एक जिला एक उत्पाद में प्रशिक्षण और मूल्य संवर्धन योजना की मानीटरिंग अब राज्य और जिला स्तर पर

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एक जिला एक उत्पाद में प्रशिक्षण और मूल्य संवर्धन योजना की मानीटरिंग अब राज्य और जिला स्तर पर

भोपाल: मध्यप्रदेश में एक जिला एक उत्पाद हेतु प्रशिक्षण एवं मूल्य संवर्धन योजना की मॉनिटरिंग अब राज्य और जिला स्तर पर की जाएगी। इसके लिए कृषि उत्पादन आयुक्त और कलेक्टरों की अध्यक्षता में समितियों का गठन किया गया है।

सामान्य प्रशासन विभाग ने जो राज्य स्तरीय मॉनीटरिंग कमेटी बनाई है उसमें कृषि उत्पादन आयुक्त अध्यक्ष होंगे। कृषि, उद्योग और वित्त विभाग के अपर मुख्य सचिव, मंडी बोर्ड के प्रबंध संचालक, कृषि अभियांत्रिकी के संचालक इस राज्य स्तरीय समिति के सदस्य होंगे। संचालक कृषि इस समिति में सदस्य सचिव होंगे। यह समिति समय-समय पर योजना के क्रियान्वयन की समीक्षा करेगी।

इसके अलावा जिलों में कलेकटर की अध्यक्षता में जिला स्तरीय समिति भी गठित की गई है। उप संचालक कृषि इसके सदस्य सचिव होंगे जबकि परियोजना संचालक आत्मा, महाप्रबंधक जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र , सहायक कृषि यंत्री, मुख्यालय स्तर की मंडी समिति के मंडी सचिव इसके सदस्य होंगे। यह समिति भी समय-समय पर योजना के क्रियान्व्यन की समीक्षा करेगी।

यह होगा फायदा- राज्य के सभी 52 जिलों में प्रत्येक जिले में प्रचुरता से पाए जाने वाले एक उत्पाद को पूरे देशभर में प्रसिद्ध करना है। इस उत्पाद से जिले की पहचान बनेगी। इन उत्पादों को जिले के नाम से जाना जाएगा और इसकी मार्केटिंग के लिए विभिन्न प्लेटफार्म उपलब्ध कराए जाएंगे। उत्पादों को जीआई टैग दिलाने का प्रयास भी किया जाएगा। विशेष उत्पादों का अन्य राज्यों और विदेशों में निर्यात भी किया जाएगा। इससे इन जिलों में युवाओं, किसानों, महिला स्वसहायता समूहों को अपनी आजीविका के साधन उपलब्ध होंगे और उन्हें अपनी आय बढ़ाने में मदद