Money Instead of Bicycle : स्कूल के बच्चे सरकारी पैसे से पसंद की साइकिल लेंगे!

बच्चों को साइकिल देने के बजाए पैसे देने का फैसला किया!

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Money Instead of Bicycle : स्कूल के बच्चे सरकारी पैसे से पसंद की साइकिल लेंगे!

Indore : जिले के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले स्कूली छात्रों के लिए यह अच्छी खबर है। इस साल वे अपनी मनपसंद साइकिल बाजार से खरीद सकेंगे, वह भी सरकारी पैसे से। शिक्षा विभाग इस साल स्कूली छात्रों को साइकिल कल जगह नकद राशि देने पर विचार कर रहा है। इससे उन्हें साइकिल खरीदकर उसका बिल स्कूल में जमा करवाना होगा। प्रक्रिया में देरी की वजह से यह विचार किया जा रहा है।

नया शिक्षा सत्र शुरू हो चुका है। ऐसे में 6ठी से 9वीं तक के छात्रों को साइकिल देने की प्रक्रिया अभी भी शुरू नहीं हो सकी है। यदि इसके बाद भी टेंडर प्रक्रिया की जाए तो कई महीने और लगेंगे। ऐसे में छात्रों को साइकिल मिलना मुश्किल हो सकता है। इसलिए शिक्षा विभाग छात्रों को नकद राशि देने पर विचार कर रहा है। बताया जा रहा है कि ये धनराशि छात्रों के खाते में ट्रांसफर की जाएगी। इसके लिए छात्रों को 20 जुलाई तक अपने प्रोफाइल को अपडेट करने के लिए भी कह दिया गया है। संभवत: अगले माह तक उनके बैंक खातों में रुपए डाल दिए जाएंगे।

उनके या पेरेंट्स के खाते में ट्रांसफर
विभाग के अधिकारियों के अनुसार बहुत से छात्रों के बैंक में अकाउंट ही नहीं है। ऐसे में उनके अभिभावकों के खातों को वेरीफाई किया जा रहा है और साइकिल खरीदने के लिए धनराशि उनके खातों में डाल दी जाएगी। छात्रों को साइकिल खरीदने के बाद उसका बिल स्कूल में जमा करना होगा, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सरकार के दिए हुए रुपयों का छात्र ने सही इस्तेमाल किया है और बच्चे तक साइकिल पहुंच चुकी। छात्र इतने ही रुपए में मनपसंद साइकिल खरीद सकता है।

स्कूल के लिए सरकार देती है साइकिल
सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों को घर से स्कूल आने और घर जाने के लिए सरकार साइकिल प्रदान करती है। जानकारी अनुसार 6ठी से 9वीं तक के छात्रों को सरकार की ओर से साइकिल दी जाती है। ताकि वह आसानी से स्कूल पहुंच सकें और उनकी पढ़ाई में किसी प्रकार का कोई नुकसान नहीं हो सके। जिनके घर के आसपास में कोई स्कूल न हों उन्हें पढ़ाई के लिए किसी दूसरे गांव या इलाके में जाना पड़े तो वे साइकिल से जा सके। इस साल अब तक इसके लिए विभागीय प्रक्रिया ही शुरू नहीं हो पाई है।

अधिकारियों के अनुसार यदि इस समय प्रक्रिया शुरू कर भी दी जाए तो पूरा काम खत्म होने और साइकिल मिलने नहीं यह पूरा सत्र निकल जाएगा। विद्यार्थियों को साइकिल नहीं मिल पाएगी। इसी के चलते विभाग इस योजना पर काम कर रहा है कि विद्यार्थियों को बैंक खाते में ही रुपए दे दिए जाए ताकि वह साइकिल खरीद सके।