

मां, अब शायद लौट न पाऊं…* तेलंगाना फैक्ट्री ब्लास्ट में बिहार के मजदूरों की आखिरी पुकार
रुचि बागड़देव की खास रिपोर्ट
“मां, अब शायद लौट न पाऊं…”
तेलंगाना के संगारेड्डी में हुए केमिकल फैक्ट्री ब्लास्ट ने बिहार के मजदूरों और उनके परिवारों की दुनिया उजाड़ दी। रोज़ी-रोटी की तलाश में घर से दूर गए इन मजदूरों के आखिरी फोन कॉल्स में डर, दर्द और बेबसी साफ झलक रही थी।
हादसे के बाद गांवों में सिर्फ चीख-पुकार, इंतजार और आंखों में आंसू हैं—हर कोई अपने लापता बेटे, भाई या पति की सलामती की दुआ कर रहा है।
तेलंगाना में केमिकल फैक्ट्री में हुए ब्लास्ट की घटना में बिहार के भी तीन मजदूरों की मौत की पुष्टि अबतक हो चुकी है। कई मजदूर लापता हैं। जिनके परिजन उन्हें ढूंढ भी रहे हैं। बिहार के काराकाट के भी कई मजदूर इस फैक्ट्री में काम करते थे। ब्लास्ट में झुलसने के बाद वो किसी तरह जान बचाकर बाहर भागे। अपने परिजनों को फोन करके बताया कि वो किसी तरह बच गए। वहीं जो मजदूर लापता हैं या जिनकी मौत हो चुकी है उनके परिजन आखिरी फोन कॉल पर हुई बातचीत का जिक्र करके रोते-बिलखते दिखे।
1. डब्लू की मां को आखिरी कॉल
काराकाट के अमरथा गांव का डब्लू इस हादसे में बुरी तरह झुलस गया। किसी तरह जान बचाकर वह बाहर भागा। अपनी मां को फोन करके उसने बताया कि वह आग में बुरी तरह झुलस गया है। फैक्ट्री में आग लगी है और उसके सभी साथी अंदर फंसे हुए हैं। डब्लू के पिता ने बताया कि उसके बेटे की आवाज कंपकपा रही थी। जिसके बाद पूरे गांव में कोहराम मच गया।
2. लापता दीपक का वो आखिरी फोन कॉल
अमरथा गांव का दिलीप, दीपक और नागा उसी फैक्ट्री में काम में लगे थे। तीनों का कोई अता-पता नहीं है। अमरथा गांव के दीपक पासवान ने आखिरी कॉल अपने परिजनों को किया था। दीपक की मां गंगोत्री देवी ने रोते रोते बताया कि अपने पापा को उसके बेटे ने आखिरी कॉल किया था और बताया था कि फैक्ट्री में आग लगी है और उसका बचना मुश्किल है। दीपक की मां ने बताया कि उसके बाद कोई सूचना ही नहीं है कि उसका बेटा जिंदा भी है या नहीं। उन्होंने कहा कि दो दिन पहले ही उनका बेटा तेलंगाना गया था। पहली बार वो कमाने घर से बाहर गया था। बताया कि दीपक घर का इकलौता चिराग था जो कमाने गया था।
3. लापता नागा का गर्भवती पत्नी को आखिरी कॉल
मूल रूप से नासरीगंज के खिरियांव निवासी नागा पासवान की पत्नी गर्भवती है। नागा ने अपनी पत्नी को सोमवार की सुबह 10 बजे फोन किया था। नागा ने अपनी पत्नी को पैसे भेजने की बात कही थी। अब हादसे के बाद वह लापता है। ग्रामीणों ने बताया कि नागा की शादी गांव में चंदा जुटाकर किया गया था। हाल में ही वह पैसे कमाने तेलंगाना गया था।
4. दिलीप ने पत्नी को किया था वो आखिरी कॉल
फैक्ट्री में जाने से कुछ देर पहले ही दिलीप गोसाईं ने अपनी पत्नी मीरा को कॉल किया था। उसके बाद गांव के लोगों ने मीरा को बताया कि उसका पति जिस फैक्ट्री में काम करता है उसमें विस्फोट के बाद भीषण आग लगी है। मीरा कहती है कि अब समझ नहीं आ रहा उसके पति जिंदा हैं या नहीं। बताया कि तीन बेटियों में एक की शादी हुई है। एक बेटा है जो बहुत छोटा है। देवर दिव्यांग है। परिवार अब कैसे चलेगा।
अब तक बिहार के तीन मजदूरों की मौत की पुष्टि
तेलंगाना के संगारेड्डी में एक केमिकल फैक्ट्री में हुये विस्फोट में बिहार के तीन श्रमिकों की मौत हो गयी। बिहार के मृतकों में शशि भूषण (बिहारी रावली के पुत्र), रुकसाना खातून (पत्नी मोइनुद्दीन खान) और राजू कुमार (इंद्रदेव साव के पुत्र) हैं। जबकि 15 के करीब जख्मी हैं जिनका इलाज चल रहा है।
यह हादसा मजदूरों और उनके परिवारों के लिए कभी न भूलने वाला जख्म बन गया है।