Minister’s Threat to Congress : भाजपा जॉइन कर लो, नहीं तो ‘मामा’ का बुलडोजर तैयार खड़ा!
Radhogarh (Guna) : राघोगढ़ नगरपालिका के चुनाव प्रचार के अंतिम दिन रुठियाई में पंचायत मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया ने कांग्रेसियों को धमकी दी, कि भाजपा जॉइन कर लो। धीरे-धीरे इधर खिसक आओ। नहीं तो 2023 में भी भाजपा की सरकार बनेगी। फिर मामा शिवराज सिंह चौहान का बुलडोजर तैयार खड़ा है। इस पर नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने पलटवार किया कि हिम्मत है, तो जयवर्धन सिंह के खिलाफ चुनाव लड़ लें। मंत्री सिसोदिया सत्ता के मद में चूर हैं।
पंचायत मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया सिंधिया समर्थक हैं।
वे जानते हैं, कि यदि वे दिग्विजय सिंह के गढ़ में उनके समर्थकों की घेराबंदी करेंगे, तो ज्योतिरादित्य सिंधिया के खाते में उनके अंक बढ़ेंगे। लेकिन, जैसी भाषा का उपयोग करके पंचायत मंत्री ने धमकी दी, उससे कांग्रेसियों में रोष है। कांग्रेस के नेताओं का कहना है कि वे भाजपा की धमकी से डरने वाले नहीं हैं। बुलडोजर की धमकी देने किसी भी हद तक ठीक नहीं है। इस मामले की शिकायत चुनाव आयोग में की जाएगी।
चुनाव प्रचार के अंतिम दिन मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया ने रैली निकालकर भाजपा के पक्ष में वोट मांगे। उनके साथ भाजपा के अन्य नेता भी मौजूद रहे। पंचायत मंत्री ने कहा ‘और देखो भइया, जो भी कांग्रेसी लोग हों, वो धीरे-धीरे कर के चुपचाप सरक(खिसक) आओ, नहीं तो 23 में भी भाजपा की सरकार बन रही है। फिर देख लेना, मामा का बुलडोजर खड़ा ही है तैयार।’
सत्ता के मद में चूर सिसोदिया
महेंद्र सिंह सिसोदिया के बयान पर नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने पलटवार करते हुए कहा है कि सत्ता के मद में चूर हैं मंत्री सिसोदिया। हिम्मत है तो जयवर्धन सिंह के खिलाफ चुनाव लड़ लें तो पता चल जाएगा। राघौगढ़ की जनता ने सिंधिया की सल्तनत कभी स्वीकार नहीं की।
सिसोदिया के बयान पर दिग्विजय सिंह के छोटे भाई और कांग्रेस विधायक लक्ष्मण सिंह ने कहा कि भाजपा के लोग बोल रहे हैं कि किले को नीचे गिराना है। यह किला बड़े भाई (दिग्विजय सिंह), मेरा या हमारे बच्चों का नहीं है। यह किला राघोजी महाराज का है। यह किला कुल देवी का है। इसे नहीं गिरा सकते। हर बार की तरह इस बार भी भाजपा का सूपड़ा साफ होने वाला है।
कांग्रेस प्रवक्ता आनंद जाट ने कहा कि ‘राज्य निर्वाचन आयोग कहां है? क्या इन मंत्रियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होनी चाहिए! नगरीय निकाय चुनाव को प्रभावित करने के लिए राज्य सरकार के मंत्री सभी तरह की तरकीब अपना रहे हैं। वह धन बल और दबाव डालने के हथकंडे का इस्तेमाल कर रहे हैं।