‘मोहिनी’ रूप में ‘मोहन’…

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‘मोहिनी’ रूप में ‘मोहन’…

कभी झूला झूलते हैं, कभी गाना गुनगुनाते हैं, कभी लाठी चलाते हैं, कभी कठिनतम आसनों वाला योग दिखाते हैं…यह कोई और नहीं हैं बल्कि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव हैं, जो कभी बुजुर्ग पिता से आशीर्वाद स्वरूप पैसे मांगकर लोगों का ध्यान आकर्षित करते हैं। तो डॉ. मोहन यादव महिला सरपंचों-पंचों से राखी बंधवाते हैं और अपव्यय न करने की सीख देते हैं। लाड़ली बहनों से राखी बंधवाते हैं और 250 रुपए नकद भेंट में तो 450 रुपए में गैस सिलेंडर की सौगात दे देते हैं।रक्षाबंधन के पावन पर्व पर सभी नगरीय निकायों के निर्वाचित जनप्रतिनिधियों के मानदेय में 20 प्रतिशत वृद्धि की घोषणा कर देते हैं।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव तय करते हैं कि वर्ष-2025 को प्रदेश उद्योग आधारित वर्ष के रूप में मनाया जाएगा। अत: लघु-कुटीर उद्योग, महिला स्व-सहायता समूह और एमएसएमई को मिलाकर महिलाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जाएंगे। मन मोहने वाला यह भी एक रूप है कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने हॉकी खिलाड़ी विवेक सागर को एक करोड़ रूपये देने की घोषणा की। भारतीय पुरूष हॉकी टीम ने पेरिस ओलंपिक 2024 में कांस्य पदक हासिल कर इतिहास रचा है। मध्यप्रदेशवासी भी इस जीत का जश्न मना रहे है, क्योंकि विजयी भारतीय टीम में म.प्र. इटारसी के चांदौन गांव के विवेक सागर प्रसाद ने अहम भूमिका निभाई है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रदेश के इस होनहार खिलाड़ी का हौसला बढ़ाते हुए उन्हें एक करोड़ रूपये देने की घोषणा की।

कभी मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव कहते हैं कि भारतीय महिलाएं प्रारंभ से शौर्य और पराक्रम का महत्वपूर्ण उदाहरण रही हैं। भारत का इतिहास महिलाओं के साहस से भरा हुआ है। बताते हैं कि बदलते दौर में महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए अनेक महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। इस क्रम में भारत की संसद और विधानसभा में एक तिहाई स्थान पर महिलाओं के निर्वाचन के प्रावधान के प्रयास ऐतिहासिक होंगे। यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आने वाले दो-तीन वर्ष में देश में महिला कल्याण और महिला सशक्तिकरण का नया अध्याय लिखा जाएगा।

तो फिलहाल प्रदेश में जगह-जगह पहुंचकर हर बहन से राखी बंधवाने का संकल्प पूरा कर मोहन मन मोह रहे हैं। तो जगह-जगह औद्योगिक सम्मेलन कर उद्योगों में प्रदेश को अव्वल बनाने की इच्छा लिए मन मोहने की कोशिश करते हैं। तो कभी दीवार गिरने पर हुई मौतों पर कलेक्टर और एसपी को हटाकर मनमोहक बनने का काम करते दिखते हैं। फिलहाल ‘मोहन’ का ‘मोहिनी’ रूप अलग-अलग तरह से सामने आ रहा है। हकीकत में जनता कितनी मोहित हो पा रही है, यह समय पर ही पता चलेगा…।