MP News: प्रदेश के सभी बड़े शहरों को मिलेगी रिंग रोड की सौगात, ट्रेफिक कंन्जेशन होगा कम

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भोपाल. राज्य सरकार केन्द्र सरकार की मदद से भोपाल के अलावा इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर और सागर जैसे महानगरों में भी रिंग रोड तैयार कराएगी। इससे शहरी क्षेत्रों में ट्रेफिक कंजेशन कम किया जा सकेगा। इन रिंग रोड के तैयार होंने से ये सभी बड़े शहर औद्योगिक केन्द्र और लाजिस्टिक हब विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेंगे।

मध्यप्रदेश के पांच प्रमुख शहरों को शहर के भीतर से बायपास और रिंगरोड से जोड़ा जा रहा है। ये रिंग रोड केन्द्र सरकार की भारतमाला परियोजना के प्रथम चरण में शामिल की जाएंगी। इन रिंग रोड के बनने से शहरी क्षेत्रों में ट्रेफिक का अनावश्यक दवाब कम होगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने केन्द्रीय भूतल एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को बड़े शहरों के पास बनने वाले रिंग रोड के लिए जल्द से जल्द स्वीकृति देने की मांग की है।

ऐसे बनेंगी रिंग रोड-

इंदौर-

इंदौर में पूर्व तरफ बायपासपहले से निर्मित है। शेष पश्चिमी हिस्से में बायपास हेतु एनएचएआई द्वारा डीपीआई बनाया जा रहा है। इस काम की स्वीकृति अभी मिलना बाकी है।

जबलपुर-

जबलपुर शहर में राष्टÑीय राजमार्ग क्रमांक तीस को राष्टÑीय राजमार्ग क्रमांक 45 से जोड़ने वाला दक्षिण-पश्चिम-उत्तर बायपास एक तरफ से पूर्व से निर्मित है। शेष बायपास के निर्माण हेतु एनएचएआईद्वारा डीपीआर बनाया जा रहा है। इस काम की भी मंजूरी मिलना अभी बाकी है।

ग्वालियर-

ग्वालियर शहर में पूर्वी/दक्षिणी तरफ बायपपास पहले से निर्मित है। शेष 28 किलोमीटर लंबाई का डीपीआर एनएचएआई ने तैयार कर लिया है। इस पर अभी केन्द्र की स्वीकृति मिलना बाकी है।

सागर-

सागर शहर में उत्तर-पश्चिम बायपास पूर्व से निर्मित है। बीना-भोपाल हेतु 28 किलोमीटर लंबाई के बायपास हेतु एनएचएआई में निविदा कार्यवाही प्रगति पर है। शेष भोपाल-सागर-कानपुर को जोड़ने वाले बायपास का एलाइनमेंट एनएचएआई द्वारा तैयार किया जाना है। इसके बाद इसे केन्द्र सरकार के पास मंजूरी के लिए भेजा जाएगा।

रिंग रोड तैयार होंने से बड़ेगा औद्योगिक निवेश, बनेंगे लाजिस्टक हब-

भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर और सागर में रिंग रोड बनने से इन शहरों के विभिन्न औद्योगिक क्षेत्रों मंडीदीप, गोविंदपुरा, मालनपुर, पीथमपुर सहित नये प्रस्तावित औद्योगिक क्षेत्र आपस में जुड़ जाएंगे। राष्ट्रीय राजमार्ग से रिंग रोड के जरिए आवागमन आसान होगा। इससे इन शहरों में औद्योगिक निवेश और औद्योगिक गतिविधियां बढ़ेंगी।

इन सभी शहरों में लाजिस्टिक हब निर्मित किए जा सकेंगे। इससे ना केवल औद्योगिक विकास होगा बल्कि इन शहरों और इनके आसपास के जिलों के बेरोजगार युवाओं को रोजगार मिल सकेगा। इसके अलावा इन शहरों में यातायात भी सुगम हो सकेगा। रिंग रोड बनने से शहरों पर यातायात का दबाव कम हो जाएगा। इससे शहर व्यवस्थित हो सकेंगे।