

Minister in Charge Announced Soon : 32 मंत्रियों में बंटेगा 55 जिलों का प्रभार, लिस्ट तैयार, आज घोषित होने के आसार!
Bhopal : लंबे समय से रुका प्रभारी मंत्रियों का फैसला हो गया। किस मंत्री को कौनसा जिला मिलेगा ये कागजों पर तय कर लिया गया। संभवतः आज यह लिस्ट घोषित हो सकती है। इसलिए भी कि ये प्रभारी मंत्री ही जिला मुख्यालय पर स्वतंत्रता दिवस पर झंडा वंदन करेंगे। तीन दिन पहले मुख्यमंत्री ने कहा था कि जिस भी जिले में जो प्रभारी मंत्री बनाए जाएं, वहां नेता समन्वय बनाकर मंत्री के साथ कार्य करें।
प्रदेश के सभी 55 जिलों को जल्दी ही प्रभारी मंत्री मिलने जा रहे हैं। यह सभी मंत्री अपने प्रभार वाले 55 जिलों में झंडा वंदन करने जाएंगे। यह ऐलान मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने मंगलवार को किया था। वे प्रदेश भाजपा कार्यालय में आयोजित जिला अध्यक्षों, प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक में अपनी बात रख रहे थे।
कुछ मंत्रियों को गृह जिलों का प्रभार देने पर भी विचार है। प्रदेश में 55 जिले हैं और मुख्यमंत्री सहित 32 मंत्री हैं। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव चाहते हैं कि सभी 55 जिलों में प्रभारी मंत्री रहें, ताकि 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर अधिक से अधिक जिलों में मंत्री ध्वजारोहण कर सकें। प्रभार देते समय इस बात का ध्यान रखा जाएगा कि मंत्रियों को ऐसे जिले दिए जाएंगे, जिनकी सीमाएं एक-दूसरे से लगी हों।l
किसे कौनसा जिला मिल सकता है
डॉ मोहन यादव के बाद कद्दावर मंत्रियों में उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा, उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल, नगरीय विकास और आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल और इसके बाद लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह शामिल हैं। इन्हें दो जिलों का प्रभार दिए जाने का विचार है।
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मिली जानकारी के अनुसार कैलाश विजयवर्गीय को भोपाल और किसी अन्य जिले का प्रभार सौंपा जा सकता है। उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल को इंदौर और एक किसी जिले, उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा को उज्जैन और एक अन्य जिले के अलावा तुलसी सिलावट को ग्वालियर और गुना का प्रभार दिया जा सकता है।
सात महीने से प्रभार का इंतजार
प्रदेश में नई सरकार को बने सात महीने हो चुके, लेकिन अभी तक जिलों के प्रभारी मंत्री नियुक्त नहीं किए गए। मुख्यमंत्री के बयान के बाद अब तय हो गया कि एक-दो दिन में मंत्रियों को जिलों का प्रभार सौंपा जा सकता है। वरिष्ठ मंत्रियों को दो जिलों और नए मंत्रियों को एक-एक जिले का प्रभार मिलने की संभावना है। राजनीतिक और क्षेत्रीय समीकरणों को देखते हुए वरिष्ठ मंत्रियों को दो जिले और पहली बार के मंत्रियों को एक-एक जिले का प्रभार दिया जाएगा। मुख्यमंत्री पहले ही कह चुके हैं कि 15 अगस्त को जिला मुख्यालयों पर होने वाले स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रम के प्रभारी मंत्री मुख्य अतिथि होंगे।