New Delhi : मध्यप्रदेश अब देश का सबसे स्वच्छ प्रदेश बन गया। प्रदेश को विभिन्न श्रेणियों में कुछ 16 अवॉर्ड मिले। स्वच्छता सर्वेक्षण 2022 के नतीजों में मध्यप्रदेश ने राजस्थान और महाराष्ट्र को पीछे छोड़ दिया। देश के सबसे स्वच्छ शहरों में इंदौर नंबर-1 हो गया। इंदौर को कचरा मुक्त फ्री सिटी में 7 स्टार भी मिला। भोपाल की 7वीं रैंक से 6ठी रैंक पर आ गया। भोपाल को इस बार 5 स्टार रेटिंग भी मिली है। देश का तीसरा सबसे स्वच्छ कैंट महू को माना गया। एक लाख से अधिक जनसंख्या श्रेणी के शहरों में श्रेष्ठ नागरिक सहभागिता का सम्मान उज्जैन को दिया गया।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के हाथों महापौर पुष्यमित्र भार्गव और नगर निगम के कमिश्नर प्रतिभा पाल ने सफाई का अवार्ड ग्रहण किया। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी और कौशल किशोर भी उपस्थित थे। इंदौर के सांसद शंकर लालवानी भी मौजूद थे। प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट के जरिए मध्यप्रदेश की पूरी टीम और इंदौर वासियों को बधाई दी।
दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में स्वच्छता सर्वेक्षण के पुरस्कार समारोह में इंदौर ने छठी बार भी स्वच्छता में नंबर 1 का खिताब हासिल करते ही इंदौर में खुशी का माहौल हो गया। सर्विस लेवल प्रोग्रेस में 40 प्रतिशत यानी 3000 अंक रखे गए। इसके तहत यह देखा गया कि डिजिटल ट्रैकिंग सिस्टम लागू किया या नहीं। इसमें सफाई संबंधी व्यवस्था, स्वच्छता ऐप और सफाई मित्र सुरक्षा को भी जोड़ा गया। इसके अलावा कचरा लिस्टिंग किस तरह से किया गया इसे भी परखा गया। इनमें इंदौर सबसे बेहतर रहा।
सिटीजन वाइस 30% यानी 2250 अंक। इसमें आपदा, महामारी व अन्य विषम परिस्थितियों से निपटने के लिए किए इंतजामों की समीक्षा शामिल है। सीनियर सिटीजन की राय ली गई। इसमें भी शहर ने ज्यादा अंक स्कोर किए। जबकि, सर्टिफिकेशन के 2250 नंबर इंदौर को मिले। इसमें आपदा, महामारी व अन्य विषम परिस्थितियों से निपटने के लिए किए इंतजामों की समीक्षा शामिल है। सीनियर सिटीजन की राय ली गई, जिसमें शहर ने ज्यादा अंक स्कोर किए।
प्रदेश को स्वच्छता में मिले 16 अवार्ड
(1) देश के बड़े राज्यों में नंबर वन स्वच्छ राज्य का सम्मान मध्यप्रदेश को मिला।
(2) देश के नंबर वन स्वच्छ शहर का सम्मान इंदौर को दिया गया।
(3) देश में प्रथम 7 स्टार रेटिंग प्रमाणित शहर इंदौर को मिला।
(4) कचरा मुक्त शहरों की श्रेणी में 5 स्टार प्रमाणित शहर भोपाल को दिया गया।
(5) देश में स्वच्छता की स्व-संवहनीय राजधानी का सम्मान भोपाल को मिला।
(6) एक लाख से अधिक जनसंख्या श्रेणी के शहरों में श्रेष्ठ नागरिक सहभागिता का सम्मान उज्जैन को दिया गया।
(7) एक लाख से 3 लाख जनसंख्या के शहरों में देश के सिटीजन फीडबैक सम्मान छिंदवाड़ा को मिला।
(8) 15 हजार से 25 हजार जनसंख्या में स्व-संवहनीय शहर का सम्मान मुंगावली को मिला।
(9) वेस्ट जोन के 50 हजार से एक लाख जनसंख्या के शहरों में स्व-संवहनीय शहर का सम्मान खुरई को दिया।
(10) देश का तीसरा स्वच्छ कैंट महू कैंट को माना गया
(11) 15 हजार से 25 हजार जनसंख्या में सबसे तेज बढ़ते शहर का अवॉर्ड ओबेदुल्लागंज को मिला।
(12) 15 हजार से कम जनसंख्या में सबसे तेजी से आगे बढ़ते शहर का अवार्ड फुफकला को मिला।
(13) 15 हजार से 25 हजार जनसंख्या श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ नवाचार सम्मान पेटलावद को मिला।
(14) एक लाख से कम जनसंख्या के शहरों में देश में सबसे अधिक नागरिक सहभागिता का सम्मान बड़वानी को दिया गया।
(15) इंडियन स्वच्छता लीग में देश में श्रेष्ठ प्रदर्शन का सम्मान उज्जैन को मिला।
(16) इंडियन स्वच्छता लीग में देश श्रेष्ठ प्रदर्शन का सम्मान खजुराहो को दिया गया।