Jaipur : अशोक गेहलोत मंत्रिमंडल के संसदीय कार्यमंत्री शांति कुमार धारीवाल (Shanti Kumar Dhariwal) ने राजस्थान विधानसभा में दुष्कर्म के आंकड़े बताते हुए, कुछ ऐसा आपत्तिजनक बोल दिया कि बवाल हो गया। शांति धारीवाल ने कहा ‘ये सच है कि राजस्थान दुष्कर्म के मामलों में नंबर-वन है। अब ये रेप (Rape) के मामले क्यों हैं!’ फिर हंसते हुए कहा ‘वैसे भी यह राजस्थान तो मर्दों का प्रदेश रहा है यार, उसका क्या करें!’ यह कहकर धारीवाल फिर हंसे तो कई मंत्री और कांग्रेस विधायक भी हंसने लगे! किसी ने धारीवाल को टोका नहीं।
धारीवाल विधानसभा में पुलिस और जेल की अनुदान मांगों पर बहस का जवाब दे रहे थे। लेकिन, हड़कंप मचने के अब धारीवाल ने माफी मांगने की बात कही। उन्होंने कहा कि स्लिप ऑफ टंग के कारण ऐसा हुआ। मैं महिलाओं का हमेशा सम्मान करता हूं। मैंने कभी भी महिलाओं के लिए कभी गलत शब्द नहीं बोला। आश्चर्य इस बात पर है कि धारीवाल की बात सुनकर राजस्थान सरकार के मंत्री और सत्ताधारी पार्टी के विधायक हंसते रहे। किसी ने भी धारीवाल को टोका नहीं। जबकि, सरकार में तीन महिला मंत्री भी हैं, उन्होंने भी आपत्ति नहीं उठाई।
विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि शांति धारीवाल ने सदन को कलंकित किया है। भाजपा इसकी निंदा करती है। उन्हें सदन में माफी मांगनी होगी। दुष्कर्म के मामलों पर राजस्थान को मर्दों का प्रदेश कहना और हंसना, साथ ही कांग्रेस के अन्य विधायकों का भी हंसना, शर्मनाक है। कांग्रेसियों की इस हंसी ने सदन की गरिमा को गिराया है। राठौड़ ने कहा कि राजस्थान में पहली बार बिगड़ी कानून व्यवस्था चर्चा में हैं। रोज 18 मामले बलात्कार के दर्ज हो रहे हैं।