Bhopal : मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग के अध्यक्ष न्यायमूर्ति नरेन्द्र कुमार जैन ने मानव अधिकार हनन से जुड़े तीन मामलों में संज्ञान लेकर संबंधितों से जवाब मांगा है। गर्भ में बच्चे की मौत, साढे चार घंटे बाद मां की भी मौत मामले में स्वास्थ्य आयुक्त और JP Hospital भोपाल के अधीक्षक से तीन सप्ताह में जवाब मांगा है।
भोपाल के जेपी हॉस्पिटल में एक गर्भवती महिला और उसके गर्भस्थ शिशु दोनों की मौत हो गई। मृतका के परिजनों ने डॉक्टर और नर्सों पर घोर लापरवाही करने के आरोप लगाए हैं। घटना में भोपाल के खजूरी कलां निवासी चंचल तिवारी (27) की जान चली गई। चंचल 9 माह की गर्भवती थीं। उन्हें बीते शनिवार को ही जेपी हास्पिटल में भर्ती कराया गया था। यहां डाक्टरों ने उसकी सिजेरियन डिलीवरी नहीं कराई।
रविवार की सुबह चंचल को तेज दर्द हुआ था, लेकिन ड्यूटी पर तैनात कोई भी डॉक्टर उसे देखने तक नहीं आया। नर्सों ने बताया कि बच्चे की मौत हो चुकी है। चंचल का दर्द बढ़ता गया, आखिर में उसकी भी मौत हो गई। इस मामले में मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने आयुक्त, स्वास्थ्य सेवाएं और जेपी हास्पिटल के अधीक्षक से तीन सप्ताह में जवाब मांगा है। आयोग ने कहा है कि घटना की जांच कराकर तीन सप्ताह में रिपोर्ट भेंजे। यदि मृतका के वारिसों को कोई मुआवजा राशि दी गई हो, तो रिपोर्ट में उसका भी उल्लेख करें।
बिजली गिरने से तीन की मौत
छिंदवाड़ा जिले के पांढुर्णा ब्लॉक के तीन गांवों में बिजली गिरने से तीन लोगों की मौत हो गई, तीन अन्य बुरी तरह झुलस गए थे। इस मामले में मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर छिंदवाड़ा से एक माह में जवाब मांगा है। आयोग ने कलेक्टर से पूछा है कि इस घटना को प्राकृतिक आपदा मानकर राजस्व पुस्तक परिपत्र (आरबीसी) 6(4) के तहत मृतकों के वारिसों को मुआवजा राशि दी गई है या नहीं! पुलिस के अनुसार चागोबा गांव में संतोष (42), पठारा में सुमित्रा बाई (65) और दूधी में सुषमा भलावी (19) की बीते गुरुवार को बिजली गिरने से मौत हो गई। वहीं, महिला मजदूर कविता, मुन्नी बाई और गोपाल भलावी गंभीर रूप से झुलस गए, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
नाबालिग से रेप के आरोपी की पुलिस अभिरक्षा में मौत
नर्मदापुरम जिले में नाबालिग बच्ची के साथ रेप के आरोपी की पुलिस अभिरक्षा में मौत हो गई। घटना की मजिस्ट्रियल जांच शुरु हो गई है। मृतक आरोपी राजा कहार (24) के परिजनों ने पुलिस पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है, जिसके चलते राजा ने जहर खा लिया था, इसी कारण उसकी मौत हो गई। मामले में मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने एसपी नर्मदापुरम से एक माह में जवाब मांगा है।