भोपाल:राजधानी परियोजना प्रशासन (सीपीए) आज से वित्त वर्ष के हिसाब से भी खत्म घोषित हो जाएगा। इस बीच सीपीए में काम करने वाले कर्मचारियों और अधिकारियों का मार्च माह का वेतन सीपीए के मद से ही आहरित किया जाएगा। सात अप्रेल तक सीपीए के नाम पर संचालित परियोजनाओं, दायित्वों और योजनाओं का हस्तांतरण अधिकारी पीडब्ल्यूडी को कर देंगे।
कैबिनेट की बैठक में 3 मार्च को लिए गए निर्णय के आधार पर लोक निर्माण विभाग ने उन अधिकारियों की तैनाती भी कर दी है जो अतिरिक्त दायित्व के तौर पर सीपीए के अफसरों का चार्ज संभालेंगे। इसको लेकर प्रभारी अधीक्षण यंत्री पीडब्ल्यूडी क्रमांक एक भोपाल को राजधानी परियोजना मंडल, प्रभारी कार्यपालन यंत्री लोक निर्माण विभाग संभाग 2 भोपाल को राजधानी परियोजना निर्माण संभाग क्रमांक एक, प्रभारी कार्यपालन यंत्री लोक निर्माण विभाग नया भोपाल को राजधानी परियोजना निर्माण संभाग 2 का प्रभार संभालने के निर्देश जारी किए गए हैं। इसी तरह नया भोपाल संभाग के प्रभारी कार्यपालन यंत्री भवन नियंत्रण विधानसभा और प्रभारी कार्यपालन यंत्री लोनिवि संभाग क्रमांक एक को गैस राहत संभाग, प्रभारी कार्यपालन यंत्री विद्युत यांत्रिकी क्रमांक संभाग एक को नया विद्युत यांत्रिकी संभाग सीपीए संभालने का जिम्मा सौंपा गया है।
*सात अप्रेल तक हैंडओवर होगी पूरी प्रोसेस*
सीपीए की संपत्तियों, दायित्वों, निर्माण कार्यों और अनुबंधों के हस्तांतरण के लिए लोक निर्माण विभाग ने संबंधित अफसरों को सात अप्रेल तक प्रक्रिया पूरी करने के निर्देश दिए हैं। पीडब्ल्यूडी अफसर इसका पालन प्रतिवेदन भी शासन को भेजेंगे। इसके साथ ही शासन ने निर्देश दिए हैं कि सीपीए के अधिकारियों और कर्मचारियों को सात अप्रेल के बाद ही उनके नवीन पदस्थापना स्थल के लिए भारमुक्त किया जा सकेगा।