MP News: यूजर फ्रेंडली होगा फाइनेंस का साफ्टवेयर, कहीं से भी लगाए जा सकेंगे बिल

वित्त विभाग के अफसर आनलाइन फाइनेंस सिस्टम में कर रहे आमूलचूल बदलाव की तैयारी

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MP News: यूजर फ्रेंडली होगा फाइनेंस का साफ्टवेयर, कहीं से भी लगाए जा सकेंगे बिल

भोपाल: प्रदेश के वित्तीय प्रबंधन के लिए उपयोग में लाए जा रहे साफ्टवेयर को बदला जाएगा। यह साफ्टवेयर यूजर फ्रेंडली नहीं है और इससे आॅनलाइन कामकाज में वित्त विभाग और आमजन को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इसके लिए वित्त विभाग के अफसरों की टीम साफ्टवेयर में बदलाव की प्लानिंग में जुट गई है और जल्द ही सभी वर्गों के लिए यूजफुल साफ्टवेयर उपयोग के लिए सामने लाया जाएगा।

वित्त विभाग के अफसरों के समक्ष पिछले सालों मे कर्मचारियों के वेतन, भत्ते के अलावा सार्वजनिक उपक्रमों और निर्माण एजेंसियों के भुगतान संबंधी परेशानियां सामने आती रही हैं। इसके कारण विभाग को कई बार मंत्रियों और कर्मचारी संगठनों के विरोध के सामना भी करना पड़ा है। इसे देखते हुए अब वित्त विभाग के अफसरों ने साफ्टवेयर में आमूलचूल बदलाव की तैयारी शुरू कर दी है। इसमें कई ऐसे अत्याधुनिक प्रावधान किए जा रहे हैं जो मौजूदा तकनीकी के साथ आने वाले वर्षों के लिए कारगर होंगे और लोगों को वित्तीय लेनदेन के दौरान तकनीकी दिक्कतों का सामना करने में कमी आएगी।

वित्त विभाग के अफसरों के अनुसार जो नया साफ्टवेयर तैयार किया जा रहा है उसमें ऐसी व्यवस्था होगी कि सभी तरह के कम्प्यूटर में वह चलेगा। यह शिकायत नहीं होगी कि यह कम्प्यूटर फलां वर्जन का है तो यह साफ्टवेयर नहीं चलेगा। इसके साथ ही इसे दूसरे साफ्टवेयर से कनेक्ट करने में भी आसानी रहेगी और यह दूसरे साफ्टवेयर से भी बिल ले सकेगा। एक और खास बात यह है कि इस साफ्टवेयर में सरकार से लेन देन करने वाले विभाग और एजेंसी कहीं से भी बिल लगा सकेंगे। इसके लिए वित्त विभाग का सिस्टम या अन्य सुविधाओं की उपलब्धता अनिवार्य नहीं होगी। गौरतलब है कि अभी राज्य सरकार द्वारा आईएफएमएस साफ्टवेयर का उपयोग किया जा रहा है। यह साफ्टवेयर कई बार कर्मचारियों के वेतन भुगतान और अन्य स्वत्वों के भुगतान में तकनीकी कारणों से फेल हो जाता है और सरकार की किरकिरी होती है। इसी तरह की स्थिति टेंडर और ठेकेदारों के भुगतान के मामले में भी सामने आती है।