Monsoon Session Will be Turbulent : MP विधानसभा का 19 दिन का मानसून सत्र हंगामेदार होगा, सरकार को घेरने के लिए कांग्रेस के पास कई मुद्दे!
Bhopal : मध्यप्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र हंगामेदार होने की आशंका है। इसलिए कि विपक्ष के पास मोहन यादव सरकार को घेरने के कई ऐसे मुद्दे हैं जो सीधे जनता से जुड़े हैं। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने सोशल मीडिया ‘एक्स’ के जरिए ऐसे कई मुद्दे उठाए और जन आंदोलनों का समर्थन किया जो मांगों से जुड़े हैं। अब वे इन मसलों को विधानसभा में उठाकर सरकार को घेरेंगे। इनमें फर्जी नर्सिंग कॉलेज, अतिथि शिक्षक, चयनित शिक्षकों को नियुक्ति न देने संबंधी कई मुद्दे हैं। इसके अलावा 60 हजार करोड़ के निवेश से सीहोर जिले की आष्टा तहसील में प्रस्तावित एथेन क्रैकर परियोजना के विरोध पर भी सरकार की घेरेबंदी होगी। इसलिए कि किसानों ने कह दिया कि मर जाएंगे, लेकिन प्लांट के लिए अपनी जमीन नहीं देंगे! सत्र के दौरान कांग्रेस महिला, अनुसूचित जाति-जनजाति वर्ग के ऊपर हुए अत्याचार की घटनाओं के साथ प्रदेश की आर्थिक स्थिति को भी मुद्दा बनाएगी।
#MP में प्राथमिक शिक्षकों की नियुक्तियां भी खटाई में पड़ी है!
यदि यही सब चलता रहा तो प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था धीरे-धीरे पूरी तरह ध्वस्त हो जाएगी!काउंसलिंग में भाग लेने के बाद भी इन शिक्षकों को नियुक्ति नहीं दी गई। अपनी मांगों को लेकर #मप्र_प्राथमिक_शिक्षक_उत्तीर्ण_संघ लोक…
— Umang Singhar (@UmangSinghar) June 12, 2024
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने इन मुद्दों को उठाने का इशारा भी पिछले दिनों कर दिया था। उन्होंने नर्सिंग कॉलेज वाले मसले के लिए सोशल मीडिया पर जनता से आह्वान भी किया है कि वे उन्हें दस्तावेज और जानकारियां भेजें ताकि मुद्दे को सार्थक तरीके से उठाया जा सके। सिंघार ने इसके लिए टोल फ्री नम्बर और ईमेल आईडी भी जारी किया है।
इसके अलावा अतिथि शिक्षकों वाले मुद्दे पर भी नेता प्रतिपक्ष मुखर हैं। उन्होंने इन शिक्षकों को पूरे साल की नियुक्ति न देने को मुद्दा बनाया है और अब इसे विधानसभा में भी उठाएंगे। उन्होंने अपने ‘एक्स’ एकाउंट पर सरकार को घेरते हुए लिखा था कि पिछले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने इन शिक्षकों से जो मांग की थी डॉ मोहन यादव ने उसे भुला दिया।
एक जुलाई से 19 जुलाई तक चलने वाले इस सत्र में कुल 14 बैठकें होंगी। मोहन सरकार इसमें अपना पहला पूर्ण बजट प्रस्तुत करेगी। यह साढ़े 3 लाख करोड़ रुपए से अधिक का हो सकता है। लोकसभा चुनाव के बाद होने वाले इस सत्र में परिणाम के असर की झलक भी दिखाई देगी।
नर्सिंग कॉलेज मुद्दा ज्वलंत, जनता से अनुरोध किया
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने अपने ‘एक्स’ एकाउंट से एक पोस्ट करके लिखा कि मध्यप्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र में नर्सिंग कॉलेज घोटाले को लेकर भाजपा सरकार को कटघरे में खड़ा किया जाएगा। मध्यप्रदेश में व्यापक पैमाने पर नर्सिंग कॉलेजों में घोटाला हुआ है। इस मामले ने व्यापम मामले को भी पीछे छोड़ दिया। इस घोटाले में फ़र्ज़ी कॉलेजों को मान्यता देने, फ़र्ज़ी डिग्रियां बांटने और छात्रों से अवैध स्कॉलरशिप लेने की भी बड़ी गड़बड़ी हुई। इस घोटाले में भाजपा से जुड़े कई बड़े नेताओं की संलिप्तता भी उजागर हुई।
नेता प्रतिपक्ष ने अनुरोध किया है कि मध्यप्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र में इस घोटाले को उजागर करने मेरी मदद करें।
आपके पास नर्सिंग घोटाले से संबंधित जो भी जानकारी, दस्तावेज, PHOTO, VIDEO, CALL RECORDING और अन्य संबंधित जानकारी हो, तो मुझे इस संपर्क माध्यम पर भेजिए।
किसानों को बेजमीन करने वाले ऐसे विकास से किसे क्या मिलेगा?
60 हजार करोड़ के निवेश से सीहोर जिले की आष्टा तहसील में प्रस्तावित एथेन क्रैकर परियोजना का विरोध शुरू हो गया।
किसानों ने कह दिया कि मर जाएंगे, लेकिन प्लांट के लिए अपनी जमीन नहीं देंगे!कहा गया कि इस परियोजना की निर्माण…
— Umang Singhar (@UmangSinghar) June 14, 2024
8269889419 For whatsapp and missed call service
Email- [email protected]
भरोसा रखिए कि जानकारी देने वाली की पहचान पूर्णतः गोपनीय रखी जाएगी। आपकी एक जानकारी बड़े पैमाने पर चल रहे फर्जी कॉलेजों का पर्दाफाश करने के साथ, लाखों नर्सिंग छात्रों के जीवन के साथ हुए अन्याय में इंसाफ दिला सकती है।