
मंत्रालय की गपशप : मुख्यमंत्री का बढ़ता कद
विक्रम सेन
यह बात मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के राजनीतिक विरोधियों को शायद अच्छी न लगे, लेकिन है 100% सही है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव का कद दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है। प्रधानमंत्री के भोपाल में आयोजित ‘महिला शक्ति सम्मेलन’ में उपस्थित जनता को देखकर नरेंद्र मोदी गदगद नजर आए। पूरे कार्यक्रम में नरेंद्र मोदी ने उत्साह से भाग लिया। यह इस बात को दर्शाता है कि मोदी न सिर्फ मुख्यमंत्री मोहन यादव से खुश हैं, वरन उन्हें आगे भी बढ़ा रहे हैं। माना जा सकता है कि राजनीतिक और प्रशासनिक दृष्टि से मुख्यमंत्री की लाइन बड़ी करके नरेंद्र मोदी यहां से गए।
क्यों रुकी IAS अधिकारियों की तबादला सूची

रविवार देर रात को भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के अधिकारियों की एक बड़ी तबादला सूची लगभग तैयार थी और जारी भी होने वाली थी। लेकिन उसे अचानक रोक दिया गया। पता चला है कि जिन कलेक्टरों की अदला-बदली हो रही थी, उनमें से कुछ ऐसे कलेक्टर शामिल थे जिनमें कुछ मंत्रियों का इंटरेस्ट था। वे चाहते थे कि 10 जून के बाद ही तबादला हो, ताकि स्थानीय स्तर पर अधिकारियों और कर्मचारियों के तबादलों के संबंध में जो चर्चाएं कलेक्टर से हो चुकी है उसे मूर्त रूप दिया जा सके।
नए कलेक्टर के आने से फिर से नए सिरे से विचार करना पड़ता और सारे सेटिंग्स नए सिरे से करना पड़ते। इसलिए कुछ मंत्रियों ने मुख्यमंत्री को फोन कर तबादला सूची को रोकने का आग्रह किया और यह भी कहा कि 10 जून के बाद यह सूची जारी की जाए। मुख्यमंत्री ने तत्काल तो सूची रोक दी, लेकिन अब यह देखना दिलचस्प होगा कि यह सूची 10 जून के बाद जारी होती है या पहले!
इंदौर मेट्रो के लोकार्पण से ‘ताई’ गायब!

इंदौर शहर की बहुत बड़ी उपलब्धि इंदौर मेट्रो के लोकार्पण समारोह में इंदौर की आठ बार की सांसद रही पूर्व लोकसभा अध्यक्ष का नहीं दिखना पूरे समय चर्चा का विषय रहा। यह विषय बाद में भी राजनीतिक दृष्टिकोण से चर्चा में रहा और लोग अलग-अलग तरह से कयास लगाते रहे। राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा रही कि भाजपा की वरिष्ठ नेता सुमित्रा महाजन को इस महत्वपूर्ण आयोजन में बुलाया ही नहीं गया या बुलाने के बाद भी वे नहीं आई? अब इसका जवाब तो सुमित्रा महाजन या मेट्रो के आयोजक ही दे सकते हैं?
तीन आईएएस अधिकारियों को लोकायुक्त से समन

मप्र लोकायुक्त ने समन जारी कर प्रदेश के तीन आईएएस अधिकारी को आगामी 4 जुलाई को तलब किया है। समन में कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि तय तारीख पर अफसर नहीं आए तो फिर वारंट भी जारी किया जा सकता है। सूत्रों के मुताबिक मामला टीकमगढ़ जिले की खरगापुर तहसील का हैं, जहां की 60 एकड़ सरकारी जमीन को तत्कालीन एसडीएम विजय कुमार सेन के नाम से एक आदेश कूटरचित (फर्जी) रूप से जारी हुआ था, जिसे तत्कालीन पटवारी ने अमल में लाकर सभी 27 लोगों के नाम जमीन दर्ज कर दी। यही नहीं, संबंधित तहसीलदार ने इनका नामांतरण कर राजस्व रिकॉर्ड में दर्ज कर दिया। इस प्रकरण में सरकार को अपना पक्ष रखने लोकायुक्त ने कलेक्टर निवाड़ी, कमिश्नर सागर व प्रमुख सचिव राजस्व को बीते करीब एक साल में चार बार तलब किया।
प्रदेश कांग्रेस में कुछ बीजेपी के इनफॉर्मर

भोपाल में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा ‘स्लीपर सेल को आईडेंटिफाई करने का एक मौका होगा। क्योंकि, मप्र कांग्रेस में कुछ स्लीपर सेल हैं जो कांग्रेस में रहकर बीजेपी को इनफार्मेशन दे रहे हैं और कांग्रेस का ही नुकसान कर रहे हैं, अब यह सब उजागर होंगे और यह होना भी जरूरी है। 3 जून को राहुल गांधी भोपाल आ रहे हैं और इससे पहले यह बयान काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा हैं। गुजरात में राहुल गांधी ने भी कांग्रेसी स्लीपर सेल की बात कही थी। जबकि, अब राहुल गांधी संगठन का खुद फीडबैक लेंगे और इसी फीडबैक के आधार पर बहुत बड़े परिवर्तन होंगे। इसलिए राहुल गांधी भोपाल में बड़ी बैठक करने जा रहे हैं। सूत्रों के अनुसार कांग्रेस जमीनी स्तर पर मजबूती से काम कर रही है, जिसमें अब संगठन को मजबूत करने पर जोर दिया जा रहा है, ऐसे में कांग्रेस में स्लीपर सेल वाला यह बयान मंत्रालय में भी गपशप का वायरस बना हुआ है।
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