खरगोन से आशुतोष पुरोहित की रिपोर्ट
खरगोन-बड़वानी जिले में रेल लाईन को लेकर सांसद गजेन्द्र सिह पटेल ने पीएम नरेन्द्र मोदी से की मुलाकात, संसद भवन में रेल लाइन खंडवा छैगांव माखन-भीकनगांव-खरगोन-ऊन-सेगांव-जुलवानिया-राजपुर-अंजड़-बड़वानी-मनावर-धार के रास्ते प्रस्तावित नवीन रेल लाइन के संदर्भ में चर्चा कर सौपा मांग पत्र, जनजाति बाहुल्य क्षेत्र के विकास के सपने को साकार करने का किया आग्रह
खरगोन: खरगोन बड़वानी जिले में रेल लाइन को लेकर सांसद गजेन्द्र सिंह पटेल ने पीएम नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की। संसद भवन में प्रधानमंत्री कार्यालय में चर्चा के दौरान खंडवा छैगांव माखन-भीकनगांव-खरगोन-ऊन सेगांव-जुलवानिया-राजपुर-अंजड़-बड़वानी-मनावर-धार के रास्ते प्रस्तावित नवीन रेल लाइन के संदर्भ में चर्चा कर मांग पत्र सौंपा। जनजातीय बाहुल्य क्षेत्र विकास के सपनों को साकार करने के लिये सांसद गजेन्द्र सिंह पटेल ने पीएम मोदी से आग्रह किया। इस दौरान सांसद पटेल के साथ इन्दौर सांसद शंकर लालवानी और धार सांसद छतरसिंह दरबार भी मौजूद थे।
देश आजादी का 75 वां अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है। इस दौरान पश्चिम निमाड़ के जनजातीय बाहुल्य क्षेत्र विकास के सपनों को साकार करने के लिये आज सांसद गजेन्द्र सिंह पटेल ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी से मिलकर नवीन रेल लाइन के संदर्भ में विस्तृत चर्चा करते हुए बताया कि लोकसभा क्षेत्र खरगोन बड़वानी आकांक्षी जिला है देश का पिछड़ा क्षेत्र है। यहां पर रोजगार, शिक्षा, चिकित्सा, खेल, पर्यटन, कृषि को बढ़ावा देने के लिये, किसानों को उन्नत करने के लिये, युवा साथियों को देश के हिस्सों से जोड़ने के लिये प्रस्तावित नवीन रेलवे लाइन की अति आवश्यकता है। चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने भी क्षेत्र के प्रति उचित मार्गदर्शन एवं प्रस्तावित नवीन रेल लाइन के संदर्भ में आश्वस्त किया।
इस दौरान सांसद पटेल ने जगत गुरू आदि शंकराचार्य जी एवं मंडन मिश्र मां विदुषी भारती देवी की शास्त्रार्थ की भूमि त्रिगुणी भगवान दत्तात्रेय गुप्त काशी मां अहिल्या देवी की कर्म भूमि मां नर्मदा का पवित्र क्षेत्र महेश्वर मंडलेश्वर में भारतीय वैदिक सांस्कृतिक विश्वविद्यालय के नवीन स्थापना के संदर्भ में भी प्रधानमंत्री जी से चर्चा की।
इस अवसर पर पीएम मोदी को सांसद गजेन्द्र सिंह पटेल ने बताया कि मां नर्मदा के परिक्रमा पथ और निमाड़ की धरती एवं भगवान शंकर की गुप्त काशी में आदि गुरू शंकराचार्य जी के सांस्कृतिक उपनिषदों, वेद-सूत्रों, ब्रह्मसूत्रों, ईन, केन, कठ, प्रश्न, मुण्डक, मांडुक्य, ऐतरेय, तैतिरीय, बह्दारण्यक और छान्दोग्योपनिद पर जो शास्त्रार्थ का भाष्य लिखा है। उस स्थान पर वैदिक ज्ञान का दर्शन आने वाली पीढ़ी को अपने शब्दों, अर्थों, कलाओं, भाषाओं, विज्ञान एवं गणित अर्थों में ज्ञान का प्रकाश मिले इसी तारतम्य में भारतीय चिंतन का सामाजिक परिवेश जो नालंदा एवं तक्षशिला विश्वविद्यालय के जरिये पूरे विश्व में प्रकाशित हुआ था। वैसा ही स्वरूप मां अहिल्या की नगरी में वैदिक, सांस्कृतिक विश्वविद्यालय के रूप में होना चाहिये।
सांसद गजेन्द्र सिंह पटेल ने बताया कि चर्चा के दौरान निमाड़ के क्षेत्र खरगोन बड़वानी के उद्योग, व्यापार, शिक्षा, चिकित्सा, कृषि को बढ़ावा देने के लिये विषयों पर भी चर्चा की गई । जनजातीय बाहुल्य क्षेत्र को एवं देश के आकांक्षी जिले के जनजातीय लोगों को उनके सर्वागिंण विकास के लिये रेल एक महत्वपूर्ण और आवश्यक विषय है। माननीय प्रधानमंत्री मोदी ने हमारी भाषा एवं संवेदनाओं को ध्यान में रखते हुए हमें आशान्वित किया यथाशीघ्र निमाड़ की धरती पर क्षेत्र के लोगों के सपनों को साकार करेंगे।