भोपाल: राजधानी के अरेरा हिल्स स्थित सीजीएसटी के दफ्तर में रिश्वत लेने के मामले में गिरफ्तार हुए दो अफसर सीबीआई को पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहे हैं। सर्वे के बाद रिकवरी की डिमांड निकालने के मामले में दोनों अफसर एक दूसरे पर आरोप मढ़ रहे हैं। अब सीबीआई इन दोनों अफसरों को आमने-सामने रख पूछताछ करने की तैयारी कर रही है। दोनों ही अफसर 26 अप्रैल तक की सीबीआई के पास रिमांड पर हैं।
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सूत्रों की मानी जाए तो सुपरिंटेंडेट अंकुर खंडेलवाल और चेतन सक्सेना ने भोपाल के कई व्यापारियों के यहां पर सर्वे करवाया था। इन सर्वे की आड़ में दोनों अफसर मिलकर रिकवरी की मोटी डिमांड व्यापारी के सामने रखते थे, इसके बाद सेटलमेंट के नाम पर उनसे लाखों वसूलने की जानकारी CBI को मिली है। इस तरह की एक शिकायत के बाद सीबीआई ने इन दोनों को दो लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया था। इन दोनों की गिरफ्तारी के बाद कुछ और लोग सामने आ सकते हैं, जिनसे इन दोनों अफसरों ने रिश्वत के रूप में मोटी राशि वसूल की है।
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इस तरह के अन्य मामलों में खंडेलवाल ने सीबीआई को बताया कि इस तरह का आईडिया चेतन सक्सेना का था, जबकि सक्सेना पूछताछ में यह बता रहे हैं कि खंडेलवाल का यह पूरा आईडिया था। CBI गिरफ्त में दोनों ही अफसर कई मामलों में सीबीआई को अलग-अलग जानकारी दे रहे हैं। इसके बाद सीबीआई ने तय किया है कि 26 अप्रैल से पहले दोनों को एक साथ बैठाकर पूछताछ की जाएगी। साथ ही इन दोनों के घरों और दफ्तर से बरामद दस्तावेजों की भी पड़ताल चल रही है। इन दस्तावेजों के आधार पर भी दोनों आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।