श्रद्धा स्थल मानगढ़ जायेंगे सांसद कनक मल कटारा,असामाजिक तत्वों द्वारा तोड़फोड़ की घटना की मौके पर जानकारी लेंगे

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श्रद्धा स्थल मानगढ़ जायेंगे सांसद कनक मल कटारा,असामाजिक तत्वों द्वारा तोड़फोड़ की घटना की मौके पर जानकारी लेंगे

राजस्थान से ब्यूरो प्रमुख गोपेन्द्र नाथ भट्ट की विशेष रिपोर्ट

नई दिल्ली। बांसवाड़ा-डूंगरपुर के सांसद कनक मल कटारा सोमवार को आदिवासी बहुल दक्षिणी राजस्थान के बांसवाड़ा जिले के गुजरात से सटे मानगढ़ धाम पर जाकर पिछली 15 जुलाई को वहां असामाजिक तत्वों द्वारा की गई तोड़फोड़ की घटना की मौके पर जानकारी लेंगे। राजस्थान का जलियावाला बाग कहे जाने वाले इस शहीदी स्थल को राजस्थान और गुजरात सरकारों ने अपनी अपनी सीमा में श्रद्धा स्थल के रूप में विकसित किया है।

उल्लेखनीय है कि ऊंची पहाड़ी पर स्थित मानगढ़ धाम पर आजादी से पहले अंग्रेजों द्वारा आदिवासियों के धर्म गुरु गोविन्द गुरु के नेतृत्व में एकत्रित हुए हजारों अनुयायियों की सभा पर हमला कर करीब 1500 लोगों को गोलियों से भून दिया था। जलियावाला बाग से भी बड़े इस हत्याकांड की ऐतिहासिक घटना और राष्ट्रप्रेम की इस संघर्ष स्थली का वृतांत दर्शाने वाले मानगढ़ पर पेनेरोमा बना कर इस ऐतिहासिक घटना का दिग्दर्शन किया गया है। पिछले कुछ महीनों पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी मानगढ़ का दौरा कर शहीदों को श्रद्धा सुमन अर्पित किए थे और एक जन सभा को भी सम्बोधित किया था जिसमें राजस्थान गुजरात मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्रियों के साथ ही केंद्रीय मंत्री और अन्य विशिष्ठ लोग शामिल हुए थे।मानगढ़ को राष्ट्रीय स्मारक बनाने की मांग भी की जा रही है।

सांसद कटारा ने पिछली 15 जुलाई को मानगढ़ धाम पर बनाए गए इस ऐतिहासिक पेनेरोमा को समाज कंटको द्वारा तोड़फोड़ कर क्षतिग्रस्त किए जाने की घटना पर गहरा रोष व्यक्त करते हुए इसकी कड़े शब्दों में निंदा की है और राज्य सरकार से दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने की मांग भी रखी है।

सांसद कटारा ने इस घटना के लिए कथित रूप से बीटीपी समर्थक उपद्रवियों और कतिपय समाज कंटकों तथा पृथक भील प्रदेश की मांग करने वाले लोगों को जिम्मेदार बताया है और कहा है कि अपनी विशेष वेशभूषा और झण्डे लिए इन लोगों ने पेनेरोमा स्थल पर आतंक मचा कर ऐतिहासिक घटना दिखाने वाली कई मूर्तियों को तोड़ कर देश के स्वाधीनता संग्राम से जुड़े पवित्र स्थल को खण्डित किया है और आदिवासी समाज को गौरवान्वित करने वाले घटनाक्रम का घोर अपमान कर मूर्तियों आदि को तोड़ा है।

उन्होंने इस बात पर भी रोष जताया है कि
15 जुलाई की घटना पर राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन ने दुर्भाग्य पूर्ण ढंग से अब तक कोई प्रभावी कार्यवाही नही की हैं ।

सांसद कटारा ने राज्य सरकार से दोषियों को चिन्हित कर उन पर सख्त कार्यवाही करने की मांग की है।