भोपाल: अटल बिहारी वाजपेई हिंदी विश्वविद्यालय द्वारा जारी एक आदेश में विश्वविद्यालय में पदस्थ अतिथि विद्वानों को आगामी आदेश तक के लिए सेवा से पृथक कर दिया गया है।
जारी आदेश में बताया गया है कि विश्वविद्यालय द्वारा पूर्व में अतिथि विद्वानों को आगामी आदेश तक के लिए आमंत्रित किया गया था लेकिन अब विश्वविद्यालय में अतिथि विद्वानों को शैक्षणिक कार्य, गोपनीय कार्य, प्रायोगिक परीक्षा आदि ना होने के कारण सेवा से पृथक किया जाता है।