New Delhi : देश के लिए ये राहत भरी खबर है कि भीषण गर्मी से तप रहे देश को जल्दी ही राहत मिल सकती है। बीते सालों के मुकाबले इस बार मानसून 6 दिन पहले सक्रिय हो गया। मानसून ने अंडमान सागर और बंगाल की खाड़ी के दक्षिणी हिस्से में दस्तक दे दी। केरल में 27 मई तक मानसून पहुंच जाएगा। अगले दो तीन दिनों में मानसून पूरे अंडमान सागर, अंडमान निकोबार द्वीप समूहों, मध्यपूर्व बंगाल की खाड़ी में छा जाएगा। जबकि, आमतौर पर इन क्षेत्रों में मानसून 22 मई को सक्रिय होता है। इस बार यह 6 दिन पहले सक्रिय हो गया। केरल में यह सामान्य से 5 दिन पहले पहुंच सकता है।
मंगलवार को राजधानी में भी धूल भरी आंधी और हल्के बादलों के आसार हैं। इस वजह से लोगों को लू से राहत मिलेगी। वहीं, उत्तर-पश्चिमी और मध्य भारत के राज्यों को भी लू से राहत की उम्मीद है। विभाग ने कहा कि इन राज्यों में लू में कमी आने की संभावना है। आने वाले 24 घंटों में केरल, पूर्वोत्तर राज्यों एवं उत्तर के पर्वतीय राज्यों में बारिश होगी।
IMD ने यहां कहा कि दक्षिण-पश्चिम मानसून सोमवार को अंडमान निकोबार द्वीप समूह की ओर बढ़ा। इससे 4 महीने के बरसात के मौसम की शुरुआत का संकेत मिलता है जो मुख्य रूप से कृषि आधारित अर्थव्यवस्था के लिए अहम है। मौसम कार्यालय ने कहा कि अंडमान निकोबार द्वीप समूह और आसपास के इलाकों में क्षोभमंडल के निचले स्तरों में दक्षिण-पश्चिमी हवाओं के मजबूत होने के कारण बारिश हो रही है। अंडमान निकोबार द्वीपों पर मानसून की शुरुआत एक दिन देरी से हुई। आईएमडी ने पहले कहा था कि 15 मई को इस क्षेत्र में मौसमी बारिश होगी।
IMD ने एक बयान में कहा कि दक्षिण पश्चिम मानसून के अगले 2-3 दिनों के दौरान दक्षिण बंगाल की खाड़ी के कुछ और हिस्सों, पूरे अंडमान सागर और अंडमान द्वीप समूह और पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों में आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं।
मध्य पाकिस्तान पर एक पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से मंगलवार को जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में गरज के साथ हल्की से मध्यम वर्षा, गरज के साथ हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है। मौसम कार्यालय ने मंगलवार को हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में अलग-अलग स्थानों पर ओलावृष्टि का भी पूर्वानुमान जताया था। आईएमडी ने मानसून के एक जून की सामान्य शुरुआत की तारीख से पांच दिन पहले 27 मई को केरल में मौसमी बारिश के जल्दी आगमन का अनुमान जताया है।
पांच दिनों के दौरान लक्षद्वीप और उत्तरी तमिलनाडु तट पर चक्रवाती परिसंचरण की उपस्थिति से केरल, तटीय और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक में कुछ स्थानों पर गरज/चमक/तेज हवाओं के साथ काफी व्यापक वर्षा होने की उम्मीद है। मौसम कार्यालय ने कहा कि तमिलनाडु में सोमवार से बुधवार तक और अगले दो दिनों में लक्षद्वीप क्षेत्र में भारी बारिश की संभावना है। आईएमडी ने कहा कि बुधवार को तटीय और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक में भी भारी वर्षा की संभावना है।