MG Road : 45 फ़ीट चौड़ी, पौने 2 KM की सड़क को एक इंच कम बनाया!

34 करोड़ के प्रोजेक्ट में सवा 2 करोड़ तो ऐसे ही गोलमाल कर दिए!  

486

MG Road : 45 फ़ीट चौड़ी, पौने 2 KM की सड़क को एक इंच कम बनाया!

Indore : बड़ा गणपति से छत्री तक की करीब पौने 2 किमी की एमजी रोड बनाने में कई तरह की खामियां सामने आ रही है। 34 करोड़ की लागत से बन रही इस सड़क के मामले में अब एक बड़ी गड़बड़ी सामने आई। जो सड़क 12 इंच की बनना थी, उसे एक इंच घटाकर 11 इंच का बनाया गया। अनुमान है कि एक इंच सड़क कम बनाकर करीब ढाई करोड़ रुपए की अफरा-तफरी की गई। यह 1.7 किलोमीटर लंबाई की 45 फीट चौड़ी सड़क है। महापौर पुष्यमित्र भार्गव के मुताबिक, इस सड़क के ठेकेदार पर कार्रवाई के साथ ही इसकी पूरी जांच बाहरी एजेंसी से हम करवाएंगे। साथ ही इसमें जो भी दोषी लोग हैं। उन पर भी हम कार्रवाई करेंगे।

शहर की एमजी रोड को बनाने में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट ने किस तरह का घोटाला किया, अब यह सामने आ गया। पहले इस सड़क के कई हिस्सों की क्वालिटी ख़राब बनाई गई, जब ये मामला सामने आया तो समझ आया कि सड़क की मोटाई ही घटा दी गई। 34 करोड़ लागत की सड़क में करीब ढ़ाई करोड़ का घोटाला किया गया। सड़क के टॉप और बेस बनाने में ही एक-एक इंच सीमेंट कांक्रीट कम कर दिया। इसमें ही करीब 70 लाख रुपए की गड़बड़ी की गई।

सड़क के टॉप की क्वालिटी में करीब सवा करोड़ का गोलमाल हुआ। इस सड़क के बेस की क्वालिटी में जो गड़बड़ी है, उसमें भी लगभग 50 लाख की अफरा-तफरी हुई। सड़क बनाने वाली कंपनी ने इस सड़क का टॉप बनाने के लिए जो टेंडर किया था, उसमें सड़क का सीमेंट कांक्रीट का टॉप 12 इंच (300 सेंटीमीटर) का बनना था। लेकिन, आज की स्थिति में यह 11 इंच का है। इस पूरी सड़क का टॉप एक इंच कम बनाकर ही 40 लाख रुपए का घोटाला हुआ।

सड़क का बेस

यहां पर सड़क का बेस 6 इंच का बनाया जाना था। लेकिन, यह करीब 5 इंच का बेस ही बनाया गया है। एक इंच बेस की ऊंचाई कम करते हुए भी लगभग 30 लाख रुपए की गड़बड़ी कर दी गई। टेंडर के मुताबिक टॉप की क्वालिटी भी थी। एम-40 ग्रेड का सीमेंट कांक्रीट किया जाना था। लेकिन, जिस क्वालिटी का कंक्रीट किया गया, वो एम-25 ग्रेड का है। 1700 मीटर की सड़क बनाने में इस दौरान क्वालिटी में इस अंतर के चलते लगभग 1.30 करोड़ रुपए की गड़बड़ी की गई।

बेस की क्वालिटी

सड़क में एम-10 ग्रेड का बेस बनना था। लेकिन, यहां जो बेस बनाया गया है, उसमें सीमेंट की जगह पर धूल ज्यादा इस्तेमाल की गई। जो इसके हिस्सों को देखने पर साफ नजर आ रहा है। बेस बनाने में एम-10 की जगह पर एम-7.5 ग्रेड का कांक्रीट इस्तेमाल किया गया। इसमें ही लगभग 50 लाख का खेल कर दिया।