मोदी का “वंदे विंध्य”…

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मोदी का “वंदे विंध्य”…

चुनावी साल में मध्यप्रदेश को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की खास दरकार है। यही तो वजह है कि मोदी अप्रैल के महीने में ही दूसरी बार मध्यप्रदेश आ रहे हैं। एक अप्रैल को भोपाल में वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाई थी। और इस बार विंध्य की धरती ने मोदी को पुकारा है। विंध्य वही क्षेत्र है, जिसने 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की सरकार बनने के दौर में भी भाजपा को सर्वाधिक उर्वर रखा था। ज्योतिरादित्य सिंधिया और समर्थक विधायकों का भाजपा में आकर भाजपा सरकार रिटर्न का फार्मूला भी इसीलिए सफल हो पाया था, क्योंकि विंध्य में कमल ही कमल खिला था।
30 विधानसभा सीटों में से 24 पर अब भी कमल खिला हुआ है। कांग्रेस का सबसे दमदार चेहरा अजय सिंह को भी विंध्य ने 2018 में नहीं बख्शा था। वह बात 2018 की थी, अब चुनौती 2023 की है। इस चुनौती में विंध्य का साथ बरकरार रहे, भाजपा की यही चाहत मोदी को विंध्य का दीदार करा रही है। मोदी से पहले भाजपा में नंबर दो अमित शाह भी फरवरी में ही विंध्य का दौरा कर लौटे हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सतना में सभा से पहले मैहर में मां शारदा के दर्शन कर यही कामना की होगी कि मध्यप्रदेश में कमल खिला रहे। सतना में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शबरी माता जयंती पर आयोजित कोल जनजाति महाकुंभ में शिरकत कर यही संदेश दिया था कि आदिवासियों की सबसे बड़ी हितैषी भाजपा ही है। और अब भाजपा में नंबर वन मिस्टर मोदी यही संदेश देने वाले हैं कि कमल दल ही हर वर्ग की बेहतरी का पर्याय है। पंचायत से लेकर देश की सबसे बड़ी पंचायत तक यदि कमल खिलता है तो दुनिया में भारत का परचम फहराता है। और 2023 में मध्यप्रदेश में भाजपा सरकार की वापसी के लिए विंध्य का साथ जरूरी है। इसलिए अब मोदी खुद विंध्य की वंदना करने आ रहे हैं। भोपाल में वंदे भारत की बात और थी, पर यहां तो मोदी “वंदे विंध्य” करने पहुंच रहे हैं।
तो अप्रैल माह में प्रधानमंत्री मोदी का मध्यप्रदेश का यह दूसरा दौरा है। मोदी रीवा से पंचायतीराज दिवस पर देशभर की ग्रामसभाओं और संस्थाओं को संबोधित करेंगे। साथ ही चार लाख से अधिक लाभार्थियों को गृह प्रवेश भी कराएंगे।प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत जरूरतमंदों को आवास सौंपेंगे और बड़े कार्यक्रम के जरिए सबसे बड़ी सभा को संबोधित करेंगे, क्योंकि इसका देशभर की ग्राम पंचायतों तक विस्तार होगा। और मोदी पूरे मध्यप्रदेश से जुड़कर 2023 के लिए प्रदेश के करोड़ों मतदाताओं से यही अपील करते नजर आएंगे कि 2024 के पहले यहां कमल खिलाकर हमें फील गुड कराना। यहां धरती कहे पुकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया जाएगा। पंचायत स्तर पर सार्वजनिक खरीद के लिए एकीकृत ई-ग्राम स्वराज और जीईएम पोर्टल का शुभारंभ किया जाएगा। समारोह में प्रधानमंत्री समावेशी विकास विषय पर आजादी का अमृत महोत्सव अभियान के तहत एकीकृत राष्ट्रीय लांच और एकम समावेशी विकास बेवसाइट और मोबाइल एप का शुभारंभ करेंगे।
मोदी विंध्य की धरती पर देश के साथ ही विंध्यवासियों को भी बड़ी सौगात देंगे। समारोह में प्रधानमंत्री वर्चुअल माध्यम से गृह प्रवेश कराएंगे तथा चार समूह नल जल योजनाओं का शिलान्यास करेंगे। प्रधानमंत्री वर्चुअल माध्यम से ही रीवा इतवारी ट्रेन को हरी झण्डी दिखाएंगे तथा रेलवे परियोजनाओं को राष्ट्र को समर्पित करेंगे। इसके बाद प्रधानमंत्री देश के एक करोड़ 25 लाख व्यक्ति को स्वामित्व संपत्ति कार्ड प्रदान करेंगे। मोदी 7853 करोड़ 64 लाख से अधिक की लागत के जल जीवन मिशन के अंर्तगत नलजल योजना के चार समूहों का शिलान्यास करेंगे। मोदी के कार्यक्रम में विंध्य के कोने कोने से 2 से 3 लाख लोगों के शामिल होने की संभावना जताई जा रही है।
तो चुनावी साल में मोदी का मिशन मध्यप्रदेश जारी है। 2023 के फतह की तैयारी है। “वंदे-विंध्य” के साथ मोदी फिलहाल यहां की सभी तीस विधानसभा सीटों के मतदाताओं से तो बहुत करीब से मिलेंगे। तो यह भी तय है कि विंध्य के बाद महाकौशल, बुंदेलखंड, मालवा, ग्वालियर-चंबल में भी मोदी पहुंचेंगे और जन-जन के मन में कमल खिलाने की अलख जगाएंगे।