भोपाल। प्रदेश कांग्रेस के चारों कार्यवाहक अध्यक्षों को बदला जा सकता है। ये चारों एक बार फिर विधानसभा चुनाव में उतरना चाहते हैं। इसलिए इन्हें अपने क्षेत्र में काम करने के लिए प्रदेश कांग्रेस के पद से मुक्त किये जाने की सुगबुगाहट तेज हो गई है।
सूत्रों की मानी जाए तो प्रदेश कांग्रेस में अभी एक नेता एक पद का फार्मूला लागू नहीं हुआ है, इसके बाद भी कार्यवाहक अध्यक्षों को इनके दायित्व से मुक्त किया जा सकता है। दरअसल कार्यवाहक बाला बच्चन, जीतू पटवारी, रामनिवास रावत और सुरेंद्र चौधरी चारों ही विधानसभा चुनाव लड़ने के इच्छुक है। बाला बच्चन और जीतू पटवारी विधायक हैं, इन दोनों को अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों में ज्यादा से ज्यादा वक्त देना है। वहीं रामनिवास रावत विजयपुर और सुरेंद्र सिंह चौधरी सागर जिले के नरयावली पिछला चुनाव हार गए थे। रावत की हार महज तीन हजार वोटों से हुई थी, जबकि चौधरी लगभग 8 हजार वोटों से हारे थे।
अब रावत और चौधरी फिर से चुनाव लड़ना चाहते हैं। इसलिए इन दोनों को भी अपने-अपने क्षेत्रों में ज्यादा समय देना होगा। इसलिए इन दोनों नेताओं को पार्टी के दायित्व से मुक्त कर उन्हें क्षेत्र में और सक्रिय किया जाएगा। इनमें से जीतू पटवारी और सुरेंद्र चौधरी के पास दो-दो पद पीसीसी में हैं। पटवारी मीडिया विभाग के अध्यक्ष हैं और सुरेंद्र चौधरी अनुसूचित जाति विभाग के अध्यक्ष हैं।