Most Expensive Property : इंदौर में 1.72 करोड़ में बिकी 70 वर्गफीट की दुकान!

जानिए वो कौन से मंदिर की दुकान है, जिसके लिए इतनी बड़ी बोली लगी! 

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Most Expensive Property : इंदौर में 1.72 करोड़ में बिकी 70 वर्गफीट की दुकान!

Indore : कमर्शियल प्रॉपर्टी के मामले में भी अब इंदौर नंबर वन बन गया। इस दीपावली पर यहां देश की सबसे बड़ी कमर्शियल डील हुई। खजराना मंदिर परिसर की दुकान के लिए हुई इस नीलामी में 70 वर्गफीट की दुकान के लिए 1.72 करोड़ रुपए की बोली लगी। इस तरह से इस छोटी सी दुकान के लिए करीब ढाई लाख रुपए प्रति वर्ग फीट का भाव मिला।

इंदौर विकास प्राधिकरण (IDA) और खजराना मंदिर समिति की नीलामी प्रक्रिया के नियमों के अनुसार इस दुकान पर केवल खजराना गणेश मंदिर के लिए लड्डू, हार-फूल व पूजन सामग्री ही बेची जाएगी। दुकान इंदौर के खजराना गांव के देवेंद्र ठाकुर ने यह दुकान खरीदी है। वे खजराना गणेश के परम भक्त हैं।

मंदिर परिसर स्थित दुकान नं. 1-ए और 20-ए को बेचा जाना था। इसके तहत मंदिर समिति के अध्यक्ष कलेक्टर मनीष सिंह के निर्देश पर इन दोनों दुकानों की नीलामी प्रक्रिया को आगे बढ़ाया गया। IDA के माध्यम से इसका विज्ञापन और नीलामी प्रक्रिया कराई गई। नीलामी विज्ञापन में दुकान 1-ए (करीब 70 वर्गफीट) के लिए ऑफसेट प्राइज (कम से कम) 30 लाख रु. रखा था। दीपावली के दिन जब दुकान के लिए बुलवाई गई बोलियां खोली गई तो उसने सभी को चौंका दिया। दुकान खरीदने के लिए छह गणेश भक्तों ने भाव लगाए थे।

इसी तरह दूसरी दुकान 20-ए के लिए ऑफसेट प्राइज 20 लाख रु. रखा गया था। इसके लिए गणेश भक्त अंशु मौर्य आगे आए। मौर्य ने पहली दुकान (1-ए) के लिए भी सबसे पहले 40 लाख रु. की बोली लगाई थी। उन्होंने दूसरी दुकान के लिए 22.51 लाख रु. की बोली लगाई। अन्य किसी के आगे नहीं आने पर यह दुकान मौर्य के लिए फाइनल कर दी गई।

एक माह में 1.72 करोड़ रु. अदा करेंगे

देवेंद्र ठाकुर खजराना गांव के हैं व संपन्न परिवार से आते हैं। 1.72 करोड़ की दुकान मिलने के बाद उन्होंने इसे भगवान श्रीगणेश का आशीर्वाद माना। दीपावली के दिन बोली फाइनल होने के बाद उन्होंने अधिकारियों से मुलाकात की और कहा कि वे नियमों के तहत एक माह में यह राशि भर देंगे। अधिकारियों ने दोहराया कि नियमों-शर्तों के तहत दुकान पर सिर्फ लड्‌डू, हार-फूल व पूजन सामग्री ही बेची जाएंगी। दुकान से मिलने वाली 1.72 करोड़ रु. की राशि खजराना गणेश मंदिर परिसर के खाते में जमा होगी। इसका उपयोग मंदिर के विकास व धार्मिक कामों के लिए होगा।