‘मॉडर्न मध्यप्रदेश’ के महारथी ‘मोहन’…

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‘मॉडर्न मध्यप्रदेश’ के महारथी ‘मोहन’…

कौशल किशोर चतुर्वेदी

मध्य प्रदेश का औद्योगिक परिदृश्य लगातार बदल रहा है। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में हुए करार जमीन पर आकार लेने की प्रक्रिया में हैं। नए-नए भूमिपूजन आए दिन मध्य प्रदेश को आश्वस्त कर रहे हैं कि मोहन का विजन मध्यप्रदेश के औद्योगिक सृजन में फलीभूत हो रहा है। और मोहन की इसी खासियत के मुरीद केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी हैं। रायसेन जिले में 1800 करोड़ रुपए की लागत के रेल कोच निर्माण इकाई ‘ब्रह्मा’ का भूमि-पूजन करने आए केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की भूरि-भूरि प्रशंसा की। तो मध्यप्रदेश मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव भी गदगद नजर आए।

राजनाथ सिंह ने कहा कि भगवान श्रीमहाकाल के आशीर्वाद से मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में मध्यप्रदेश विकास के पथ पर आगे बढ़ रहा है। मध्यप्रदेश में हो रहा औद्योगिक विकास भारत को नई औद्योगिक ऊंचाइयों पर ले जाने में सहायक होगा। सम्पूर्ण भारत मध्यप्रदेश को आशा और विश्वास से देख रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव तेजी से औद्योगिक विकास को गति दे रहे हैं, भविष्य में मध्यप्रदेश प्राकृतिक सौंदर्य के साथ औद्योगिक विकास के लिए भी पहचाना जाएगा। मध्यप्रदेश में रक्षा क्षेत्र के विकास के लिए पूर्ण क्षमता, संसाधन और सभी आवश्यक विशेषताएं विद्यमान हैं। यहां 1800 करोड़ रुपए के निवेश से आरंभ हो रहे रेल कोच निर्माण केंद्र से 5 हजार से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा और आसपास के क्षेत्र का भी विकास होगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने वर्तमान केंद्रीय मंत्री तथा पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की विरासत को आगे बढ़ाने का काम किया है। जहां नेतृत्व शानदार हो वहां विकास भी तेजी से होता है। मध्यप्रदेश, देश में मॉडर्न प्रदेश के रूप में जाना जाएगा। केन्द्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह “विकास की नई पहचान-स्वदेशी अभियान” के अंतर्गत भोपाल जिले की सीमा पर रायसेन जिले के ग्राम उमरिया में 1800 करोड़ रुपए की लागत से स्थापित होने वाली अत्याधुनिक रेल कोच निर्माण इकाई का भूमि-पूजन कर संबोधित कर रहे थे।

सिंह ने कहा कि मध्यप्रदेश तेजी से औद्योगिक विकास की ओर बढ़ रहा है। मुझे यह जानकर खुशी हुई कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने प्रदेश में उद्योगों के लिये 48 हजार हेक्टेयर का भूमि बैंक तैयार किया है और अधिक से अधिक उद्योग लगाने के सार्थक प्रयास किये जा रहे हैं। नवीन औद्योगिक इकाइयों को इंटरनेट, फैक्ट्री शेड, कनेक्टिविटी सहित अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव की यह विशेष पहल रही कि आज जिस रेल कोच निर्माण इकाई का भूमिपूजन हुआ है, उसके लिये बीईएमल को पिछले मई माह में भूमि आवंटित कर दी गई थी। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि अगले दो साल में यह इकाई काम करना शुरू कर देगी।

तो इस कार्यक्रम में आगे किसने क्या कहा यह अलग बात है, पर यह बात सही है कि मध्य प्रदेश अब हर रोज औद्योगिक विकास के क्षेत्र में कई कदम आगे बढ़ रहा है। नई-नई इकाइयों का भूमि पूजन मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की औद्योगिक विकास के प्रति प्रतिबद्धता में नए रंग भर रहा है। खास बात यह है कि मोहन यादव शांतिपूर्ण तरीके से लक्ष्य पर निगाहें टिकाए हुए हैं। हाल ही में मीडिया संग अनौपचारिक चर्चा में मोहन यादव ने लगातार हो रहे औद्योगिक इकाइयों के भूमिपूजन के संबंध में कहा था कि एक न एक दिन मीडिया उनसे पूछेगा कि औद्योगिक विकास में क्या काम हुआ है। और हम वही जवाब देने की तैयारी चुपचाप कर रहे हैं। आगामी दो साल में मध्यप्रदेश इस बात का साक्षी बनेगा कि मोहन यादव ने जो कहा वह करके दिखाया। और यह बात सही भी है कि न केवल मीडिया बल्कि पूरा मध्य प्रदेश दो साल में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से उनकी उपलब्धियां का लेखा-जोखा मांगने को तैयार है। और तब अभी से तैयारी कर रहे डॉ. मोहन यादव मीडिया और पूरे मध्य प्रदेश को एक साथ जवाब देकर यही साबित करेंगे कि मध्यप्रदेश, भारत की आशा और विश्वास पर खरा साबित हो गया है। और उनके कामों से मध्य प्रदेश प्राकृतिक सौंदर्य के साथ ही औद्योगिक विकास में देश को गौरवान्वित करने को तैयार है। और तब ‘मॉडर्न मध्यप्रदेश’ के महारथी ‘मोहन’ ही माने जाएंगे…।