‘मोहन’ ने संवेदनशीलता संग निभाया राजधर्म और ‘जीतू’ ने विपक्ष कर्म…

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‘मोहन’ ने संवेदनशीलता संग निभाया राजधर्म और ‘जीतू’ ने विपक्ष कर्म...

कौशल किशोर चतुर्वेदी

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने पूर्व में तय सभी कार्यक्रम रद्द कर 3 अक्टूबर 2025 को खण्डवा जिले में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान ट्रैक्टर ट्रॉली दुर्घटना के प्रभावित परिवारों से पंधाना पहुंचकर संवेदना प्रकट करने को प्राथमिकता दी। तो प्रतिमा विसर्जन के दौरान उज्जैन जिले में हुई दुर्घटना में पीड़ित परिवारों से मिलकर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने विशेष संवेदनशीलता का परिचय दिया है। वास्तव में मोहन का संवेदनशीलता के साथ इस तरह राजधर्म का निर्वहन करना मध्य प्रदेश की साढ़े आठ करोड़ आबादी के दिलों को छूने वाला है। वहीं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी का खंडवा जिले में हुई दुर्घटना के पीड़ित परिवारों से मुलाकात कर विपक्ष कर्म का सही समय पर निर्वहन करना सराहनीय है।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने खंडवा जिले में हुई दुर्घटना के पीड़ित परिवारों को हर संभव मदद के लिए आश्वस्त किया। मुख्यमंत्री ने पूर्व निर्धारित अपने सभी कार्यक्रम निरस्त कर पंधाना पहुंचकर प्रभावित परिवारों से मिलकर शोक-संवेदना व्यक्त की और उन्हें ढांढस बंधाया। परिवारजनों को सांत्वना देते हुए कहा कि हृदय विदारक दुख की घड़ी में राज्य सरकार पीड़ित परिवारों के साथ खड़ी है। इन शब्दों की कीमत वास्तव में पीड़ित परिवारों के लिए अनमोल है। इसके लिए डॉ. मोहन यादव वास्तव में बधाई के पात्र हैं। यह उनका कर्तव्य भी है जिसका उन्होंने पूरी तरह से पालन भी किया है। आवश्यक सहायता राशि भी परिवारों को स्वीकृत कर प्रदान की गई। प्रभावित परिवारों की सहायता के लिए प्रति दिवंगत 4-4 लाख रूपए मध्यप्रदेश सरकार और 2-2 लाख रूपए प्रधानमंत्री सहायता कोष से मंजूर किए गए। घटना में गंभीर रूप से घायलों को समुचित उपचार के लिए एक-एक लाख रूपए की राशि दी जाएगी। सामान्य घायल नागरिक को 50-50 हजार रूपए दिए जाएंगे। सरकार घायलों के उपचार का पूरा खर्च वहन करेगी। आपदा की भरपाई यह राशि तो नहीं कर सकती, लेकिन आफत में मुख्यमंत्री की संवेदनाओं से भरी राहत की कीमत वह पीड़ित परिजन ही महसूस कर सकते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन लोगों ने संकट में फंसे लोगों की सहायता की है, उन्हें भी पुरस्कृत किया जाएगा। रेस्क्यू ऑपरेशन में सहयोग करने वालों को प्रति सहयोगी 51 हजार रूपए की नकद प्रोत्साहन पुरस्कार राशि आगामी गणतंत्र दिवस पर सम्मान-पत्र सहित प्रदान की जाएगी। यह प्रोत्साहन मदद करने वालों में उत्साह भरेगा और लोगों को आपदा के समय मदद के लिए हाथ बढ़ाने को प्रेरित भी करेगा। घटना हृदय विदारक है। छोटे बच्चों की अकाल मृत्यु दुखदाई है। यह महसूस कर मुख्यमंत्री ने दुर्घटना स्थल पर पक्के घाट का निर्माण करवाने की घोषणा कर सही कदम ही उठाया है।

वहीं मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने उज्जैन जिले में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान ट्रैक्टर ट्रॉली दुर्घटना के प्रभावित परिवारों से ग्राम पीरझलार पहुंचकर संवेदना प्रकट की। उन्होंने पीड़ित परिवारों को हर संभव मदद के लिए आश्वस्त किया। अपने पूर्व निर्धारित सभी कार्यक्रम निरस्त कर ग्राम पीरझलार, बड़नगर पहुंचकर प्रभावित परिवारों से मिलकर शोक-संवेदना व्यक्त की और उन्हें ढांढस बंधाया। मुख्यमंत्री ने कहा कि आप सब नागरिक ही मेरा परिवार है। हृदय विदारक घटना के बाद से मुझे अभी तक नींद नहीं आई है। यह संवेदनशीलता मोहन की सोच को सामने लाती है।

वहीं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने भी ग्राम राजगढ़ पहुंचकर दिवंगत आत्माओं के शोकाकुल परिजनों से भेंट की और उन्हें सांत्वना प्रदान की। उन्होंने पीड़ित परिवारों को ढांढस बंधाया। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने प्रदेश सरकार से तत्काल राहत उपायों की मांग की। मृतक परिवारों को तुरंत आर्थिक सहायता, घायलों के निःशुल्क समुचित उपचार तथा भविष्य में ऐसी दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सख्त सुरक्षा प्रोटोकॉल लागू करने की आवश्यकता बताई। वास्तव में जीतू पटवारी ने विपक्ष कर्म का निर्वहन किया और यह प्रदेश सरकार की कर्तव्यनिष्ठा है कि मृतकों के परिजनों और घायलों को सरकार सही समय पर सुविधाएं मुहैया कराने में सफल रही। भविष्य में धार्मिक आयोजनों के दौरान सुरक्षा के और पुख्ता इंतजाम करने की मांग विपक्ष ने की और इसके लिए आश्वस्त सीएम ने किया, यह सुकून देने वाली बात है।

 

तो खंडवा जिले की पंधाना विधानसभा क्षेत्र के ग्राम राजगढ़ के जामली गांव में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान हुई दर्दनाक एवं हृदयविदारक घटना में ट्रैक्टर-ट्रॉली के अर्दला डैम में पलटने से 11 मासूम बच्चों और उज्जैन जिले में हुईं असमय मृत्यु अत्यंत दुखद है। इन असहनीय दुर्घटनाओं की भरपाई नामुमकिन है। ऐसे में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का खंडवा जिले की पंधाना तहसील के ग्राम जामली राजगढ़ में और उज्जैन जिले में हुईं ट्रैक्टर ट्रॉली दुर्घटना के प्रभावित परिवारों से भेंट कर शोक संवेदना व्यक्त करना और शोक संतृप्त परिवारों को हरसंभव मदद के लिए आश्वस्त करना राजधर्म निर्वहन के साथ उनकी संवेदनशीलता का उत्कृष्ट उदाहरण है। तो जीतू पटवारी का पीड़ित परिवारों तक पहुंचना सजग विपक्ष का परिचायक है…इन दुर्घटनाओं से 2019 में तत्कालीन कांग्रेस सरकार के समय राजधानी भोपाल में प्रतिमा विसर्जन के दौरान खंडवा जिले की तरह ही हुई इसी तरह की दुर्घटना का वीभत्स दृश्य आंखों के सामने आ गया है। वास्तव में जन-जन की जागरूकता से ही ऐसे हादसों को टाला जा सकता है।

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लेखक के बारे में –

कौशल किशोर चतुर्वेदी मध्यप्रदेश के वरिष्ठ पत्रकार हैं। प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में पिछले ढ़ाई दशक से सक्रिय हैं। पांच पुस्तकों व्यंग्य संग्रह “मोटे पतरे सबई तो बिकाऊ हैं”, पुस्तक “द बिगेस्ट अचीवर शिवराज”, ” सबका कमल” और काव्य संग्रह “जीवन राग” के लेखक हैं। वहीं काव्य संग्रह “अष्टछाप के अर्वाचीन कवि” में एक कवि के रूप में शामिल हैं। इन्होंने स्तंभकार के बतौर अपनी विशेष पहचान बनाई है।

वर्तमान में भोपाल और इंदौर से प्रकाशित दैनिक समाचार पत्र “एलएन स्टार” में कार्यकारी संपादक हैं। इससे पहले इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में एसीएन भारत न्यूज चैनल में स्टेट हेड, स्वराज एक्सप्रेस नेशनल न्यूज चैनल में मध्यप्रदेश‌ संवाददाता, ईटीवी मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ में संवाददाता रह चुके हैं। प्रिंट मीडिया में दैनिक समाचार पत्र राजस्थान पत्रिका में राजनैतिक एवं प्रशासनिक संवाददाता, भास्कर में प्रशासनिक संवाददाता, दैनिक जागरण में संवाददाता, लोकमत समाचार में इंदौर ब्यूरो चीफ दायित्वों का निर्वहन कर चुके हैं। नई दुनिया, नवभारत, चौथा संसार सहित अन्य अखबारों के लिए स्वतंत्र पत्रकार के तौर पर कार्य कर चुके हैं।