MP BJP in a Dilemma : भाजपा प्रदेश अध्यक्ष का फैसला कहां अटका, जिलों और मंडलों की टीम भी नहीं बनी!

भाजपा का कहना हैं कि पार्टी में सभी संगठनात्मक कार्यक्रम निर्धारित समय पर ही!

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MP BJP in a Dilemma : भाजपा प्रदेश अध्यक्ष का फैसला कहां अटका, जिलों और मंडलों की टीम भी नहीं बनी!

Bhopal : मध्यप्रदेश में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के नाम का कई महीनों से बेसब्री से इंतजार किया जा रहा है। लेकिन, अभी तक कोई फैसला नहीं हुआ। किसी को समझ नहीं आ रहा कि आखिर पेंच कहां फंस गया। पहले अनुमान था कि फरवरी के पहले हफ्ते में नाम की घोषणा हो जाएगी। लेकिन, अब मार्च खत्म होने जा रहा, पर स्थिति वही है। अभी तक जिलों और मंडलों की टीम भी नहीं बन पाई। जबकि, जिला अध्यक्षों और मंडल अध्यक्षों का चुनाव पहले ही हो चुका है।

गौरतलब है कि संगठन चुनाव के तहत भाजपा में पहले मंडल अध्यक्षों का चुनाव हुआ, उसके बाद जिला अध्यक्षों का। भाजपा में जिला अध्यक्ष और मंडल अध्यक्षों की नियुक्ति को दो महीने से ज्यादा का समय बीत चुका, लेकिन अब तक जिलों और मंडलों में कार्यकारिणी नहीं बन सकी है। नई टीम भले ही नहीं बनी हो, लेकिन इस टीम में शामिल होने के लिए जिला और मंडल के नेता सक्रिय हो चुके हैं।

वे अपने क्षेत्र के विधायक-सांसदों से लेकर प्रदेश भाजपा के नेताओं से भी संपर्क कर रहे हैं। गौरतलब है कि भाजपा ने अपने संगठन चुनाव के दौरान दिसंबर तक लगभग 1100 मंडल अध्यक्षों का चुनाव कर लिया था। वहीं जनवरी में सभी 62 जिलों के अध्यक्षों का भी चुनाव करवाकर

अध्यक्षों की नियुक्ति कर दी। दिसंबर के बाद से मंडल और जनवरी से जिलों में कार्यकारिणी बनाए जाने का इंतजार चल रहा है। मंडल और जिले की कमेटी में जगह पाने के लिए कई नेता लगातार अपने क्षेत्र के अध्यक्ष से संपर्क में हैं।

तीन महीने से प्रदेश अध्यक्ष के लिए असमंजस

2025 की शुरुआत में मप्र भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के नाम की घोषणा को लेकर अटकलबाजियां शुरू हुई थी। इसमें 3 माह निकल गए। सवाल ये है कि इसमें हो रही है देरी की वजह क्या है! पहले जिला अध्यक्ष के चुनाव में देरी हुई। उसके बाद कहा गया कि भोपाल में हुई ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के बाद ये फैसला लिया जाएगा। लेकिन, इन्वेस्टर्स समिट बीत जाने के बाद भी प्रदेश अध्यक्ष को लेकर कोई हलचल फिलहाल नहीं है।

भाजपा का कहना हैं कि भाजपा में सभी संगठनात्मक कार्यक्रम निर्धारित समय पर ही होते हैं। राष्ट्रीय नेतृत्व इनका निर्धारण करता है। भाजपा जैसे दल में पार्टी संगठन के हर कार्य के लिए बाकायदा पूरी प्रक्रिया है, उसी के अनुरूप ही सब कार्य सम्पन्न होते हैं।