MP को मिलेंगे 20 अफ्रीकन चीते, कूनो पालपुर, गांधी सागर अभ्यारण्य में रखे जाएंगे,राजस्थान सहित 4 राज्यों में MP से भेजे जाएंगे 15 बाघ

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MP को मिलेंगे 20 अफ्रीकन चीते, कूनो पालपुर, गांधी सागर अभ्यारण्य में रखे जाएंगे,राजस्थान सहित 4 राज्यों में MP से भेजे जाएंगे 15 बाघ

भोपाल:टाइगर स्टेट और चीता स्टेट का दर्जा हासिल करने वाले मध्यप्रदेश में एक बार फिर चीतों का कुनबा बढ़ने वाला है। दक्षिण अफ्रीका से बीस चीते मध्यप्रदेश में लाए जाएंगे इन्हें कूनो पालपुर और गांधी सागर अभ्यारण्य में रखा जाएगा। इन चीतों के आने के बाद मध्यप्रदेश में 44 चीते हो जाएंगे।

सूत्रों के मुताबिक दक्षिण अफ्रीका मध्यप्रदेश को बीस चीते देने को तैयार हो गया है। भारत सरकार ने ये चीते दक्षिण अफ्रीका से मांगे थे प्रस्ताव को मंजूरी के बाद ये चीते मध्यप्रदेश के कूनो पालपुर उद्यान में रखे जाएंगे। पहली बार बीस चीते एक साथ मध्यप्रदेश आएंगे इनमें दस चीते नर और दस चीते मादा होंगे। इससे इनका कुनबा आगे भी बढ़ाने में मदद मिलेगी। इससे पहले दक्षिण अफ्रीका से एक साथ बारह चीते मध्यप्रदेश में लाए गए थे और नामीबिया से भी आठ चीते मध्यप्रदेश लाए गए थे। मध्यप्रदेश में इस समय 24 चीते मौजूद है। इनके आवागमन पर नजर रखने के लिए वन विभाग ने इन सभी चीतों पर रेडियो कॉलर लगाए है इनके जरिए चीतों की हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है।

दक्षिण अफ्रीका से ये चीते अगले छह माह के भीतर मध्यप्रदेश आ जाएंगे। इन चीतों को लाने के लिए दो माह का समय लग सकता है।

इन चीतों को एक बड़े बाड़े में पहले रखा जाएगा। जब वे यहां के माहौल के अभ्यस्त हो जाएंगे तो उन्हें खुले जंगल में रेडियो कॉलर पहनाकर छोड़ा जाएगा। अफ्रीकन चीतों को रखने के लिए वन विभाग यहां अफ्रीका की तर्ज पर जंगल और अन्य परिस्थितियों को निर्मित करेगा। यहां दूसरे नेशनल पार्को से हिरण, चीतल, सांभर सहित अन्य जानवर भी उनके आसपास रखें जाएंगे ताकि इन चीतों को शिकार के लिए परेशान न होंना पड़े। वन्य प्राणी चिकित्सकों की देखरेख में इन बीस अफ्रीकन चीतों को दो से तीन माह तक विशेष निगरानी में रखा जाएगा।

*मध्यप्रदेश से पंद्रह बाघ चार राज्यों में भेजे जाएंगे-* 

इधर मध्यप्रदेश के बाघ अब देश के अन्य चार राज्यों की शोभा बढ़ाएंगे। महाराष्ट, उड़ीसा को एक बाघ और दो बाघिन दी जाएंगी।राजस्थान को चार बाघिन दिए जाएंगे।, छत्तीसगढ़ को दो बाघ और छह बाघिन दिए जाएंगे। नेशनल टाइगर रिजर्व कंजर्वेशन ने मध्यप्रदेश के बाघों को अन्य राज्यों में भेजे जाने के लिए राज्य सरकार की स्वीकृति का प्रस्ताव भेजा जाएगा इसके बाद दूसरे राज्यों को बाघ देने की प्रक्रिया शुरु की जाएगी। इन बाघों को कान्हा, पेंच बांधवगढ़ से दूसरे राज्यों को भेजा जाएगा।