग पूर्ण कर लिया है। अगले वर्ष के प्रथम माह में लवकुश चौराहा पर मेट्रो ट्रेन के पीलर का काम शुरू किया जाएगा। यहां पीलर व सेगमेंट का काम पूरा होते ही ट्रेन के संचालन की मार्ग विजयनगर तक प्रशस्त हो जाएगा। लोकसभा चुनाव के बाद लवकुश चौराहा से उज्जैन की ओर मेट्रो ट्रेन के काम को लेकर अधिकारियों की बैठक में कार्ययोजना बनाई जाएगी। डिपो से विजयनगर तक मेट्रो ट्रेन के लिए 75 से अधिक पिलर खड़े हो गए हैं।