Mock Drill : घर में दवाइयां ,राशन,टॉर्च और मोमबत्ती, कैश भी रखें तैयार, मॉक ड्रिल में खुद को ऐसे करें सुरक्षित

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Mock Drill: घर में दवाइयां ,राशन,टॉर्च और मोमबत्ती,कैश भी रखें तैयार, मॉक ड्रिल में खुद को ऐसे करें सुरक्षित

भारत सरकार पाकिस्तान के साथ बढ़ते तनाव को देखते हुए 244 जिलों में मॉक ड्रिल आयोजित कर रही है. इसका उद्देश्य नागरिकों को हवाई हमले जैसी आपात स्थितियों से निपटने के लिए प्रशिक्षित करना है. ड्रिल में सायरन टेस्ट, ब्लैकआउट प्रबंधन और सुरक्षा उपायों का अभ्यास शामिल होगा.

इसका उद्देश्य लोगों को आग, भूकंप, चिकित्सा जैसी आपात स्थिति या आतंकवादी हमलों के लिए तैयार करना है। मॉक ड्रिल के दौरान ये देखा जाता है कि आपात स्थिति के दौरान लोगों की प्रतिक्रिया कैसी रहने वाली है।  पाकिस्तान के साथ बढ़ते तनाव के बीच भारत सरकार ने सुरक्षा तैयारियों को पुख्ता करने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है. गृह मंत्रालय के निर्देश पर बुधवार को देश के 244 जिलों में एक साथ मॉक ड्रिल आयोजित की जाएगी. यह निर्णय 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद लिया गया है, जिसने सीमा पार से खतरे की गंभीरता को बढ़ा दिया है.

इस मॉक ड्रिल का मुख्य उद्देश्य नागरिकों को हवाई हमले से बचाव के उपायों की जानकारी देना और आपात स्थिति में सही प्रतिक्रिया के लिए प्रशिक्षित करना है. ड्रिल के दौरान सायरन बजाए जाएंगे, जिससे लोगों को हवाई हमले की चेतावनी दी जाएगी और उनसे अपेक्षित व्यवहार की जानकारी दी जाएगी.

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मंगलवार को एक उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक

गृह मंत्रालय ने ड्रिल से पहले मंगलवार को एक उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की, जिसमें यह तय किया गया कि नागरिकों को किस तरह प्रशिक्षित किया जाएगा. सभी भाग लेने वाले राज्यों को निर्देश दिए गए हैं कि वे अपनी निकासी (evacuation) रणनीतियों की समीक्षा करें और सुनिश्चित करें कि मॉक ड्रिल का पूर्वाभ्यास पूरी कुशलता से किया जाए.

मॉक ड्रिल के मुख्य बिंदु:

  • एयर रेड सायरन: चेतावनी के तौर पर सायरन बजेंगे, जिन्हें सुनकर लोगों को तुरंत सतर्क हो जाना होगा.
  • ब्लैकआउट प्रैक्टिस: बिजली सप्लाई को बंद कर अंधेरे की स्थिति का अभ्यास कराया जाएगा, ताकि दुश्मन विमानों को लक्ष्य न दिखे.
  • महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की सुरक्षा: सेना के ठिकानों, पावर प्लांट्स जैसे संवेदनशील ठिकानों को ढकने और छिपाने की प्रक्रिया की जाएगी.
  • निकासी योजनाएं: आपात स्थिति में लोगों को सुरक्षित स्थानों तक ले जाने की योजनाओं का परीक्षण होगा.
  • सामान्य नागरिकों को प्रशिक्षण: लोगों को यह सिखाया जाएगा कि सायरन के बाद क्या करना है, किस तरह से खुद को सुरक्षित रखना है.

क्या-क्या तैयारी रखें?

  • घर में टॉर्च और मोमबत्तियां तैयार रखें.
  • फर्स्ट ऐड किट को अपडेट करें.
  • नकद पैसे रखें क्योंकि इलेक्ट्रॉनिक ट्रांजैक्शन असफल हो सकते हैं.

क्या करने से बचें?

  • सायरन सुनते ही बाहर या खिड़की के पास न जाएं.
  • घर के सभी दरवाजे और खिड़कियां बंद कर दें.
  • लाइट बंद रखें और रेडियो या टीवी के जरिए आधिकारिक निर्देशों का पालन करें.
  • जब तक आधिकारिक सूचना न मिले, तब तक अपने सुरक्षित स्थान से बाहर न निकलें.

नोट -किसी तरह का तनाव ना लें ,सामान्य स्थिति है लेकिन जागरूकता के लिए यह प्रकाशित अवेयरनेस है।