Moon in Horoscope;कुंडली में चंद्रमा अशुभ होने पर जातक को चांदी की अंगूठी में असली मोती धारण करना फलदायी होता है.

1247
Moon in Horoscope

 

 Moon in Horoscope;  अगर किसी जातक की कुंडली में ग्रहों की स्थिति शुभ है तो व्यक्ति के जीवन में सारे कार्य सही प्रकार से होते हैं, वहीं यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में ग्रहों की दशा खराब हो तो उसके जीवन में दिक्कते आने लगती हैं। ज्योतिष के अनुसार चंद्रमा का संबंध मन से माना गया है। यदि कुंडली में चंद्रमा(Moon in Horoscope ) की स्थिति सही न हो तो व्यक्ति को कई तरह की मानसकि समस्याओं के अलावा भी कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है, इसलिए कुंडली में चंद्रमा(Moon in Horoscope )का अनुकूल होना आवश्यक होता है.

 Moon in Horoscope

ज्योतिष शास्त्र में चंद्रमा को मन का कारक कहा गया है. इसका संबंध मां और मामा से भी होता है. किसी भी जातक की कुंडली में चंद्रमा के अशुभ होने पर जातक को मानसिक समस्याओं, अनिद्रा, तनाव, निर्णय लेने में मुश्किल जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है.तो चलिए जानते हैं कि अशुभ चंद्रमा के कारण क्या समस्याएं होती हैं और इसे शुभ करने के लिए क्या उपाय किए जा सकते हैं।

1-यदि किसी जातक की कुंडली में चंद्रमा कमजोर होता है तो उसका सीधा प्रभावव्यक्ति की मानसिक स्थिति पर पड़ने लगता है। चंद्रमा की कमजोर स्थिति के कारण मानसिक रोगों का सामना करना पड़ता है।
 Moon in Horoscope
2-चंद्रमा की अशुभ स्थिति के कारण गृह कलेश बढ़ जाते हैं। माता-पिता के स्वास्थ्य पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ने लगता है।
3-कर्क राशि का स्वामी चंद्रमा है. वृषभ राशि में उच्च का और वृश्चिक राशि में नीच का होता है. चंद्रमा का मूल त्रिकोण राशि वृषभ है. इसके मित्र ग्रह सूर्य और बुध हैं और शत्रु ग्रह राहु-केतु हैं. सम ग्रह मंगल, गुरु, शुक्र और शनि हैं. किसी भी जातक की कुंडली में अशुभ चंद्रमा से व्यक्ति को शरीर में जल संबंधी रोग होते हैं. जैसे- मूत्राशय संबंधी रोग, मधुमेह (डायबिटीज), अतिसार (दस्त), अनिद्रा (नींद न आना), नेत्ररोग , विक्षिप्तता (पागलपन), पीलिया, मानसिक पीड़ा, मानसिक थकान, श्वास रोग (दमा), फेफड़ों के रोग हो सकते हैं.

  चंद्रमा (Moon in Horoscope) के अशुभ प्रभावों को कम करने के उपाय

images 3 2

– कुंडली में चंद्रमा अशुभ होने पर जातक को चांदी की अंगूठी में असली मोती धारण करना चाहिए. इसके लिए विशेषज्ञ से सलाह अवश्य लें.

– वहीं, चांदी का चकोर टुकड़ा अपनी जेब या पर्स में हमेशा के लिए रखना भी शुभ फलदायी होता है.

– चंद्रमा अशुभ होने पर मां को ज्यादा से ज्यादा प्रसन्न रखें. मां के आशीर्वाद से जीवन में सब ठीक होगा.

-चंद्रमा की स्थिति को मजबूत करने के लिए चंद्रमा के मंत्रों का जाप करना चाहिए। चंद्रमा के मंत्र इस प्रकार हैं।

ॐ सों सोमाय नम:।
ॐ श्रां श्रीं श्रौं स: चन्द्रमसे नम:
ॐ श्रीं श्रीं चन्द्रमसे नम:
— ज्योतिष अनुसार शुद्ध जल में कच्चा दूध मिलाकर नियमित रूप से शिवलिंग का अभिषेक करें.
-चावल, सफेद वस्त्र, सफेद चंदन, सफेद फूल, चीनी, दही और मोती दान करना चाहिए।
– पूर्णिमा तिथि पर चंद्र देवता के दर्शन करें और उसकी रोशनी में बैठकर चन्द्र मंत्र का जाप करें।